लखनऊ,
05 नवम्बर 2019। (उप्रससे)। यूपी के चर्चित पीएफ घोटाले
में पुलिस ने उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन और मध्यांचल
विद्युत वितरण निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक एपी मिश्रा
को गिरफ्तार किया है। घोटाले में यह तीसरी गिरफ्तारी है।
मिश्रा को इस घोटाले का मुख्य सूत्रधार माना जा रहा है।
पुलिस ने उन्हें डीएचफसीएल में निवेश की अनुमति देने तथा
पहली किश्त जारी करने के लिए दबाव बनाने के आरोप में
गिरफ्तार किया है।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के
कर्मचारियों के पीएफ और ईपीएफ के करीब चार हजार करोड़
रुपये निजी फाइनेंस कंपनियों में जमा कर दिये गए थे। जबकि
यह निवेश सरकारी नियमों के विपरीत है। इस मामले का खुलासा
होने पर शासन ने जांच के आदेश दिये। जांच में आरोप सही
पाये गए तो प्रारम्भिक रूप से जिम्मेदार मामले गए
अधिकारियों पर कार्रवाई शुरु की गई है। एपी मिश्रा अपने
कार्यकाल में अत्यधिक प्रभावी थे। इंजीनियर होते हुए
उन्हें सपा सरकार ने पावर कार्पोरेशन के एमडी बनाया था।
इस पद पर आईएएस अधिकारी की नियुक्ति होती है। जबकि उन्हें
सेवानिवृत्ति के बाद भी कई बार सेवा विस्तार दिया गया।
एपी मिश्रा को अखिलेश यादव का नजदीकी माना जाता था।
इसीलिए उनके पास एक साथ यूपीपीसीएल और मध्यांचल के एमडी
का एक साथ चार्ज था।