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लखनऊ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ‘‘द्वितीय वर्ष का
प्रशिक्षण वर्ग’’ इस बार में गोरखपुर में 24 मई से शुरु
हो होगा। जबकि इसकी औपचारिक शुरुआत 25 मई प्रातः होगी।
इस प्रशिक्षण वर्ग में क्षेत्र के पदाधिकारियों के
अलावा कई प्रशिक्षित शिक्षक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण
देंगे। इसमें संघ के सरसंघचालक डा0 मोहन मधुकर राव
भागवत भी 05 व 06 जून को शामिल होने के लिए गोरखपुर
पहुंचेंगे।
संघ के इस द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षण वर्ग में काशी,
गोरक्ष, अवध व कानपुर के सैकड़ों स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे।
यह वर्ग संघ के योजनानुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश
क्षेत्र का माना जायेगा। जबकि इन चारों प्रान्त में
संघ का प्रथम वर्ष अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग समय पर
होना तय है।गोरक्ष प्रान्त का ‘प्रथम वर्ष का
प्रशिक्षण’ देवरिया में सरस्वती शिशु मंदिर (देवरिया
खास) में 26 से 14 जून तक, अवध प्रान्त का चम्पा देवी
सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज, सीतापुर, बिसवां
मंे, कानपुर प्रान्त का बांदा के नरैनी रोड स्थित राजा
देवी डिग्री कालेज में उक्त तिथि पर ही शुरु होगा, जबकि
काशी प्रान्त का प्रशिक्षण वर्ग 01 से 21 जून तक चुनार
के पोद्यार दामोदर डिग्री काॅलेज मंे चलेगा।
इसके अतिरिक्त ‘प्रथम वर्ष विशेष’ गोरखपुर मंे तथा
‘द्वितीय वर्ष विशेष’ गाजियाबाद में चलेगा। इस वर्ग
में 40 वर्ष के उपर के स्वयंसेवकांे हिस्सा लेते हंै।
इसके अलावा मातृशक्तियों को प्रशिक्षण वर्ग वाराणसी
में 27 मई से 14 जून तक निवेदिता शिक्षा सदन परिसर में
चलेगा। महिलाआंे व बहनों के बीच में संघ का कार्य ‘‘
राष्ट्रीय सेविका समिति’’ के नाम से चलता है। जिसके
बैनर तले हर वर्ष मातृशक्तियों को देश व परिवार हित
में प्रशिक्षित करने का आयोजन संघ करता है। उत्तर
प्रदेश में संघ के दृष्टि से छह प्रान्त हैं जिसमंे इन
नामों के अलावा मेरठ व ब्रज प्रान्त शामिल है। इन
प्रान्तों में भी इसी समय प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण
शिविर चलेगा।
संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के
क्षेत्रकार्यवाह रामकुमार ने बताया कि ‘‘संघ शिक्षा
वर्ग एक साधना है आज्ञापालन और पूर्ण अनुशासन इसका
आधार है।’’ बताया कि प्रत्येक वर्ष हजारों स्वयंसेवकांे
को संघ अपने प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित कर
देशभक्त नागरिक तैयार करता है। |