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मिर्जापुर, 28 जून 2020। (उप्रससे)।पिछले 3 महीने से ज्यादा समय से बंद विश्व विख्यात विंध्याचल देवी धाम के कपाट आम दर्शनार्थियों
के लिए सोमवार यानी 29 जून से खुल जाएंगे। मंदिर खुलने के साथ ही नवरात्र मेला की तर्ज पर व्यवस्था देने की दिशा में यहां का जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है।
इसके लिए जिला प्रशासन और विंध्य पंडा समाज के लोगों ने शनिवार को नगर विधायक की अगुवाई में बैठक कर कार्य योजना तैयार करने के साथ ही रविवार को खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा पुलिस अधीक्षक डॉ धर्मवीर सिंह ने भी लिया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था मंदिर खुलने के पश्चात उत्पन्न ना होने पाए।
खासकर इस महामारी में उत्पन्न हुए संकटकाल पर विशेष नजर रखा जाएगा। गौरतलब हो कि कोविड-19 के चलते 20 मार्च 2020 से बन्द पड़ा विन्ध्यधाम जिसके खुलने की हरी झंडी दिखाते हुए जिला प्रशासन व पण्डा समाज ने 29 जून की तिथि सुनिश्चित कर दी है। इसी के मद्देनजर शनिवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे नगर विधायक
रत्नाकर मिश्र, पण्डा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, नगर मजिस्ट्रेट जगदम्बा प्रसाद, विंध्याचल कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश राय, पण्डा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने मन्दिर भ्रमण कर आवश्यक बिन्दुओं का अवलोकन करने के पश्चात मन्दिर स्थित प्रशासनिक भवन में बैठकर दर्शनार्थियों को
बेहतर व्यवस्था के साथ कोरोना संक्रमण से भी सावधान रहने के संदर्भ में गम्भीरतापूर्वक आपस में बात की है। इसके पश्चात नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि 29 जून से नवरात्र मेले की तर्ज पर ही व्यवस्था शुरू होगी। वाहनों के लिए स्टैण्ड भी उन्हीं स्थानों पर खोला जाएगा, जहां नवरात्र मेला के दौरान खुलते है।
दर्शनार्थियों के मन्दिर पहुंचने के लिए चार मार्गो का चयन किया गया है ये चार मार्ग पुरानी व्हीआईपी, न्यू व्हीआईपी, जयपुरिया गली व कोतवाली मार्ग है। दर्शन के पश्चात वापस लौटने के लिए अन्य मार्गो का चयन किया गया है। विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि मन्दिर के ऊपर स्थित पण्डा
समाज कार्यालय से टोकन व्यवस्था जारी रहेगा, टोकन प्राप्ति के लिए तीर्थ पुरोहितों को अपने यजमानों के एक सदस्य को आधार कार्ड के साथ प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। टोकन प्राप्ति के पश्चात उनके समय का भी निर्धारण हो जाएगा। इस प्रक्रिया से मन्दिर पर अतिरिक्त भीड़ का दबाव नही स्थापित होगा। नगर
विधायक रत्नाकर मिश्र ने कहा कि वह पूर्ण रूप से पण्डा समाज के साथ खड़े हैं। पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने कहा कि आम तीर्थ पुरोहितों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए, यह कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। |