अयोध्या,
13 नवम्बर 2019 ( उप्र समाचार सेवा )।
विश्व हिन्दू परिषद् ने अयोध्या में
बनने वाली मस्जिद को बड़ा बयान दिया
है। विहिप ने कहा है कि अयोध्या की
सांस्कृतिक सीमा में मस्जिद मंजूर नहीं
की जाएगी। यह बात आज यहां विहिप के
संरक्षक और वरिष्ठ प्रचारक दिनेश
चन्द्र ने कही। वह यहां पत्रकारों से
बात कर रहे थे।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास परिसर में
आयोजित पत्रकार वार्ता में दिनेश
चन्द्र ने कहा कि अयोध्या की
सांस्कृतिक सीमा 42 कोस की है। इस सीमा
के भीतर हमें मस्जिद मंजूर नहीं है।
इसके साथ ही मस्जिद बाबर के नाम पर नहीं
होनी चाहिए। अब ट्रस्ट बनाने का काम
सरकार को करना है। इसमें विहिप को
शामिल करना या नहीं करना उनका काम है।
हम चाहते हैं कि मन्दिर निर्माण में
पूजित शिलाएं लगें। हम सभी शिलाएं
सरकार द्वारा बनाये जाने वाले ट्रस्ट
को सौंपने के लिए तैयार हैं।
नये ट्रस्ट की जरूरत नहीं- महंत
नृत्यगोपाल दास
अयोध्या, 13 नवम्बर 2019 ( उप्र
समाचार सेवा )। श्रीराम जन्मभूमि
न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल
दास ने कहा है कि सरकार को नए ट्रस्ट
को बनाने की कोई जरूरत नहीं है। राम
जन्मभूमि न्यास ही मन्दिर बनाएगा।
उन्होंने कहा कि जिसे शामिल होना है
वह इस ट्रस्ट में शामिल होसकता है।
न्यास के अध्यक्ष के इस बयान के बाद
विहिप के भीतर भी मतभेद उभरने की आशंका
दिखाई देने लगी है। क्योंकि आज ही
विहिप के संरक्षक दिनेश चन्द्र ने कहा
है कि सर्वोच्च न्यायाल के आदेश पर
सरकार को ट्रस्ट बनाना है तथा यह
ट्रस्ट ही मन्दिर बनाएगा।
रामालय ट्रस्ट को मिले मन्दिर बनाने
का अधिकार
उधर रामालय ट्रस्ट के सचिव
अविमुक्तेश्वरानन्द ने कहा है कि
रामालय ट्रस्ट मौजूद है। इस ट्रस्ट को
मन्दिर बनाने के लिए अधिकार दिया जाए।
उन्होंने कहा कि वह अपना प्रतिवेदन
गुरुवार को केन्द्र सरकार को सौंपेंगे।
यदि सरकार उनकी बात नहीं मांगती है तो
वह कोर्ट जाएंगे। |