लखनऊ,
21 जनवरी। (उ.प्र.समाचार सेवा)।
सपा के कद्दावर नेता रहे पूरव मंत्री और विधान परिषद्
सदस्य अम्बिका चौधरी ने सपा छोड़ दी है। वह बसपा में
शामिल हो गए। उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रेस
कांफ्रेंस के दौरान बसपा में शामिल होने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि वह सपा की प्राथमिक सदस्यता तथा सभी पदों
से इस्तीफा देकर आये हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने घोषणा
की कि उन्हें बलिया की उनकी पुरानी सीट से टिकट दिया
जाएगा। वह पूरवाचल के जुझारू नेता हैं।
अखिलेश ने नेता और पिता को धोखा दियाः अम्बिका चौधरी
लखनऊ। सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए अम्बिका चौधरी ने
कहा है कि अखिलेश यादव ने अपने नेता और पिता को धोखा दिया
है। इस बात से प्रदेश में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि
सवाल 16 जनवरी को निरवाचन आयोग के फैसले हुई जय-पराजय का
नहीं है। जनता में विश्वनीयता का है। उन्होंने कहा कि सपा
में 13 सितम्बर से शुरु हुए घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया
है कि इस लड़ाई का मकसद कुछ और था।
पत्रकारों से बातचीत में अम्बिका चौधरी ने कहा कि सपा की
जो लड़ाई साप्रदायिक ताकतों और सेकुलर पक को मजबूत करने
की होनी चाहिए थी वह नेतृत्व हथियानने की हो गई। सपा कहीं
भी साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए लड़ती नजर नहीं
आ रही है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बहुत ही महत्वपूरण
है। क्योंकि यदि इस चुनाव मे सेकुलर ताकतों की विजय नही
ंहुई तो 2019 के चुनाव में स्थिति बड़ी खराब हो सकती है।
उन्होंने कहा कि बहन मायावती ने मुझ पर जो भरोसा जताया
है। उसे वह पूरा करेंगे तथा बसपा और बहन के निरदेशों के
अनुसार राजनीति करेंगे।
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