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लखनऊ, 23 मार्च
। महानगर कोतवाली
की पुलिस द्वारा दबिश के नाम पर महिलओं के
साथ अभद्रता करने व उन्हें पीटने का मामला
सामने आया है। फिलहाल, पुलिस इससे इंकार
कर रही है।
महानगर के अकबर नगर निवासी असलम बाबा नग
बेच कर अपना जीवन यापन करते हैं। असलम के
छह लड़के हैं जिनमें से मुख्तार, जफर, इशार
और इरशाद उसके साथ रहते हंै, जबकि दो लड़के
दुबई में नौकरी करते हंै। शनिवार रात असलम
अपने चारों लड़कों के साथ बाहर गए हुए थे।
घर पर असलम की पत्नी के अलावा उनकी तीन
बहुएं व असलम की बेटी रुक्सार (14) और पोती
मनकशा (8) मौजूद थीं। असलम के अनुसार देर
रात एक पुलिस की गाड़ी उनके घर पर आकर रुकी।
उसमे से एक दरोगा और छह सिपाही उतरे।
उन्होंने असलम के घर का दरवाजा खटखटाया।
असलम की पत्नी ने दरवाजा खोला तो पुलिस ने
चारों लड़कांे के बारे में पूछा। चारों लड़कों
के घर पर मौजूद न होने की बात जब असलम की
पत्नी ने बताई तो पुलिस घर में घुस गई।
असलम ने बताया कि दबिश की बात कहकर पुलिस
ने घर में महिलाओं से अभद्रता की, जिसका
विरोध करने पर उन्होंने उनकी पिटाई करनी
शुरू कर दी।
इस मामले में महानगर कोतवाली के
इंस्पेक्टर नागेन्द्र चैबे ने बताया कि
शुक्रवार रात असलम के चारों पुत्रों ने
मौहल्ले के ही रहने वाले उमेश पाल के घर
पर मामूली विवाद में पत्थरबाजी की थी। इसकी
शिकायत उमेश ने कोतवाली में की, जिसके
संबंध में पुलिस दबिश देने गई थी। महिलाओं
से मारपीट करने की बात से पुलिस ने इंकार
किया है।
वन्य जीवों के शिकारी को एसटीएफ ने पकड़ा
लखनऊ, 23 मार्च। उत्तर प्रदेश की स्पेशल
टास्क फोर्स ने वन्य जीवों का शिकार करने
वाले कुख्यात अपराधी को रविवार को
गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक, कुख्यात वन्यजीव माफिया
तेजपाल मौर्या को सिमरी घटाही, धर्मपुर
बगुलिहा, निशानगाढा रेन्ज से गिरफ्तार किया।
इसके पास से चीते का शिकार करने में
प्रयुक्त होने वाले उपकरणों को भी बरामद
किया गया। तेजपाल पिछले कई सालों से
बहराइच और लखीमपुर खीरी के जंगलों में अपना
गिरोह बनाकर वन्य जीवों का शिकार कराता
था। उसके गैंग में स्थानीय निवासियों के
अलावा हरियाणा के कुख्यात बावरिया गिरोह
के लोग भी शामिल हैं। वन विभाग के
अधिकारियों के साथ वार्ता के दौरान यह भी
जानकारी में आया कि तेजपाल नेपाल चला जाता
है, जहां उसने अपने अवैध धन्धे का नेटवर्क
बना लिया है।
पूछताछ करने पर तेजपाल मौर्या ने बताया कि
वह कबेलपुर, बहराइच का मूल निवासी है। उसका
सम्पर्क कई साल पहले बावरिया जनजाति के एक
व्यक्ति से हुआ था। उसने वन्य जीवों के
अवैध शिकार और व्यापार के बारे में बताया
और उसके बाद से ही वह गिरोह बनाकर बहराइच
और खीरी के जंगलो में अवैध शिकार का धन्धा
करने लगा।
साइबर सुरक्षा को लेकर राजधानी में
कार्यशाला
लखनऊ, 23 मार्च। गैलिक्सो इन्फोसाफ्ट के
तत्वाधान में रविवार को साइबर सुरक्षा पर
राजधानी के जयशंकर सभागार मंे एक कार्यशाला
का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित
करते हुए कंपनी के निदेशक साइबर विशेषज्ञ
सुमित सिंह ने कहा कि नयी तकनीक के कारण
पैदा हुई मुश्किलों का हल निकालने के लिये
सबसे पहले अपने देश में कानून में बदलाव,
बौद्धिक सम्पदा अधिकार के क्षेत्र में किया
गया।उन्होनें कहा कि क्षेत्र जिस प्रकार
से बढ़ोतरी हो रही उसी प्रकार से दिन
प्रतिदिन अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं, उनसे
सर्तक रहने की जरूरत है।
श्री सिंह ने कहा कि कंप्यूटर डाटा भी
कश्पीराइट की तरह सुरक्षित होता है। बहुत
से कंप्यूटरों, वेबसाइटों में डाटा गुप्त
या गोपनीय होता है। वेब साइट या कंप्यूटर
को हैक कर इसे कश्पी या नष्ट करना, इसी
श्रेणी में आता है।इस मौके पर साइबर
अटैक्स, बैक्स में चोरी और कम्प्यूटर को
सुराक्षित रखने की भी जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में आईटीआई सीतापुर, नेषनल पीजी
कालेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कांग्रेस के
खिलाफ रायबरेली से बिगुल फूंकेंगे मौलाना
कल्बे जब्बाद
सियासी गणित गड़बढ़ाने के डर से डैमेज
कन्ट्रोल में जुटे कांग्रेसी नेता
लखनऊ, 23 मार्च । षिया धर्मगुरू मौलाना
कल्बे जब्बाद ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ
बिगुल फूंकने का एलान कर दिया है। सरकारी
कब्जे वाली वक्फ भूमि को आजाद कराने के
अभियान के सिलसिले में मौलाना सोमवार को
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के संसदीय
क्षेत्र रायबरेली पहुँच रहे हैं। उनके इस
दौरे के सियासी मायने भी निकाले जा रहे
हैं। मौलाना कांग्रेस को उनके ही गढ़ में
घेरकर कड़ा संदेष देना चाहते हैं। सूत्रों
के अनुसार मौलाना कल्बे जव्वाद सोमवार को
रायबरेली में प्रमुख मौलानाओं के साथ बैठक
भी करेंगे और सभा को भी संबोधित करेंगें।
मौलाना कल्बे जब्बाद के इस कदम ने
कांग्रेसी नेताओं की नींद हराम कर दी है।
उन्हें यह भय सता रहा है कि अगर मौलाना
कांग्रेस के खिलाफ मुखर हुए तो इसका
खामियाजा लोकसभा चुनाव में पार्टी को
भुगतना पड़ सकता है। सूत्रों से मिली
जानकारी के मुताबिक कुछ मुस्लिम कांग्रेसी
नेताओं ने मौलाना को मनाने की भी कोषिष की
लेकिन व टस से मस नहीं हुए। फिलहाल उन्हें
साधने का प्रयत्न किया जा रहा है। मौलाना
कल्बे जब्वाद ने हिन्दुस्थान समाचार को
बताया कि उत्तर प्रदेष हो या दिल्ली वक्फ
सम्पत्तियों पर सबसे ज्यादा कब्जे
कांग्रेस की हुकूमत में ही हुए हैं।
उन्होंने कहा कि वक्फ सम्पत्तियों से अवैध
कब्जे हटाने की मुहिम यूपी ही नहीं बल्कि
देष के अन्य हिस्सों में भी चलेगी।
केन्द्र सरकार ने 123 वक्फ सम्पत्तियों से
अपना क्लेम वापस लिया है लेकिन अभी हमें
संपत्ति वापस नहीं मिली है। सरकार ने खुद
माना है कि 87 जमीनों पर अवैध कब्जे हैं
लेकिन अभी तक सरकार ने उन्हें चिन्हित तक
नहीं किया है।
मौलाना के अनुसार दिल्ली में कर्बला
“ााहेमर्दा की जमीन वक्फ की सम्पत्ति है।
केन्द्र सरकार ने 700 साल पुरानी गौसिया
मस्जिद पर बुलडोजर चलवाया।
उन्होंने कहा कि लखनऊ में इंदिरा भवन और
जवाहर भवन भी वक्फ की भूमि पर ही बना है।
षिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा
कि लखनऊ के राजाजीपुरम स्थित महारानी
लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय भी भाजपा
सरकार ने वक्फ की भूमि पर बनवाया।
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