लखनऊ, 08 दिसंबर 2020 ( उ.प्र.समाचार सेवा)।
किसान संगठनों और विपक्षी दलों द्वारा आहूत भारत बंद का उत्तर प्रदेश में मिला जुला असर रहा। राजधानी में बंद पूरी तरह बेअसर रहा। जबकि राजनीतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन करके बंद की रस्म अदायगी की। राजधानी के सभी बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे, जबकि फळ सब्जी मण्डी बंद रहीं। वहीं समाजवादी
पार्टी, कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्कताओं ने राजधानी में जगह जगह प्रदर्शन किया। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया।
किसानों के समर्थन में उतरी समाजवादी पार्टी के विधान परिषद् सदस्य सुबह विधान भवन पहुंचे तथा धरना दिया। जबकि कुछ कार्यकर्ताओं ने मल्हौर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी रोकी और प्रदर्शन किया। वहीं सीपीआई और सीपाईएम एल ने राजधानी में विरोध मार्च निकाला। इन्हें हजरत गंज में पुलिस ने हिरासत में
ले लिया। कांग्रेस भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करने उतरी। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन दिया। इसके अलावा कुछ किसानों ने शहीद पथ पर पहुंच कर मार्ग अवरुद्द करने की कोशिश की किन्तु पुलिस ने उन्हें समझा कर जाम खुलवा दिया।
गाजियाबाद दिल्ली बार्डर पर जाम
किसान संगठनों ने गाजियाबाद के दिल्ली बार्डर पर पहले से चल रहे धरने को जाम में बदल दिया किसान एनएच 9 पर आ गए और इन्होंने ग्यारह बजे से दिल्ली मेरठ हाइवे जाम कर दिया। इससे दिल्ली के लिए यूपी से आवागमन पूरी तरह अवरुद्द हो गया। उधर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने दिल्ली बार्डर पर
लाठी चार्ज भी किया। |