नई
दिल्ली, 29 अक्टूबर। (उप्रससे)। जम्मू-कश्मीर से धारा
370 हटाये जाने का बाद पहला विदेशी प्रधिनिधि मण्डल
मंगलवार को इस क्षेत्र का दौरा करेगा। प्रतिनिधि मण्डल
में 27 यूरोपीय सांसद शामिल हैं। प्रतिनिधि मण्डल ने
सोमवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात
की। इसके पहले उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित
डोभाल ने दोपहर का भोज दिया। यूरोपीय प्रतिनिधि मण्डल के
घाटी दौरे को पाकिस्तान के दुष्प्रचार के खिलाफ कूटनीतिक
प्रयास माना जा रहा है। इससे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर
पाकिस्तान के दुष्प्रचार को रोकने में मदद मिलेगी और उसका
झूठ दुनिया के सामने उजागर होगा। यूरोपीय सांसदों से
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन और उसे
बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कतई भी बर्दाश्त नहीं करने
की नीति अपनायी जानी चाहिए। दोपहर में भोज पर
यूरोपीय सासदों के कश्मीर के प्रमुख नेता और अन्य
गणमान्य लोग शामिल हुए। इनमें प्रमुख रूप से
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री मुजफ्फर बेग,
पीडीपी के पूर्व नेता अल्ताफ बुखारी, रीयल फुटबाल क्लब
के संदीप चट्टू और बीडीसी के सदस्य शामिल थे। भोज पर
अजित डोभाल ने उन्हें सीमा पार के आतंकवाद, जम्मू कश्मीर
में धारा 370 हटाए जाने के बाद किये गए संविधानिक बदलाव
और इलाके वास्तविक स्थिति से अवगत कराया। यूरोपीय सांसदों
के इस
प्रतिनिधिमंडल में इटली के फुल्वियो मार्तुसिएलो,
ब्रिटेन के डेविड रिचर्ड बुल, इटली की जियाना गैंसिया,
फ्रांस की जूली लेंचेक, चेक गणराज्य के टामस डेकोवस्की,
स्लोवाकिया के पीटर पोलाक और जर्मनी के निकोलस फेस्ट
शामिल हैं।