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जड़ता और विकारमुक्त होने की प्रेरणा देती हैं सरस्वतीः डीके ठाकुर |
सरस्वती पूजन में श्वेत आचरण और चरित्रवान बनने का संदेशः यतीन्द्र जी |
बसंत पंचमी पर विद्या भारती परिसर में संपन्न हुआ सरस्वती पूजन और हवन |
Tags: #U.P Samachar Sewa , #Vidhya Bharati #Saraswati Poojan #DK Thakur IPS |
Publised on : 2021:02:16 Time 22:39 |
लखनऊ, 16 फरवरी 2021 ( उ.प्र.समाचार सेवा )। मां सरस्वती हमें जड़ता और विकार से मुक्त होने की प्रेरणा और शक्ति प्रदान करती हैं। यह उदगार पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर ने मंगलवार को विद्या भारती के तत्वावधान में आयोजित बसंत पंचमी उत्सव में
सरस्वती पूजन एवं हवन के उपरान्त व्यक्त किये। वरिष्ठ आईपीएस श्री ठाकुर इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे।
सरस्वती कुंज परिसर में हवन एवं पूजन में शामिल होने के बाद श्री ठाकुर ने उपस्थित गणमान्य नागरिकों, विद्या भारती शिक्षण संस्थान के पदाधिकारियों, शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को
सम्बोधित करते हुए मां सरस्वती का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि वसंत पंचमी के पावन अवसर पर हम सब जड़ता और विकार के बंधन से मुक्त हों, हमारे अंदर से अंधकार नष्ट हो, मां सरस्वती सभी बालकों के जीवन को ज्ञान से आलोकित करें, जिससे हमारा देश विकास की ओर अग्रसर हो सके।
विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र जी ने कहा कि भारत और विश्व में जहां भगवती मां सरस्वती को लोग मानते हैं, वहां आज के दिन आराधना की जा रही है। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। ज्ञान, वाणी, बुद्धि, विवेक, विद्या और
सभी कलाओं से परिपूर्ण मां सरस्वती की इस दिन पूजा अर्चना की जाती है, जिनसे हम प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती का स्वरूप श्वेत है और उनके वाहन हंस का रंग भी श्वेत है। इसलिए हमें प्रेरणा मिलती है कि हमारा आचरण और चरित्र भी श्वेत और निष्कलंक होना चाहिए।
श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित मामले में राम लला का पक्ष रखने वालीं उच्च न्यायालय की अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने कहा कि वसंत पंचमी पर भैया-बहिनों को देखकर लगता है कि आज मां सरस्वती का अवतरण हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती के भैया बहिनों के अभिभावक बधाई के पात्र हैं, जो अपने बालकों
को संस्कारवान शिक्षा दिला रहें हैं। वर्तमान में विद्या भारती के भैया-बहिनों की बढ़ती संख्या से प्रतीत हो रहा है कि अब फिर से संस्कारवान शिक्षा की पुनरावृत्ति हो रही है।
इसके पूर्व मां सरस्वती की पूजा और हवन हुआ। हवन में मुख्य यजमान की भूमिका में इंडो अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कंट्री हेड मुकेश बहादुर सिंह और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीना सिंह उपस्थित रहीं। बसंत पंचमी पूजन के अवसर पर पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर की वयोवृद्ध माता जी भी पूजन के लिए सरस्वती
कुंज परिसर में उपस्थित हुईं उन्होंने विधि विधान से मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष जाकर पूजन किया।
इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री हेमचन्द्र जी, प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्र , बालिका शिक्षा प्रमुख उमा शंकर , अवध प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राजेंद्र बाबू, शोध संस्थान के कोषाध्यक्ष शिवभूषण , सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे , एलएमस से योगेश कुमार मिश्र, रजनीश पाठक
, दिनेश जी, विद्यालय के आचार्य व भैया-बहिन समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
राम जन्मभूमि फैसले की प्रति विद्या भारती को भेंट
लखनऊ, 16 फरवरी। ( उ.प्र.समाचार सेवा)। श्री राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ के 30 सितंबर 2010 के फैसले की सात हजार पृष्ठों की प्रतियां विद्या भारती के शोध एवं संग्रहालय को भेंट की गई हैं। ये प्रतियां अधिवक्ता और मामले में रामलला की पैरवी
करने वालीं रंजना अग्निहोत्री ने भेंट कीं।
बसंत पंचमी के अवसर पर विद्या भारती प्रांगण में अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र जी और क्षेत्र संगठन मंत्री हेमचन्द्र जी को ये प्रतियां भेंट गईं। इस अवसर पर पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्र, सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे, अधिवक्ता योगेश कुमार मिश्र समेत विद्या भारती
के कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। फैसले की प्रतियां प्राप्त करने के बाद प्रचार प्रमुख श्री मिश्र ने बताया कि इन प्रतियों को विद्या भारती के शोध संग्रहालय तथा पुस्तकालय में रखा जाएगा। यहां श्री रामजन्मभूमि आंदोलन पर रिसर्च करने वाला कोई भी स्कालर आकर इन्हें देख सकता है। क्योंकि ये
प्रतियां अदालत द्वारा प्रदान की गई हैं तथा केवल पक्षकार अधिवक्ताओं को ही मिलती हैं। सभी प्रतियां न्यायालय से प्रमाणित हैं। |
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