दिल्ली,
06 नवम्बर 2019। (उत्तर
प्रदेश समाचार सेवा Uttar Pradseh Samachar Sewa)।
जमीअत-ए-उलेमाए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद
मदनी ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सर्वोच्च
न्यायालय के आने वाले फैसले को सभी से मानने की अपील की
है। उन्होंने कहा कि देश में सभी को शांति बनाये र खनी
है। उन्होंने कहा कि यह मामला एक नासूर का रूप धारण कर
चुका है। इसलिए देश की एकता और अखण्डता के लिए इसका
समाधान जरूरी है। श्री मदनी यहां बुधवार को पत्रकारों से
बात कर रहे थे।
पत्रकारों से
बातचीत में उन्होंने कि राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद का
मुद्दा आजादी के पहले और बाद में भी गंभीर समस्या बना रहा
है। हमने इसका समाधान कानूनी रूप से करने की भरसक कोशिश
की। इसे हमने सड़क का मुद्दा नहीं बनने दिया। हमनेअदालत
के सामने अपने सभी सुबूतरखे। लेकिन, अब अदालत का जो भी
फैसला आएगा उसे हम मानेंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल एक
जमीन की लड़ाई नहीं है। बल्कि, देश में कानून और संविधान
की सर्वोच्चता का मामला है। प्रत्येक न्याय प्रिय व्यक्ति
चाहता है कि इसका फैसला सुबूत और तथ्योंके आधार पर हो न
कि आस्था के आधार पर हो। उन्होंने कहा कि अदालत कह चुकी
है कि यह मामला केवल स्वामित्व का है।
उन्होंने सभी
मुस्लिम संगठनों तथा हिन्दू संगठनों से और देश की जनता
से अपील की कि जो भी फैसला आये उसे हम सभी स्वीकार करें
और देश में शाति बनाये रखें।