नई
दिल्ली, 15 अप्रैल 2024 सोमवार।( उप्र समाचार सेवा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इलेक्टोरल बांड पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इसे देश से काला धन समाप्त करने के लिए लाया गया था। लेकिन, अब इस योजना को खत्म करने से देश को काला धन की ओर धकेल दिया गया है और हम भविष्य में पछताएंगे भी। ये बातें श्री मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश के साथ एक टीवी इंटरव्यू में कहीं।
लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले प्रधानमंत्री ने न्यूज एजेंसी को साक्षात्कार दिया। उनके साक्षात्कार के चार दिन बाद ही देश में पहले चरण का मतदान भी होना है। उन्होंने कहा कि देश से काला धन समाप्त करने के लिए हमने बड़े नोट बंद किये थे। इसके साथ चुनाव में 20 रूपये से अधिक नकद में नहीं लेने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था। इसे हमने ढाई हजार रुपये कर दिया। साथ ही हम चुनावी बांड योजना लेकर आये। इसकी प्रशंसा हुई थी, संसद में भी समर्थन मिला था। इसके पहले नकद में चुनावी चंदा लिया जाता था। काले धन का उपयोग होता था, सभी पार्टियां करती थीं,मेरी पार्टी भी चंदा लेती थी। फिर हमने तय किया कि हम केवल चेक से चंदा लेंगे। इस पर कंपनियों ने कहा कि हम चेक से नहीं दे सकेंगे क्योंकि फिर दूसरी पार्टियां विपक्ष हमारी जानकारी ले लेगी और परेशानी होगी। चेक से चंदा लेने के कारण हमें नब्बे के दशक में बहुत परेशानी भी उठानी पड़ी थी हमारे पास चुनाव के लिये पैसा नहीं था।
हम चुनावी बांड लेकर आये, इस योजना में सब कुछ उजागर हो रहा है। आज अगर इलेक्टोरल बांड न होते तो कैसे पता चलता किससे कितना चंदा मिला। आज चंदा की ट्रेल मिल रही है कि नहीं। अगर स्कीम न होती तो कैसे जान पाते किससे कितना पैसा मिला। ये बास्तव में सक्सेस स्टोरी है।
श्री मोदी ने कहा कि चुनावी बांड में सिर्फ तीन हजार कंपनियों ने चंदा दिया है। इनमें से केवल 26 कंपनियों पर कार्रवाई हुई है। इन 26 में से 16 ऐसी हैं जिन्होंने छापे की कार्रवाई के दौरान ही इलेक्टोरल बांड खरीदे। इन 16 कंपनियों ने जो बांड दिये वे केवल 37 प्रतिशत भाजपा को दिये, बाकि के 63 प्रतिशत तो विरोधी पार्टियों को दिये। ईडी छापा मारे पैसा विपक्ष को मिले और आरोप हम लगें।
एक प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, सीबीआई, आईटी और इलेक्शन कमीशन के कानून मेरी सरकार ने नहीं बनाये थे। अब इलेक्शन कमीशन के लिए चुनाव आयुक्त के चयन के लिए विपक्ष के नेता भी हमारे साथ होते हैं। पहले केवल प्रधानमंत्री कार्यालय ही चुनाव आयुक्त बनाता था। ऐसे ऐसे चुनाव आयुक्त बने हैं जो हटने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी बने। दरअसल विपक्ष की स्थित नाच न जाने आंगन टेड़ा वाली है। ये विपक्षी आगामी चुनाव में पराजय की रीजनिंग अभी से तय कर रहे हैं।
विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी पर कहा कि कितने राजनीतिक लोग गिरफ्तार हुए हैं, कितने जेल में हैं। मेरे तो गृह मंत्री को ही जेल में डाल दिया गया था। डर पाप का होता है, ईमानदार को क्या डर। उन्होंने कहा कि ईडी ने जो एक्शन किया है, उसमें केवल 3 प्रतिशत राजनीतिक लोग हैं बाकि 97 प्रतिशत अन्य लोग हैं। ईडी बनायी क्यों गई थी। ईडी ने 2014 से पहले मात्र 5 हजार करोड़ की सम्पत्ति अटैच की थी, पिछले दस साल में एक लाख करोड़ रुपये की सम्पत्ति अटैच की गई है। पिछले दस साल में ईडी ने 2200 करोड़ रुपये नकद जब्त किये हैं, जबकि इसके पहले के दस साल में मात्र 34 लाख रुपये जब्त किये थे। भ्रष्टाचार ने देश को तबाह करके रख दिया था, हमें इस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लडनी है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री मोदी ने कहा कि जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो सबसे ज्यादा लाभदायक की स्थिति में कौन होगा, यह 20 साल का युवा ही होगा, जो 2047 में 40 साल का होगा। विपक्ष ने जो घोषणा पत्र जारी किया है वह तो इस युवा मतदाता के भविष्य को ही रोंदने वाला है। मुझे इन युवाओं के भविष्य को बना है। आज देश में सबसे सस्ता डाटा मिल रहा है, हालांकि हमें इससे आर्थिक नुकसान है लेकिन हम दे रहे हैं। इसका लाभ शिक्षा में टेक्नोलाजी में टेली मिडिसिन में हो रहा है।
हमारे देश का जो मिडिल क्लास करदाता है, उसका सम्मान होना चाहिए इसको गौरव मिलना चाहिए। कुछ लोग हैं जो इन्हें गाली देते हैं। देश में दस साल में आईटीआर भरने वालों की संख्या बढकर दो गुनी हो गई है। यह संख्या चार करोड़ से बढकर आठ करोड़ हो गई है।पहले आयकर 11 लाख करोड़ आता था अब यह 34 लाख करोड़ है। हमने आयकर छूट की सीमा 7 लाख कर दी है फिर भी कर की वसूली बढ़ रही है। हम चाहते हैं कि देश मे करदाताओ की संख्या बढ़े और उनपर आर्थिक बोझ कम हो।
देश में जो गरीब का घर बन रहा है और गरीब की जो थाली है, उसमे किसी ने किसी करदाता का अंश है। उसका पैसा है, जिससे उसे हम घर दे रहे हैं और निशुल्क राशन दे रहे हैं। ये करदाता पुण्य का काम कर रहे हैं, जनकल्याण का काम उनके पैसे से हो रहा है।
श्री मोदी ने वन नेशन वल इलेक्शन के सवाल पर कहा कि यह हमारा कमिटमेंट है। इस पर समिति की रिपोर्ट भी आ गई है। हम इसे लागू करेगे। उन्होने नये और युवा मतदाताओं से पहली बार वोट करने वालों से कहा कि वे देस के नाम पर खुद के भलिष्य के लिए वोट करें।