अयोध्या जिले में खूनी संघर्ष, पंचायत कराने गए भाजपा समर्थक ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या, जबावी फायरिंग में हत्याभियुक्त भी मारा गया
अयोध्या , 18 मई 2020
( उत्तर प्रदेश समाचार सेवा ) > जिले में एक दलित की भूमि पर अवैध कब्जे की कोशिश के मामले में उसे न्याय दिलाने के लिए पंचायत करने गए ग्राम प्रधान की दूसरे पक्ष के आरोपी
ने गोली मारकर हत्या कर दी। पंचायत के दौरान ही गोली चलने से अफरा तफरी मच गई।इसी दौरान प्रधान पक्ष के लोगों की जबावी फायरिंग में हत्याभियुक्त भी मारा गया। मृतक ग्राम प्रधान भाजपा समर्थक बताया जाता है। घटना की जानकारी मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया। तत्काल मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
पहुंच गए। घटना से संबंधित गांव को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस की तत्परता से जिले में बड़ा खूनी संखर्ष टल गया।
जानकारी के अनुसार थाना इनायतनगर के ग्राम धर्मगंज में एक दलित की भूमि पर अवैध कब्जे के मामले में पंचायत बुलायी गई थी। दलित की जमीन पर कुछ दबंग कब्जा करना चाहते थे। इसकी शिकायत उसने पुलिस से की, किन्तु कोई कार्यवाही नहीं होने पर उसने पंचायत बुला ली और पंचायत
कराने के लिए जयप्रकाश सिंह को बुलाया। पंचायत में गांव के अन्य लोग भी शामिल थे। इसी दौरान एक पक्ष के रामपदारथ यादव ने ग्राम प्रधान पर गोली चला दी। गोली ग्राम प्रधान के सीने और पेट में लगी। इससे बह गंभीर रुप से घायल हो गई। वहीं दूसरे पक्ष की ओर से गोली चलने से हत्याअभियुक्त रामपदारथ यादव की मौत हो
गई। इसके बाद प्रधान को जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही चार पांच थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। इससे दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष टल गया। हालाकि गांव में तनाव व्याप्त है। मृतक प्रधान के भाजपा समर्थक होने के कारण जिले के कार्यकर्ताओं में
रोष है। भाजपा नेताओं ने पुलिस को घटना के लिए जिम्मेदार बताया है। क्योंकि कई दिनों से पुलिस से शिकायत की जा रही थी किन्तु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीण चौकी प्रभारी राजेश कुमार यादव के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना स्थल की निरीक्षण आईजी, डीएम और एसएशपी ने किया। मौके पर कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सीओ मिल्कीपुर को तैनात किया गया है। |