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दस साल बाद पकड़ा गया कानपुर दंगे का मुख्य अभियुक्त
एडीएम पाठक की हत्या में था वांछित, गिरफ्तारी के समय मिला फर्जी प्रेस कार्ड
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Publised on : 27  December  2011       Time 22:19    

पीएसी के ट्रक पर बम फेंकने में भी था शामिल
लखनऊ, 27 दिसम्बर। (उप्रससे)। कानपुर दंगे के मुख्य अभियुक्त मोहम्मद रेहान को गिरफ्तार करने में पुलिस को दस साल लग गए। उसे कल रात राजधानी से गिफ्तार कर लिया गया। वह नाम बदल कर यहां रह रहा था। गिरफ्तार अभियुक्त पर बलवा, हत्या और हत्या के प्रयास के मुकदमें हैं। वह पीएसी पर हमला करने का भी आरोपी है।
कानपुर नगर में वर्ष 2001 में भीषण दंगा हुआ था। इस दंगे में कई लोग मारे गए थे। दंगाइयों ने जहां पुलिस पार्टी और पीएसी पर हमले किये थे। वहीं, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) चन्द्र प्रकाश पाठक पर अंधाधुंध गोलियां चला कर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस दंगे में कानपुर के दंगाइयों के अलावा हिजबुल मुजहिदीन का भी हाथ सामने आया था। दंगे के दस साल बाद तक मुख्यअभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। बीती रात एटीएस और आलमबाग पुलिस ने मोहम्मद रेहान निवासी तलाक महल थाना बेकनगंज को करीब साढे दस बजे गिरफ्तार कर लिया। इसके कब्जे से राज अहमद के नाम के परिचय पत्र, डीएल, पैन कार्ड, वोटर आईडी, समाचार पत्र के संवाददाता के रूप में बना परिचय पत्र एवं मोबाइल बरामद हुआ।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहम्मद रेहान कानपुर नगर में रहने के दौरान पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से संबध्द था। उसने कानपुर में हुए दंगे में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। इसने हिजबुल के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर न केवल पीएसी के ट्रक पर बम फेंका था, बल्कि 16 मार्च 2001 को दंगे के दौरान डयूटी कर रहे एडीएम चन्द्रप्रकाश पाठक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कानपुर में दंगे के बाद यह फ रार हो गया था। वह भागकर दिल्ली चला गया था। दिल्ली में इसने एक लेदर फैक्ट्री में काम शुरु किया था। यहां से कलकत्ता चला गया, जहां पर इसने दूध बेचने का काम किया। वहां एक पत्रकार से संपर्क होने के बाद यह मेरठ में आ गया तथा चैनल के कार्यालय में चपरासी के रूप में काम किया। इस दौरान इसने पाकिस्तान भागने की भी कोशिश की थी। किन्तु पैसों के अभाव में पाकिस्तान नहीं जा सका था। इसके बाद वह लखनऊ आकर आलमबाग क्षेत्र के अर्जुननगर में नाम बदल कर रहने लगा था। इसकी गिरफ्तारी पर डीआईजी कानपुर ने वर्ष 2009 में इनाम घोषित किया था।
मार्ग दुर्घटना में दो मित्रों की मौत
फर्रुखाबाद, 27 दिसम्बर। (उप्रससे)। फतेहगढ़ मार्ग पर जीप और मोटर साइकिल की टक्कर में दो मित्रों की मौत हो गई तथा एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार बीती रात करीब दस बजे हरिओम मिश्रा (30)अपने मित्र वैभग मिश्रा (26)व राहुल कुमार तोमर (38) के साथ मोटर साइकिल से फतेहगढ़ से आ रहे थे। भीम मार्केट के सामने एक जीप ने टक्कर मार दी। इससे हरिओम मिश्रा और वैभव मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई तथा राहुल कुमार तोमर घायल हो गए।
ट्रेन से कटकर मालगाड़ी के गार्ड की मृत्यु
बाराबंकी, 27 दिसम्बर। (उप्रससे)। गोण्डा से आ रही एक मालगाड़ी के गार्ड की आज तड़के में ट्रेन से कटकर मौत हो गई। गार्ड गोण्डा में तैनात था तथा मालगाड़ी लेकर जा रहा था। जानकारी के अनुसार गोण्डा से लखनऊ आ रही मालगाडी मल्होर स्टेशन पर खड़ी थी। यहां गार्ड कृष्ण गोपाल उतर कर गाड़ी के डिब्बे चेक कर रहे थे। दूसरी लाइन पर एक और गाड़ी के आ जाने से गार्ड की कटकर मौत हो गई।
दुर्घटना में इलाहाबाद के चिकित्सक दम्पत्ति की मौत
प्रतापगढ़, 27 दिसम्बर। (उप्रससे)। इलाहाबाद-रायबरेली मार्ग पर कुण्डा क्षेत्र में आज सुबह हुई मार्ग दुर्घटना में डाक्टर दम्पत्ति की मौत हो गई। जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। थाना कुण्डा अन्तर्गत ग्राम सरायमालीपुर के सामने ट्रक ने कार में टक्कर मार दी। कार में सवार इलाहाबाद के डाक्टर शशिकांत सिंह और उनकी पत्नी शोभा सिंह की मौक पर ही मौत हो गई। जबकि उनके बच्चे कु.शिवानी सिंह, स्मृति उर्फ मनीषा व पुत्र आनन्द सिंह घायल हो गए।
रूपयों के लेनदेन में सिपाही की हत्या
हरदोई, 27 दिसम्बर। (उप्रससे)। नौकरी लगवाने के लिए रूपये वापस न करने पर एक युवक ने प्रशिक्षु सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस हत्यारे की तलाश कर रही है। मृतक बरेली में सिपाही की ट्रेनिंग कर रहा था। वह आजकल अवकाश पर अपने घर आया हुआ था।
जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली देहात अन्तर्गत एक ढाबे पर सिपाही रजनीश (22) अपने एक अन्य साथी के साथ खाना खाने गया था। यहां रुपयों के लेनदेन पर उसका अपने साथी से विवाद हो गया। इस पर उसके साथी अन्नू सिंह ने उसे गोली मार दी। गोली लगने से सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां मृत घोषित कर दिया गया। ज्ञातव्य है कि सिपाही रजनीश ने अपने दोस्त अन्नू सिंह से नौकरी लगवाने के लिए रूपये लिये थे। किन्तु नौकरी नहीं लगी। इसके बाद वह उससे पैसों की माग करने लगा। इसी लेनदेन में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

News source:    U.P.Samachar Sewa

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