मुजफ्फरनगर। दो दिन पूर्व दिल्ली निवासी 2
युवतियों व उनके 2 दोस्तों का अपहरण करने
के बाद दोनों युवतियों से बलात्कार के
प्रयास करने की घटना से सुर्खियों में आये
बिजनौर से बसपा विधायक शाहनवाज राणा को
पार्टी हाईकमान ने पार्टी से निलंबित कर
दिया है। दूसरी ओर पुलिस ने इस घटना में
फरार चल रहे विधायक के दो भाईयों पर 5-5
हजार का ईनाम घोषित कर दिया है। प्रदेश के
प्रमुख सचिव (गृह) ने कहा है कि यदि जरूरत
हुई तो विधायक को भी गिरफ्तार किया जायेगा।
पुलिस ने आज दोपहर तीनों की तलाश में उनके
घरों पर जबरदस्त दबिशें दी हैं।
ज्ञात रहे कि दो दिन पूर्व देहरादून से
दिल्ली लौट रहे 2 युवक गौरव जैन व उसके
चचेरे भाई अंशुल जैन व 2 युवतियों काजल
शाह व नीतू यादव (दोनों काल्पनिक नाम) का
अपहरण उस समय कर लिया गया था जब उनकी गाडी
की लाईटों में कुछ गडबडी आ गई थी। युवकों
को तो उनकी इनोवा गाडी में ही बंधक बना
दिया गया था तथा युवतियों को लाल बत्ती लगी
गाडियों में डालकर हाईवे से 6-7 कि.मी.
दूर जंगल में ले जाकर अभद्रता के साथ-साथ
बलात्कार का भी प्रयास किया गया था। बाद
में युवतियों व युवकों को जान से मारने की
धमकी देते हुए छोड दिया गया था। पीडितों
ने दिल्ली जाकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी
मुजफ्फरनगर के एसएसपी प्रवीण कुमार को दी
तो उन्होंने त्वरित कार्यवाही करते हुए
अपराध पंजीकृत कराया और सिविल लाईन
थानाध्यक्ष संजय वाजपेयी को दिल्ली भेजकर
पीडितों के बयान भी रिकार्ड कराये थे।
पुलिस ने कार्यवाही करते हुए बसपा विधायक
शाहनवाज राणा के ड्राईवर दिलशाद सहित
विधायक के समर्थक रागिब व मशरूर को भी
गिरफ्तार कर लिया था। विधायक शाहनवाज राणा
व जिला पंचायत अध्यक्षा तथा विधायक की
पत्नी इंतखाब राणा के दोनो गनर नरेन्द्र व
जर्रार को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
दोनों ने ही अपना अपराध स्वीकार करते हुए
पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी पुलिस को दी
थी। दोनों ही गनरों को निलंबित कर दिया गया
था। पुलिस ने अपनी कार्यवाही को आगे बढाते
हुए घटना में प्रयुक्त तीन गाडियों में से
एक गाडी वेगन-आर को भी कब्जे में ले लिया
था जबकि अन्य दो गाडियों पजारो व
फॉरच्यूनर की तलाश जारी है।
जैसे-जैसे घटनाक्रम की परतें खुलती जा रही
है वैसे-वैसे ही विधायक शाहनवाज राणा के
खिलाफ पार्टी आलाकमान द्वारा सख्त
कार्यवाही का अंदेशा किया जाने लगा था।
साथ ही विधायक के दो भाईयों का इस घटना
में शामिल होना स्पष्ट होता रहा था।
विधायक के दो भाईयों सद्दाम राणा पुत्र
जाकिर राणा व शाहजेब राणा पुत्र कमरूज्जमां
राणा पर भी शक गहराता जा रहा था। पुलिस ने
अपनी जांच में इन दोनों को भी दोषी मानते
हुए गत दिवस फरार घोषित कर दिया था। आज
बसपा हाईकमान ने विधायक शाहनवाज राणा को
पार्टी से निलंबित कर दिया। जिला प्रशासन
ने भी विधायक के दोनों भाईयों को पकडने के
अपने प्रयासों में किसी प्रकार की कमी न
छोडते हुए दोनों पर 5-5 हजार का ईनाम
घोषित कर दिया है। इसी बीच प्रदेश के
प्रमुख सचिव (गृह) फतेह बहादुर सिंह ने कहा
है कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं
कि प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराध किसी
भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किये जायेंगे।
इसी के चलते इस मामले में यदि विधायक की
भी भूमिका संदिग्ध पाई गई तो उन्हें
गिरफ्तार किया जायेगा। उधर घटना के प्रकाश
में आने के बाद से ही विधायक शाहनवाज राणा
इससे किसी भी प्रकार का संबंध होने से
इंकार करते आ रहे हैं।
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