Hapur, 14 June 2012, Uttar Pradesh Samachar Sewa ,
हापुड़, 14 जनवरी। (उप्रससे)।
विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर गांव
धनौरा के ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा।
दर्जनों ग्रामीणों ने मोदी नगर रोड
स्थित बिजली घर का घेराव कर धरना
प्रदर्शन व नारेबाजी की। मौके पर एसडीओ
के नहीं आने पर ग्रामीणों ने जेई व
लाइनमैन को दो घंटे तक बंधक बनाकर बिजली
घर का ताला लगाकर विद्युत सप्लाई बंद कर
दी। जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची
पुलिस ने प्रदर्शन कारियों को समझाकर
शांत किया। और विद्युत आपूर्ति सुचारू
कराने का आश्वासन दिया।
तहसील क्षेत्र के गांव धनौरा में पिछले
दो सप्ताह से विद्युत व्यवस्था चरमरा गई
थी। जिस कारण किसानों की खेतों में खड़ी
फसलें सूख रही थी। किसानों का आरोप है
कि उन्हें 24 घंटे में दो घंटे ही मिल
रही थी। जिससे किसानों को भारी परेशानी
का सामना करना पड़ा रहा था। किसानों ने
विद्युत सप्लाई सुचारू कराने की विद्युत
अधिकारियों से मांग की। लेकिन अधिकारियों
ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
जिससे क्षुब्ध होकर दर्जनों ग्रामीणों
ने शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे मोदी
नगर रोड स्थित बिजली घर पहुंचे। उन्होंने
बिजलीघर का घेराव कर विद्युत अधिकारियों
के खिलाफ धरना प्रदर्शन व नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने मौके पर अधिशासी
अभियंता को बुलाने की मांग की। लेकिन
उनके नहीं आने पर ग्रामीणों ने वहां
मौजूद जेई महेश निराला व लाइमैन को बंधक
बनाकर दो घंटे तक धूप में बैठाये रखा।
जिसके पश्चात प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने
बिजलीघर का ताला लगाकर विद्युत सप्लाई
बंद कर दी। जिसकी जानकारी मिलने पर
कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने
ग्रामीणों को समझाकर शांत कर विद्युत
आपूर्ति सुचारू कराने का आश्वासन दिया।
जिसके बाद ग्रामीणों ने जेई व लाइनमैन
का मुक्त कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि
अगर विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो
विशाल प्रदर्शन किया जायेगा।प्रदर्शन
करने वालों में योगेश्वर त्यागी,जसवीर
त्यागी,पूरन,बब्बू शर्मा,कुलदीप
शर्मा,कुलदीप
त्यागी,नितिन,सुन्दर,कल्याण,घनश्याम,श्रंद्घानंद
त्यागी आदि शामिल थे।
नामांकन रद्द होने पर विवाद, डीएम को
घेरा
हापुड़-14 जून बसपा के पूर्व विधायक
धर्मपाल सिंह की पत्नी सुषमा सिंह का
नामांकन रद्द हो जाने के बाद सपा
कार्यकर्ताओं ने डीएम का घेराव कर
कांग्रेस विधायक गजराज सिंह की पत्नी
लज्जा सिंह का नामांकन पत्र रद्द करने
की मांग की। आरोप है कि विधायक की पत्नी
मौजूदा समय में जिला पंचायत सदस्य हैं
और उन्होंने दो-दो स्थानों से अपना
मतदाता पहचान पत्र बनवाया हुआ है जो
धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है।
कांग्रेस विधायक ने निर्वाचन अधिकारी से
सांठगांठ करके अपनी पत्नी का नामांकन
रद्द नहीं होने दिया। उक्त मामले की
जानकारी करके डीएम ने मामले की कराने के
लिए तीन दिन का समय मांगा है। वहीं
कांग्रेस के बागी उम्मीदवार भी विधायक
की पत्नी का टिकट रद्द होने का बेसब्री
से इंतजार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बसपा के पूर्व विधायक
धर्मपाल सिंह की पत्नी सुषमा सिंह का
नामांकन पत्र चुनाव अधिकारी ने इस वजह
से रद्द कर दिया था कि पूर्व विधायक
अनुसूचित जाति से है और उनकी पत्नी सुषमा
सिंह स्वर्ण जाति की जैन समाज से है।
तर्क था कि शासनादेश के अनुसार महिला भले
ही किसी समाज के व्यक्ति से विवाह क्यों
न कर ले उसकी जाति बदलेगी। अब क्योंकि
हापुड़ नगरपालिका अध्यक्ष की सीट
अनुसूचित जाति की महिला के लिए सुरक्षित
है इसलिए पूर्व विधायक की पत्नी यह
चुनाव नहीं लड़ सकती।
सुषमा सिंह का नामांकन रद्द होने के बाद
सपा कार्यकर्ताओं ने जिला निर्वाचन
अधिकारी संयुक्ता समददर से तीन दिन
पूर्व कांग्रेस विधायक गजराज सिंह की
पत्नी लज्जा सिंह का नामांकन रद्द करने
की मांग की थी किंतु कोई कार्रवाई नहीं
हो। गुरुवार को नामांकन पत्र वापस लेने
का आखिरी दिन था जिस कारण सपाई आपा खो
बैठे। वे जिलाध्यक्ष सुबोध नागर तथा
प्रवक्ता अनिल आजाद के नेतृत्व में
एकत्र होकर हापुड़ पिलखुवा विकास
प्राधिकरण निर्वाचन अधिकारी वी.के सोनकर
के कार्यालय पहुंचे और उन्हें खरी खोटी
सुनाते हुए संगीन आरोप लगाए। साथ ही कहा
कि कांग्रेस विधायक ने उनसे सांठगांठ
करके अपनी पत्नी का नामांकन रद्द होने
से बचा लिया। इसके बाद सपाई जिला
निर्वाचन अधिकारी संयुक्ता समददर के
कार्यालय पहुंचे और उनका घेराव कर लज्जा
सिंह का नामांकन रद्द करने की मांग की।
अनिल आजाद ने उनके समक्ष तर्क रखा कि
नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (स्क्रूटनी)
की पृष्ठ संख्या 21 पर निर्देशन संख्या
आठ में स्पष्ट किया गया है कि यदि किसी
नाम पर आपत्ति की गई है कि उक्त
उम्मीदवार का नाम किसी अन्य स्थानीय
निकाय या ग्राम पंचायत की मतदाता सूची
में भी सम्मिलित है तो ऐसी परिस्थिति
में उम्मीदवार को प्रतिवाद करने का अवसर
दिया जाना चाहिए तथा दोनों पक्षों का
विधिवत साक्ष्य लेकर निर्वाचन अधिकारी
स्वयं जांच कर निश्चित निर्णय ले। आरोप
है कि निर्वाचन अधिकारी ने एक पक्षीय
जांच कर कांग्रेस विधायक का नामांकन ठीक
ठहराया। डीएम ने सारा प्रकरण सुनने के
बाद स्पष्ट किया कि अब नामांकन रद्द करने
का अधिकार सिर्फ चुनाव आयोग को है। वह
सिर्फ मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट
आयोग को भेज सकती है। उन्होंंने सपाइयों
से जांच के लिए तीन दिन का समय मांगा।
गजराज सिंह की पत्नी के नामांकन रद्द
करने का मामला तूल पकडऩे से बागियों की
बांछें खिल गई है और अब उनकी नजर चुनाव
आयोग की रिपोर्ट पर टिक गई है।
पानी का अवैध
दोहनः हापुड़ पालिका ने कसी शिकंजा
पानी प्लांट स्वामी नपा से एनओसी
ले,अन्यथा कार्रवाई को तैयार रहे:ईओ
-नगर में बिना लाइसेंस चल रहे है करीब
डेढ़ दर्जन प्लांट
हापुड़-14 जून प्रतिवर्ष भीषण
गर्मी पडऩे पर नगर में पीने के पानी की
कमी हो जाती है। लोग पानी के लिए त्राहि
त्राहि करते है। और पानी को व्यापार करने
वाले इस मौसम में जमकर चांदी काटते है।
जो पालिका की घोर लापरवाही का फायदा
उठाते हुए बिना मानक और बिना लाइसेंस के
वाटर जगों व बोतलों में पानी भरकर लोगों
को बेचकर उनके स्वास्थ्य व जीवन से
खिलवाड़ कर रहे है।
गर्मी का मौसम प्रति वर्ष अप्रैल माह से
शुरू हो जाता है। और अप्रैल माह के अन्त
में आते ही गर्मी अपने पूरे शबाब पर आ
जाती है। अत्यधिक गर्मी पडऩे पर पीने के
पानी की कमी हो जाती है। जिसका पानी का
व्यापार करने वाले व्यापारी बेसब्री से
इंतजार करते है। और इस मौसम में पानी का
प्लान्ट पालिका से लाइसेंस लिये बिना
शुरू कर वाटर जगों व बोतलों में बिना
मानक का पानी भरकर नगर में दुकानों आफिसों
में सप्लाई कर जमकर चांदी काट रहे है।
ये अपने फायदे के लिए लोगों के
स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। और बिना
मानक का पानी लोगों की सेहत के लिए मीठे
जहर का काम धीर धीरे काम करता है। पानी
का व्यापार करने वाले व्यापारी नगर
पालिका की घोर लापरवाही का फायदा उठाकर
नगर में पानी की सप्लाई कर जमकर चांदी
काट रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार
क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से भी अधिक पानी
के प्लान्ट वर्तमान में चल रहे है। इनमें
से दो या तीन प्लान्टों के स्वामियों ने
पालिका से लाइसेंस लिया है। और शेष पानी
के प्लांट अवैध रूप से चल रहे है। इनके
पास जीवाणु एवं कैमिकल टेस्ट रिपोर्ट और
पीएफए का लाइसेंस तक नहीं है। जबकि पानी
को सप्लाई करने के लिए पीएफए का लाइसेंस
लेना आवश्यक है। इन प्लांटों का पानी
सेवन करने से लोग पेट संबंधी बीमारियों
से ग्रस्त होते जा रहे है। नगर क्षेत्र
में चल रहे पानी के प्लान्टों पर बारह
वर्ष से कम उम्र के बच्चों से बाल श्रम
कराया जा रहा है।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी नरेन्द्र
सिंह तेवतिया ने बताया कि नगर में अवैध
प्लांट स्वामियों को पत्र भिजवाकर उनसे
एनओसी लेने को कहा गया है। जिन प्लांट
स्वामी ने एनओसी नहीं ली,शीघ्र ही उनके
खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
हाईवे पर बुलेरो में शार्ट सर्किट से
आग
हापुड़-14 जून कोतवाली गेट के बाहर
बुलेरो गाड़ी में शार्ट सर्किट से आग लग
गयी। जिससे गाड़ी में सवार लोगों में
अफरा तफरी मच गयी। राहगीरों ने साहस का
परिचय देते हुए आग बुझाने का प्रयास किया।
फायर स्टेशन अधिकारी के मौके पर पहुंचने
से पूर्व ही आग पर काबू पा लिया। लेकिन
तब तक गाड़ी का अंदर का काफी सामान जलकर
राख हो गया।
जानकारी के अनुसार जनपद बदायूं क्षेत्र
के बिलसी निवासी लाला राम बुलेरो गाड़ी
नंबर एचपी52ए 3278 चलाता है। शुक्रवार
को वह सवारी लेकर बदायूं से हापुड़ हा
रहा था। जब बुलेरो तहसील चौपला के निकट
कोतवाली गेट के सामने पहुंची तो अचानक
शार्ट सर्किट से गाड़ी में आग लग गई।
जिससे गाड़ी में सवार लोगों में अपुरा
तफरी मच गयी। वह आनन फानन में गाड़ी से
उतरे। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को
दी। गाड़ी चालक ने राहगीरों के साथ आग
बुझाने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के
बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक गाड़ी
के अंदर का काफी सामान जलकर राख हो गया।
मौके पर पहुंचे फायर स्टेशन अधिकारी राम
किशोर यादव ने बताया कि गाड़ी में आग
शार्ट सर्किट से आग लगी है।
गौरतलब है कि गत 11 जून को ततारपुर
बाईपास पर शार्ट सर्किट होने से ट्रक
में आग लग गई थी। जिससे ट्रक में रखा
करीब 10 लाख का सामान जलकर राख हो गया
था।