आजमगढ
जिले
के
गम्भीरपुर क्षेत्र
में
दो
समुदायों
के
बीच
हुए
खूनी
संघर्ष
में
एक
व्यक्ति
की
मौत
हो
गयी
तथा
18 अन्य
जख्मी
हो
गये।
इस
मामले
में
सम्बन्धित
थानाध्यक्ष
को निलम्बित
कर
दिया
गया
है।
पुलिस
सूत्रों
ने
आज
यहां
बताया
कि
मोहम्मदपुर
बाजार
में
कल
रात
ग्राम
प्रधान
का
पति
धार्मिक
अनुष्ठान
में
इस्तेमाल
के
मकसद
से
एक
चबूतरे
का
निर्माण
करा
रहा
था।
दूसरे
समुदाय
के
लोगों
ने
इसका
विरोध
करते
हुए
प्रधानपति
की
पिटाई
कर
दी।
उन्होंने
बताया
कि
देखते
ही
देखते
दोनों
तरफ
से
ईंट-पत्थर
चलने
लगे।
उपद्रवियों
ने
बाजार
में
जमकर
तांडव
मचाया
और
लगभग
तीन
दर्जन
दुकानों
में
तोडफोड
की।
उन्होंने
दो
वाहनों
को
•ाी
आग
के
हवाले
कर
दिया।
इस
बीच,
कुछ
गोलियां
चलने
की
आवाजें
•ाी
सुनी
गयीं।
सूत्रों
ने
बताया
कि
वारदात
में
सात
लोग
गम्•ाीर
रूप
से
और
12 अन्य
मामूली
तौर
पर
जख्मी
हुए।
घायलों
में
से
दो
को
नाजुक
हालत
के
मद्देनजर
वाराणसी
रेफर
किया
गया,
जहां
इलाज
के
दौरान
एक
व्यक्ति
की
मौत
हो
गयी।
उपद्रवियों
के
तांडव
से
पूरे
क्षेत्र
में
दहशत
फैल
गयी
और
आजमगढ-वाराणसी
तथा
इलाहाबाद
राज्यमार्ग
करीब
चार
घंटे
तक
ठप
रहा।
स्थानीय
लोगों
के
मुताबिक
पुलिस
वारदात
के
काफी
देर
बाद
मौके
पर
पहुंची
और
बडी
संख्या
में
पीएसी
बल
की
मदद
से
स्थिति
पर
काबू
पाया
जा
सका। इस
बीच,
उपमहानिरीक्षक :लोक शिकायत:
सतीश
गणेश
ने
लखनउ
में
बताया
कि
प्रशासन
ने
मामले
में
लापरवाही
बरतने
के
आरोप
में
गम्•ाीरपुर
के
थानाध्यक्ष
सलीम
अली
सिद्दीकी
को
निलम्बित
कर
दिया
है।
उन्होंने
बताया
कि
पुलिस
दंगाइयों
की
पहचान
की
कोशिश
कर
रही
है
और
दोषी
लोगों
को
कतई
बख्शा
नहीं
जाएगा।हालात
के
मद्देनजर
इलाके
को
छावनी
में
तब्दील
कर
दिया
गया
है।
इलाके
में
तनावपूर्ण
शांति है।
वरिष्ठ
अधिकारी
मौके
पर
हैं। |