लखनऊ, 22 जून। (उप्रससे)। भाजपा में फिर
से शामिल हुईं उमा भारती ने कहा है कि
भ्रष्ट और आपाराधिक छवि के पार्टी नेताओं
को संरक्षण देने के कारण मुख्यमंत्री
मायावती की सरकार का अपराधियों में भय
समाप्त हो गया है। इसलिए प्रदेश में कानून
व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। वे आज
यहां पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से
बातचीत कर रही थीं।
सुश्री उमा भारती ने कहा कि देश में विकास
की राजनीति का एजेण्डा सबसे पहले उन्होंने
ही 2003 के चुनाव में मध्य प्रदेश से तय
किया था। इसके बाद उन्होंने बिहार में
चुनाव के दौरान विकास के आधार पर वोट मांगे
थे। उन्होंन प्रदेश में 2012 में होने वाले
विधान सभा चुनाव के लिए भी राजनीतिक एजेडा
स्पष्ट किया। उन्होने कहा कि यह चुनाव
भ्रष्टाचार और अपराधों की बाढ पर लड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि राय में कानून व्यवस्थीा
की स्थिति बेहद ख्रराब है। इसकी वजह है कि
प्रदेश में सरकार और शासन का कोई भय नहीं
है। क्योंकि, यहां मायावती ने स्वयं अपनी
पार्टी के भ्रष्ट और आपराधिक छवि के नेताओं
को संरक्षण दिया। उन्होने कहा कि राय में
महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्याओं की
बेतहाशा घटनाएं हो रही हौं। इन घटनाओं में
पुलिस के लोग भी शामिल पाये गए हैं। यह
बेहद चिंता का विषय है।
भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती
भ्रष्टाचार और अपराध पर जबाव दें। प्रदेश
में सरकारी योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार
हुआ है। केन्द्र सेआये पैसे का बंदरबांट
किया गया है। उस पैसे के खर्च के उपयोग
प्रमाण पत्र नहीं भेजे गए हैं। केन्द्र ने
राय को विशेष पैकेज भी दिये। उनका भी सही
इस्तेमाल नहीं हुआ। इसकी जांच करायी जानी
चाहिए। उन्होंने कहा कि राय की जनता ,सुशासन
के लिए तरस रही है।
पार्टी में शामिल होने के बाद पहली
पत्रकार वार्ता में विचार व्यक्त करते हुए
सुश्री भारती ने कहा कि हिन्दुत्व और
राममंदिर उनके प्राण हैं। उन्होंन ेकहा कि
वे राम मन्दिर बनवाने के लिए संघर्ष करती
रहेंगीं। उन्होने यह भी कहा कि वे पाचं
साल पार्टी से बाहर रहीं इसके बाद भी
उन्होंने इस मुद्दे को नहीं छोड़ा। उन्होने
यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी नहीं
छोडी थी, उन्हें पार्टी से निकाला गया था।
इसके बाद भी वे एक महीने तक पत्र लिखती रहीं
थीं कि उन्हें पार्टी से नहीं निकाला जाए।
राहुल की स्टेपनी हैं दिवजिय सिंह
भाजपा नेता उमा भारती ने आज दिवजिय सिंह
पर टिप्पड़ी करते हुए कहा कि यूपी में उनकी
कोई हैसियत नहीं है। वे तो मात्र राहुल
गांधी की स्टेपनी हैं। उन्होंन ेकहा कि जब
उन्हें मध्य प्रदेश मे ंचुनाव लड़न ेके लिए
भेजा गया था तो वहां दिवजिय सिंह की सरकार
ती। उन्होंने चुनाव में दिवजिय को पराजित
कर सरकार बनायी थी। अब उत्तर प्रदेश में
भी वे कांग्रेस के प्रभारी हैं यहां भी
उन्हें पराजय का सामना करना पड़ेगा।
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