लखनऊ
(Lucknow UP)। विपक्ष द्वारा देश में
फैलाये जा रहे इस भ्रम को कि केन्द्र सरकार ने पूंजीपतियों
का कई लाख करोड़ रुपया माफ कर दिया है, आज यहां दूर कर
दिया। वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया है कि केन्द्र में
भाजपा की सरकार बनने के बाद किसी भी उद्योगपति का एक
रुपये का कर्ज भी माफ नहीं किया गया है। यह सरकार झूठ है
जोकि या तो विपक्ष द्वारा जानबूझ कर फैलाया जा रहा है
अथवा उन्हें सही तथ्यों की जानकारी नहीं है। वित्त मंत्री
जेटली मंगलवार को यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में
पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने एक और बात स्पष्ट कर दी जिसे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रचारित किया जा रहा
है कि केन्द्र ने राज्य के हिस्से का पूरा पैसा नहीं दिया
है। उन्होंने कहा कि राज्यों को केन्द्र सरकार द्वारा
प्राप्त करों में से एक निश्चित अनुपात में पैसा वापस
किया जाता है। इसके लिए पहले 29 प्रतिशत, फिर 32 प्रतिशत
और अब 42 प्रतिशत निर्धारित है। यह धनराशि स्वतः राज्यों
को भेज दी जाती है। इसके अलावा केन्द्र के पास जो 58
प्रतिशत धनराशि बचती है उसमें से वह केन्द्रीय व्यय करती
है तथा इसमें से भी राज्यों को मनरेगा जैसी अनेक
केन्द्रीय योजनाओं के माध्यम से भी राज्यों को पैसा चला
जाता है। एक प्रकार से केन्द्र से राज्यो को उनके प्रदेश
के केन्द्रीय करों का लगभग पचास प्रतिशत मिल जाता है।