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वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के
नेता और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी शनिवार को गंगा आरती में शामिल हुए।
शंख ध्वनियों और वैदिक मंत्रों के बीच उठ
रही गंगा की लहरों के संगम में नरेंद्र
मोदी के हाथ भी एक-दूसरे से जुड़कर माता की
आरती में करते रहे।
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, प्रदेश
अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और प्रदेश
प्रभारी अमित शाह भी गंगा आरती में साथ
देने के लिए उनके साथ रहे। बनारस के
दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती में न
सिर्फ राजनैतिक संगम का दृश्य दिख रहा था
बल्कि भारी जन समूह, भाजपा कार्यकर्ता और
विदेशी सैलानियों का संगम भी इस अद्भुत
क्षण को कैमरे में कैद कर रहे थे।
वहां उपस्थित सभी लोग भजन का आनंद लेते रहे।
तालियां बजाकर भारतीय संस्कृति को जीवंत
कर रहे थे। यहां न तो मोदी के पक्ष में
नारे लग रहे थे और न ही गंगा आरती में कोई
बाधा बन रहा था। सभी माता के पूजन में रमे
रहे।
गंगा पूजन कर मोदी ने लोगों को उद्बोधित
किया। उन्होंने कहा ‘‘जो बिना मांगे ही
कुछ दे, वहीं मां है। मुझे तो बनारस के
लोगों से कुछ मांगने का मौका ही नहीं दिया
गया। माता का आशीर्वाद लेने पर भी रोक लगा
दी गई। बावजूद इसके बनारस ने मुझे सब-कुछ
दे दिया।‘‘
इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी के
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने लोगों
को संबोधित करते हुए कहा ‘‘मोदी की अगुवाई
में भारत महाशक्ति के साथ आध्यात्मिक शक्ति
के रूप में भी पहचाना जाएगा।‘‘ संचालन
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने
किया। |