नई
दिल्ली,
29
नवम्बर
2019 ।
(उप्रससे)।
संसद में नाथूराम गोडसे को देशभक्त
कहने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने दो
बार मांफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनका
बयान किसी और संदर्भ में था। जिसे
तोड़मरोड़ कर पेश किया गया। फिर भी
अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो
वह माफी मांगती हैं। उन्होंने कहा कि
27 नवम्बर को एसपीडी संशोधन विधेयक पर
चर्चा के दौरान उन्होंने गांधी जी के
हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं
कहा था। मैंने उनका नाम तक नहं लिया।
मैं आतंकी नहीं, सदस्य ने किया महिला
का अपमानः साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने
माफी मांगते समय यह भी कहा कि वह
कोर्ट से बरी की गई हैं। इसके बाद भी
सदन के एक सम्मानित नेता ने उन्हें
आतंकी कहा है। यह एक महिला और सदन के
सदस्य का अपमान है। यह साध्वी का भी
अपमान है। यह बयान भी कानून का
उल्ललंघन है। उन्होंने इस बयान के लिए
विशेषिधार नोटिस दिया है।
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