लखनऊ, 01 जून 2020 ( सोमवार) UP Samachar Sewa. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नेपाल सरकार द्वारा भारतीय क्षेत्र को अपने नक्शे में दर्शाने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि इस मामले पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
ज्ञातव्य है कि 31 मई को नेपाल की सत्तारूढ़ कम्यनिस्ट गठबंधन सरकार ने संसद में संविधान सशोधन विधेयक पेश करके नया और विवादित नक्शा स्वीकार करने के लिए सदन से अनुमति मांगी है। इस नक्शे में उत्तराखण्ड के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा क्षेत्रों को नेपाल
का हिस्सा दर्शाया गया है। इस विवादित नक्शे को नेपाल सरकार ने मंत्रिपरिषद् में 18 मई को स्वीकृति दी थी।
बसपा नेता सुश्री मायावती ने सोमवार को एक ट्वीट करके कहा कि "नेपाल ने अपने देश का नया नक्शा तैयार करके उसमें कालापनी सहित भारत के 370 किमी क्षेत्र पर अपना दावा ठोककर भारत को निश्चित ही नई दुस्कर स्थिति में डाल दिया है। ऐसे में
पड़ोसी देश नेपाल के इस अनअपेक्षित कदम पर केन्द्र सरकार को गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए"।
नेपाल ने विवादित नया नक्शा संसद की प्रतिनिधि सभा में पेश किया
कालापानी-लिपुलेख विवादःमाओवादियों की खुराफात
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