लखनऊ,
03 मार्च। (उप्रससे)।
Lucknow,
03 March 2012,
(U.P.S.S).
पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की
गिरफ्तारी पर भारतीय जनता पार्टी उनके
पक्ष में खुलकर सामने आ गई है। पार्टी ने
कुशवाहा की गिरफ्तारी को राजनैतिक करार
दिया है। साथ ही सीबीआई की निष्पक्षता पर
भी सवाल उठाये हैं।
पार्टी
की ओर से वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान सभा
अद्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी ने बयान जारी
कर कुशवाहा का बचाव करने का प्रयास किया
है। श्री त्रिपाटी ने कहा कि
कुशवाहा की गिरफ्तारी राजनीतिक गिरफ्तारी
है जो कांग्रेस के इशारे पर की गयी है।
चुनाव के तुरन्त बाद का समय चुनने का क्या
औचित्य बनता है? जबकि बाबू सिंह कुशवाहा
से सीबीआई बहुत पहले ही पूछताछ कर चुकी
है। एनआरएचएम से जुड़े सभी निर्णय
उच्चाधिकारी और मुख्यमंत्री करते हैं। ऐसे
में उच्चाधिकारियों की गिरफ्तारी न होना
साथ ही मुख्यमंत्री मायावती से पूछताछ न
करना भी सीबीआई की कार्यवाही पर सवाल उठाती
है। भाजपा का स्पष्ट मानना है कि कानून
अपना काम करे परन्तु राजनैतिक द्वेष भावना
से किसी को फंसाया जाना अनुचित है।
ज्ञातव्य है
कि कुशवाहा बसपा से निलंबन के बाद भारतीय
जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। किन्तु
पार्टी के भीतर हुए विरोध के चलते उन्होंने
रा,ष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी से अपनी
सदस्यता स्थगित रखने का आग्रह किया था जिसे
पार्टी ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन
कुशवाहा भाजपा के समर्थक और हितैषी बने रहे।
उन्होंने अपना एक मंच बनाकर प्रदेश में
भाजपा के प्रत्याशियों का प्चरा किया था।
श्री कुशवाहा ने भाजपा के लिए जगह-जगह
सभाएं की थीं। इसी कारण भाजपा भी उनके साथ
सहानुभूति रखती है। यही कारण है कि आज जब
कुशवाहा की गिरफ्तारी हुई पार्टी खुलकर
उनके पक्ष में आ गई तथा बयान जारी कर
कांग्रेस को आरोपित किया। महत्वपूर्ण यह
भी है कि भाजपा ने कुशवाहा के पक्ष मं
बयान जारी करने के लिए वरिष्ठ नेता और
विधान सभा अध्यक्ष श्री त्रिपाठी का चयन
किया। श्री त्रिपाठी राजनीतिज्ञ होने के
साथ-साथ कानूनविद् भी हैं। वे इलाहाबाद
हाईकोर्टे के वरिष्ठ अधिवक्ता भी रहे हैं।
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