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शाहजहांपुर में हर्षोल्लास व श्रद्धा से मनाया गया महापर्व छठ |
Tags: Shahjahanpur News |
Publised on : 2020:11:20 Time 20:50 Last
Update on : 2020:11:20 Time 20:50 |
शाहजहांपुर, 20 नवम्बर 2020 ( उ.प्र.समाचार सेवा)।
आस्था का महापर्व छठ पूजा लोधीपुर पुल स्थित खन्नौत नदी के छठ घाट पर हर्षोल्लास एवं श्रद्धा से मनाया गया। जिसमें सूर्य भगवान व छठी मइया की पूजा अर्चना 36 घंटे के निर्जला व्रत रखकर परवतिन (मुख्य उपासक/व्रती) द्वारा की गयी। चार दिनों तक मनाये जाने वाले इस महापर्व में पवित्र स्थान निर्जला
उपवास लम्बे समय तक पानी में खड़े रहना और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना बिना किसी पुरोहित के सम्पन्न किया जाता है। छठ पूजा के आरम्भ के विषय में कहा जाता है कि इस व्रत का आरम्भ मगध (बिहार से हुआ) जो आज पूरे विश्व में मनाया जाता है। छठ व्रत आम तौर पर लोगों को बिरासत में मिलता है। सास
द्वारा अपनी नई नवेली बहू को कोसी भरकर व्रत रखने की सौगात की परम्परा मिलती है।
आज दोपहर से ही छठ हेतु श्रद्धालु अपने परिवार सहित खन्नौत नदी के घाट पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे। जिसमें द्वारा बहगी (डलिया),कुरेसर, बांस के बने सूप में मौसमी सब्जियां व फल जैसे मूली, शकरकंदी, अदरक, सिगाड़ा
पूरी शुद्धता के साथ बने गेंहू का अगरौदा ठेकुआ आदि पकवान रखकर नदी तट पर पहुंचे। जहां से गन्ने से बनाये गये मंडप में रखकर पूजा अर्चना की। जिनकी मन्नत पूरी हुई वह बैंड बाजे सहित गीत गाते हुए नदी तट पर पहुंचे और वहां अस्त गामी सूर्य को अर्घ्य प्रदान करना बड़ा रोमांचकारी अनुभव होता है। उस
समय सूर्य की किरणों में औलोकिक तेज होता है। व्रतियों और श्रद्धालुओं द्वारा सायं भगवान सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया गया। पूरा नदी तट ऊंच नीचे के भेदभाव मिटाकर सामूहिक रूप से भक्ति के सागर में गोते लगाता नजर आया।
इस दौरान पूर्वांचल महासभा की ओर खन्नौत घाट पर बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला आदि और चाय, नाश्ता की व्यवस्था की गई। पूर्वांचल महासभा के अध्यक्ष वेद प्रकाश रावत ने बताया कि सुबह तड़के सूर्य भगवान को अध्र्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा। कार्यक्रम में महासभा के उपाध्यक्ष अशोक कुमार यादव,
सौरभ यादव, योगेंद्र यादव, त्रिलोकी सिंह का विशेष सहयोग रहा।
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