गरीब कामगारों के लिए घोषित अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग काम्पलेक्स स्कीम पर यूपी में काम शुरु, सीएम के सामने अफसरों ने दिया प्रस्तुतीकरण
स्कीम में एक करोड़ कामगारों और अन्य गरीबों को को समायोजित किया जाएगाः योगी आदित्यनाथ
#Afordeble rental housing complex
लखनऊ, 25 मई 2020 ( उ.प्र.समाचार सेवा)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा घोषित बीस लाख रुपये के पैकेज में शामिल अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग स्कीम पर उत्तर प्रदेश में काम शुरु हो गया है। इसकी योजना बना कर सोमवार को अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया। अफोर्डेवल रेण्टल हाउसिंग काम्पलेक्स स्कीम में
प्रवासी मजदूरों समेत पटरी दुकानदानों, निर्धन छात्रो, औद्योगिक सेवाओं में कार्यरत एवं अन्य क्षेत्रों के शहरी गरीबों को भी इस योजना में आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कामगारों, शहरी गरीबों के लिए अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काॅम्पलेक्स स्कीम Afordeble rental housing complex के कार्यों में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्हांेने कहा कि स्कीम की सुविधा निर्धन छात्रों, पटरी दुकानदारों सहित औद्योगिक सेवा क्षेत्र एवं अन्य संस्थाओं में
कार्यरत शहरी गरीबों को भी उपलब्ध करायी जाए। किफायती किराए पर आवास से बड़ी संख्या में कामगार व शहरी गरीब लाभान्वित होंगे।
सीएम सोमवार को यहां अपने सरकारी आवास 5 कालीदास मार्ग पर भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काॅम्पलेक्स स्कीम के तहत आवास एवं शहरी नियोजन तथा नगर विकास विभाग के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में कामगारों व शहरी निर्धन लोगों
की महत्वपूर्ण भूमिका है। अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काम्पलेक्स स्कीम से मलिन बस्तियों तथा अनियोजित अवैध कालोनियों की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि इस हाउसिंग काम्पलेक्स के लिए भूमि चिन्ह्ति की जाए तथा निर्माण के समय सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के फलस्वरूप श्रमिक और विभिन् क्षेत्रों के कुशल कामगार अपने प्रदेश में वापस आए हैं। विगत दिनों में 25 लाख लोग प्रदेश में आ चुके हैं। अभी लगभग 5 लाख और श्रमिकों के आने की सम्भावना है। जबकि प्रदेश में 45 लाख श्रमिक एवं कामगार प्रदेश में पूर्व से ही स्थित हैं।
इन्हें दृष्टिगत रखते हुए लगभग एक करोड़ लोगों के लिए अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काम्पलेक्स की सुविधा का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उपयुक्त भवनों के ग्राउण्ड फ्लोर को छोड़कर प्रथम, द्वितीय तथा अन्य तल पर अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काम्पलेक्स बनाने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुए अफोर्डेबल रेण्टल हाउसिंग काम्पलेक्स स्कीम का प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने
स्कीम की व्यावहारिकता को देखते हुए सम्बन्धित योजनाओं पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रस्तुतीकरण के बाद आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए संशोधन के सुझाव भी दिए।
प्रस्तुतीकरण के दौरान नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन, मुख्य सचिव आरके तिवारी, राजस्व परिषद के अध्यक्ष दीपक त्रिवेदी, आर्थिक सलाहकार केवी राजू, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल
एवं संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
|