भारतीय
जनता पार्टी के युवा नेता और राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत
शर्मा को नेतृत्व ने विधान सभा चुनाव में उनके पैतृक
जनपद मथुरा की मथुरा-वृन्दावन विधान सभा सीट से प्रत्याशी
बनाया है। उनके प्रत्याशी घोषित होते ही जिले को उम्मीद
बंधी है कि भाजपा के नेतृत्व ने श्री शर्मा को बड़ी
जिम्मेदारी के लिए उत्तर प्रदेश की राजनीति में भेजा है।
श्रीकांत शर्मा उत्तर प्रदेश में पार्टी की विजय के प्रति
पूरी तरह आश्वस्त हैं। पार्टी की सरकार बनने पर राज्य
में प्राथमिकताएं क्या होंगी तथा कैसे करेंगे विकास,
श्रीकृष्ण की नगरी को कै से संवारेंगे? इन मुद्दों पर
उ.प्र.समाचार सेवा के प्रबंध सम्पादक सर्वेश कुमार सिंह
ने भाजपा प्रत्याशी
श्रीकांत शर्मा
से
सोमवार को उनके आवास पर बातचीत की। प्रस्तुत हैं वार्ता
के अंश-
प्रश्न: भाजपा की सरकार बनने की पूरी संभावना नजर आ रही
है, पार्टी प्रदेश में सत्तारूढ होकर कौन सा काम सबसे
पहले करेगी?
उत्तर: हम अपराधियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे।
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के संगठित नेटवर्क को ध्वस्त
करेंगे। अपराध और भ्रष्टाचार प्रदेश के विकास में बाधा
हैं। गुण्डे-माफियाओं के खिलाफ कडी कार्रवाई करके विकास
की इस बाधा को दूर करेंगे।
प्रश्न: विकास की प्राथमिकताएं क्या होंगीं?
उत्तर: बिजली, पानी,सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य मूलभूत
आवश्यकताएं हैं, इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।
प्रश्न: गांव के विकास का माडल क्या होगा?
उत्तर: ग्रामोदय से भारत उदय करेंगे। किसानों को बगैर
ब्याज के फसली ऋण प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री बीमा
योजना का पूरा लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों को नहीं मिला।
प्रदेश सरकार ने लापरवाही की है। उन्हें केन्द्र की योजना
का पूरा लाभ प्रदान किया जाएगा।
प्रश्न: मथुरा धार्मिक नगरी है, इसका विकास कैसे करेंगे?
उत्तर: मथुरा के साथ-साथ प्रदेश सरकार अयोध्या और काशी
का भी विकास करेगी और तीनों धर्म नगरों में विश्व स्तरीय
सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगीं।
प्रश्न: मथुरा-वृन्दावन की क्या समस्याएं हैं जिन पर आप
जीतने के बाद ध्यान देंगे?
उत्तर: यहां विकास नहीं हुआ है। पानी के निकासी की समस्या
है। यमुना के प्रदूषण का मुद्दा है। शहर में मूलभूत
सुविधाएं उपलब्ध हों, लोगों को स्वच्छ पेयजल और
स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। सड़कों की हालत ठीक हो। इन विषयों
को प्राथमिकता पर रखा जाएगा।
यहां अपराध भी बड़ा मुद्दा है। मथुरा में अपराध
एटा-मैनपुरी से भी ज्यादा है। जवाहर बाग काण्ड यहां हुआ।
इसमें दो पुलिस अधिकारियों मुकुल द्विेदी और संतोष यादव
की जान चली गई। जवाहर बाग काण्ड सपा और अपराधियों के
गठबंधन का परिणाम था। तीन सौ एकड़ जमीन हथियाने के लिए
साजिश रची गई थी। सपा सरकार ने अपराधियों के साथ मिलकर
जुगलबंदी की और इतने बड़े काण्ड को अंजाम दे दिया। हमारी
सरकार आने पर इस काण्ड की जांच करायी जाएगी। जवाहर बाग
काण्ड सपा सरकार के काम और मानसिकता का एक ट्रेलर था।
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