लखनऊ। सहारा इंडिया
के प्रमुख सुब्रत राय समेत १३ लोगों
के खिलाफ जालसाजी, चोरी व अन्य संगीन
धाराओं के तहत गोमतीनगर पुलिस ने
रिपोर्ट दर्ज कर ली है। हाईकोर्ट के
आदेश पर हुई कार्रवाई में राजधानी के
सब रजिस्ट्रार और स्टाफ को भी
अभियुक्त बनाया गया है।
डीआईजी ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि
गोमतीनगर के विशाल खंड निवासी विनीत
मित्तल की तहरीर पर सहारा इंडिया
प्रमुख सुब्रत राय, ओपी श्रीवास्तव,
आरएस दुबे, अनुपम प्रसाद, वंदना
भार्गव, केके श्रीवास्तव, डीएम
त्रिपाठी, सर्वेश कुमार, इंद्रजीत
शर्मा, डॉ. पीएस तुलसी, संजय अरोड़ा,
अनिल विक्रम सिंह, राजधानी के सब
रजिस्ट्रार और उनके स्टाफ के खिलाफ
रिपोर्ट दर्ज हुई है। विनीत ने खुद को
सहारा इंडिया का एग्जीक्यूटिव
डॉयरेक्टर बताते हुए कहा है कि ३ जून
को सुब्रत राय ने उन्हें फोन किया और
पत्नी समेत सहारा शहर बुलाया। वहां
अन्य आरोपी और सब रजिस्ट्रार स्टाफ
समेत मौजूद थे। इन लोगों ने धमकाते
हुए कहा कि विनीत ने कंपनी से चार
करोड़ रुपये एडवांस लिए थे, जिन्हें
वापस करने की स्थिति में नहीं है। इसके
साथ ही आरोपियों ने विनीत और उनकी
पत्नी को धमकाकर करीब एक सौ कैश वाउचर,
सादे कागज व स्टांप पर दस्तखत करा लिए।
वहां मौजूद सब रजिस्ट्रार से विनीत,
उनकी पत्नी के गोमतीनगर और एल्डिको
ग्रीन स्थित आवास की बिक्री संबंधी
लिखा-पढ़ी भी करा ली। आरोप है कि दोनों
मकानों के दस्तावेज तैयार करने के बाद
कब्जे के इरादे से मकान पर धावा बोला।
दंपती ने मकान पर कब्जा होने से तो
बचाया लेकिन लैपटॉप व अन्य तमाम सामान
उठा ले गए। थाने में सुनवाई न होने पर
विनीत ने उच्चाधिकारियों से शिकायत
की। कोई नतीजा न निकलने पर उन्होंने
हाईकोर्ट से गुहार लगाई।
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