ऐरायां
(फतेहपुर), 22 जुलाई। पूर्व
विधायक रणवेन्द्र प्रताप सिंह
उर्फ धुन्नी भइया के पिता श्री
लल्ला बाबू के निधन पर शोक
संवेदना व्यक्त करने अल्लीपुर
स्थित आवास आये प्रदेश के
कारागार, खाद्य एवं रसद मंत्री
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा
भइया की एक झलक पाने के लिए लोगों
का हुजूम उमड़ पड़ा। राजा भइया ने
हांथ जोड़कर उपस्थित लोगो का
अभिवादन किया। भीड़ को नियंत्रित
करने में पुलिस एवं उनके अंग
रक्षकों को पसीना बहाना पड़ा। इस
बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी
के नेताओं का भी जमावड़ा लगा।
उधर पत्रकारों से बातचीत करते
काबीना मंत्री ने व्यवस्थाओं
में खामियों को स्वीकार किया और
मुख्यमंत्री द्वारा किये जा रहे
प्रयासों की सराहना की।
प्रदेश के काबीना मंत्री
राजा भइया क्षेत्र के पूर्व
विधायक रणवेन्द्र प्रताप सिंह
के आवास पर करीब सवा दो बजे आये।
उनके आते ही उनकी एक झलक पाने
के लिए धुन्नी सिंह के आवास पर
भारी भीड़ एकत्र हो गयी। राजा
भइया ने भी अभिवादन किया। इस
बीच राजाभइया के आने के पूर्व
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष
रामेश्वर दयाल दयालू गुप्ता,
महामंत्री सुरेन्द्र प्रताप
सिंह, पूर्व अध्यक्ष समरजीत
सिंह, रामशरण यादव, रामबहादुर
यादव, जिला पंचायत सदस्य अरूण
कुमार यादव, अनूप यादव,
जमीरउद्दीन, प्रेमनाथ विश्वकर्मा
सहित अनेक सपा नेताओं का पूर्व
विधायक धुन्नी भइया तथा उनके
पुत्र आदित्य प्रताप ंिसंह
स्वागत में लगे रहे। बाद में
खागा विधायक क‘ष्णा पासवान ने
भी राजा भइया से मुलाकात की।
शोक संवेदना व्यक्त करने
आये राजा भइया जैसे ही पूर्व
विधायक के आवास में अपने वाहन
से उतरे बड़ी संख्या में उपस्थित
भीड़ ने तालियों की गड़गड़ाहट के
साथ स्वागत किया। चूंकि उनका यह
नितान्त व्यक्तिगत और शोक
संवेदना का कार्यक्रम था अतः
कोई नारे बाजी नहीं हुयी लेकिन
भीड़ अन्त तक उनकी एक झलक पाने
के लिए उतावली रही। सुबह 10 बजे
से ही लोगों का पूर्व विधायक के
आवास आने का सिलसिला शुरू हो गया
और उनके आगमन तक भीड़ इतनी ज्यादा
हो गयी कि स्थानीय पुलिस एवं
काबीना मंत्री के साथ आये
सुरक्षा गार्डों को नियंत्रित
करना पड़ा।
इस बीच प्रदेश के काबीना
मंत्री राजा रघुराज प्रताप सिंह
उर्फ राजा भइया ने पत्रकारों के
साथ बातचीत करते हुए कहा कि जेलों
की व्यवस्थाओं में पहले से कुछ
सुधार हुआ है लेकिन अभी भी बहुत
कुछ सुधार की आवश्यकता है। एक
प्रश्न के उत्तर में उन्होने कहा
कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
लगभग साढे तीन सौ पात्र कैदी
रिहा किये जायेंगे। सामूहिक
हत्याओ,ं बलात्कार आदि जघन्य
अपराधों में बन्द कैदियों को नहीं
छोड़ा जायेगा। उन्होने कहा पूरे
प्रदेश में 80 हजार बन्दी हैं
और 22 हजार सजायाता हैं। जेलों
में ओवरलोड की समस्या है। पिछले
शासनकाल में मुख्यमंत्री मुलायम
सिंह द्वारा स्थापित कौशाम्बी
की जेल की शीघ्र शुरूआत हो
जायेगी। प्रदेश में 7 जेले लगभग
तैयार हैं और आधा दर्जन जेलों
का निर्माण प्रस्तावित है।
उन्होने बताया कि जेलों
में जाली से मुलाकात की व्यवस्था
बन्द कर दी गयी है। पति-पत्नी
या एक ही परिवार के लोग पहले
अलग-अलग जेलों में रहते थे अब
जिला जेल में एक साथ रहेंगे और
प्रत्येक शनिवार को मुलाकत भी
करेंगे। उन्होने बताया कि जेलों
में पीसीओ लगवाये जायेंगे और
कैदी के निर्धारित दो फोन नम्बर
होगें जिन पर बातचीत का रिकार्ड
भी होगा। मानवीय दृष्टिकोण से
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के
निर्देश पर विशेष ध्यान दिया जा
रहा है। यही कारण है कि अब कैदी
सप्ताह में दो बार अपने परिजनों
से बात कर सकेंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में
खाद्य एवं रसद मंत्री ने कहा कि
इस समय अत्योदय की पात्रता सूची
में एक करोड़ छः लाख पात्र अंकित
है। चूंकि यह योजना केन्द्र
सरकार की है अतः मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने 50 लाख पात्रों
के नाम बढ़ाने का पत्र केन्द्र
सरकार को भेजा है। उन्होंने
बताया कि अब कार्डधारकों को
एटीएम की तरह स्मार्ट कार्ड की
सुविधा प्रदान की जायेगी। बिजली
संकट के बारे में उन्होंने कहा
कि बन्द पड़ी इकाईयों को चालू
कराना, क्षमता की बढ़ोत्तरी और
नये पावर प्लांट की स्थापना कर
बिजली संकट को दूर किया जायेगा।
मुख्यमंत्री और पूरा
मंत्रिमण्डल बिजली संकट को लेकर
गम्भीर है। एक साल के भीतर जनता
को बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य,
शिक्षा जैसी बुनियादी समस्याओं
का निस्तारण दिखाई देने लगेगा।
प्रेस वार्ता में कौशाम्बी के
सांसद शैलेन्द्र कुमार तथा
बुद्धू लाल भी उपस्थित रहे।