लखकनऊ,
03 अप्रैल 2020 (Uttar Pradesh
Samachar Sewa)।कोरोना
संक्रमण
के चलते
किये जा
रहे
उपायों के
अन्तर्गत
उत्तर
प्रदेश
सरकार
ने राज्य
के लाभार्थियों
को दो माह
की पेंशन
अग्रिम
प्रदान
की है। राज्य
के 86.71 लाख
पेंशनरों को
उनके
खाते में
आरटीजीएस
के माध्यम
से 871.48 करोड़
रुपये की
धनराशि
स्थानान्तरित
कर
दी गई।
अपर
मुख्य
सचिव,
गृह
एवं
सूचना
अवनीश
कुमार
अवस्थी ने
कहा कि
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ
ने आज
कोविड-19
महामारी के
दृष्टिगत
वृद्धावस्था
पेंशन,
निराश्रित
पेंशन,
दिव्यंाग
पेंशन
तथा
कुष्ठावस्था
पेंशन
के 86 लाख
71 हजार
781 लाभार्थियों
के खाते में
871.48 करोड़
रुपये की
पेंशन
का आॅनलाइन
अंतरण
किया।
इसके
अन्तर्गत
प्रत्येक
लाभार्थी के
खाते मे
वित्तीय
वर्ष
के प्रथम
दो माह
की एकमुश्त
पेंशन
अंतरित
की गयी है।
कोरोना
वायरस
के संक्रमण
के दृष्टिगत
फायर
सर्विस
विभाग
की मदद
से
आवश्यकतानुसार
पूरे
प्रदेश
में जिला
प्रशासन
के पर्यवेक्षण
में एरिया
सैनेटाइजेशन
का कार्य
किया जा
रहा है।
उन्होंने
बताया कि
जिला
प्रशासन
को निर्देश
दिए
गए
हैं कि इस
महामारी से
निपटने के
लिए
विभिन्न
स्वयंसेवी
संगठनों,
एन0सी0सी0, एन0एस0एस0,
युवा
मंगल
दल,
नेहरू
युवा
केन्द्र,
राष्ट्रीय
सेवायोजना
एवं
शिक्षण
संस्थाओं का भी
सहयोग
लिया
जाए।
इसके
साथ
ही मास्क
एवं
सैनेटाइजर
बनाये
जाने
हेतु
स्वयं
सहायता
समूहों से भी
सहयोग
लिया
जाए।
प्रदेश
में
1517
अस्थायी
स्क्रीनिंग
कैंप
और
आश्रय
स्थल
श्री
अवस्थी
ने
बताया
कि
कोविड-19
के
सम्बन्ध
में
पूरे
प्रदेश
में
अब
तक
1517
अस्थायी
स्क्रीनिंग
कैम्प
एवं
आश्रय
स्थल
बनाये
गए
हैं।
इन
आश्रय
स्थलों
पर
बेड,
पेयजल,
भोजन,
सैनेटाइजर,
साबुन,
शौचालय
एवं
चिकित्सीय
सुविधा
आदि
की
व्यवस्था
की
गयी
है,
जिसमें
सोशल
डिस्टेंसिंग
का
अनुपालन
सुनिश्चित
किया
जा
रहा
है।
उन्होंने
बताया
कि
अस्थायी
कैम्प
व
आश्रय
स्थल
में
रखे
गए
व्यक्तियों
को
काउंसेलिंग
के
प्रति
प्रेरित
करने
के
लिए
यूनिसेफ
तथा
एन0एच0एम0
द्वारा
72
काउंसेलर
व
मनोचिकित्सक
उपलब्ध
कराये
गए
हैं,
जिससे
कि
14
दिन
के
पूर्व
अस्थायी
कैम्प
या
आश्रय
स्थल
से
पलायन
न
करें।
9137
बंदी
पेरोल
और
जमानत
पर
रिहा
श्री
अवस्थी ने
बताया कि मा0
उच्चतम
न्यायालय
के
निर्देशानुसार
अभी
तक
प्रदेश
के विभिन्न
कारागारों से
9137 बंदियों
को पे-रोल
एवं
जमानत
पर
रिहा
किया
गया है।
इसके
साथ
ही 248 जुवनाइल
बंदियों को भी
रिहा
किये
जाने का
निर्णय
लिया
गया है।
उन्होंने
बताया कि
प्रदेश
सरकार
फेक
न्यूज
पर
कड़ाई
से नजर
रख
रही है
और
फेक
न्यूज
फैलाने
वाले
लोगों
पर
कड़ी
कार्यवाही की जा
रही है।
इसी के
तहत
आज
अयोध्या में
फेक
न्यूज
फैलाने की 01
एफ0आई0आर0 दर्ज
की गयी है।
कालाबाजारी
पर
133 के खिलाफ
एफआईआर
उन्होंने
कहा कि
मुख्यमंत्री जी ने
निर्देश
दिए
हैं कि
कालाबाजारी एवं
जमाखोरी
करने
वाले
लोगों के
विरुद्ध
आवश्यक
वस्तु
अधिनियम
के तहत
और
अधिक
सख्ती की
जाए।
उन्होंने
बताया कि
कालाबाजारी
एवं
जमाखोरी
करने
वाले 133
लोगों के
खिलाफ
94 एफ0आई0आर0
दर्ज
करते
हुए
53 लोगों को
गिरफ्तार
किया
गया है।
तब्लीगी
मरकज
में शामिल
हुए
897 लोग
क्वारंटाइन
श्री
अवस्थी
ने
बताया
कि
दिल्ली
के
तब्लीगी
मरकज
में
सम्मिलित
होने
वाले
1203
लोगों
को
चिन्हित
करते
हुए
897
लोगों
को
क्वारेण्टीन
में
रखा
गया
है।
उन्होंने
बताया
कि
व्यापक
अभियान
चलाकर
लोगों
के
कोरोना
संक्रमण
की
जांच
की
जा
रही
है।
उन्होंने
जमात
में
शामिल
लोगों
से
अपील
की
है
कि
वे
अपने,
अपने
परिवार
और
समाज
के
हित
में
आगे
आकर
अपनी
जांच
कराएं।
क्वारेण्टीन
में
रखे
गये
लोगों
का
टेस्ट
कराया
जा
रहा
है।
उन्होंने
बताया
कि
जो
लोग
क्वारेण्टीन
एवं
जांच
में
सहयोग
नहीं
करेंगे,
उनके
खिलाफ
कार्यवाही
की
जाएगी।
296
विदेशी
जमातियों
के
खिलाफ
एफआईआर
उन्होंने
बताया
कि
296
विदेशी
लोगों
को
चिन्हित
कर
35
एफ0आई0आर0
दर्ज
की
गयी
है
तथा
228
पासपोर्ट
जब्त
किये
गए
हैं।
7738
के
खिलाफ
कार्रवाई
श्री
अवस्थी ने
बताया कि
पुलिस
विभाग
द्वारा की
गयी
कार्यवाही में 7738
लोगों के
विरुद्ध
धारा 188 के
तहत
एफ0आई0आर0 दर्ज
की गई।
अब
तक
कुल
17783 लोग
गिरफ्तार
किये
गए।
प्रदेश
में कुल
5273 बैरियर
व नाके
स्थापित
किये
गए
हैं तथा
अब
तक
944953 वाहनांे
की सघन
चेकिंग
में 14738 वाहन
सीज
किये
गए।
चेकिंग
अभियान
के दौरान
39180243 रुपए
का शमन
शुल्क
वसूल
किया
गया।
आकस्मिक
सेवाओं
हेतु
कुल
59225 वाहनों
के परमिट
जारी
किये
गए
हैं। उन्होंने
बताया कि
मुख्यमंत्री
हेल्पलाइन
1076 के माध्यम
से 53495 ग्राम
प्रधानों
तथा 8426
पार्षदों से
संपर्क
किया
गया
तथा 41291
शिकायतों को
निस्तारित
भी किया
गया।
26
लाख
94 हजार
कार्ड
धारकों
को
राशन
वितरण
श्री
अवस्थी ने
बताया कि 01
अप्रैल
से निःशुल्क
खाद्यान्न
वितरण
प्रारम्भ
कर
दिया
गया है,
निःशुल्क
श्रेणी के
अन्तर्गत
11893367 राशन
कार्ड
(अन्त्योदय
की संख्या
सहित)
के सापेक्ष
2694855 कार्डों
पर
खाद्यान्न
का वितरण
किया
गया है।
इसी
क्रम
में प्रदेश
में 2578
धार्मिक
एवं
स्वैच्छिक
संस्थाओं
द्वारा
कुल
680750 लोगों
को फूड
पैकेट्स
तथा 1539
जिला
प्रशासन
एवं
अन्य
सरकारी
संस्थाओं
द्वारा
खाद्य
सामग्री के
रूप
में 183845 फूड
पैकेट्स
उपलब्ध
कराये
गये।
उन्होंने
बताया कि
प्रदेश
में डोर-स्टेप-डिलीवरी
व्यवस्था के
अन्तर्गत
17709 स्टोर
क्रियाशील
हैं, जिनके
माध्यम
से 44302
डिलीवरी मैन
आवश्यक
सामग्री
निरंतर
पहुंचा
रहे हैं।
श्री
अवस्थी
ने
बताया
कि
उत्तर
प्रदेश
भवन
एवं
अन्य
सन्निर्माण
कर्मकार
कल्याण
बोर्ड
की
श्रमिक
भरण-पोषण
योजना
के
तहत
अब
तक
10.45
लाख
भवन
निर्माण
श्रमिकों
के
खाते
में
एक-एक
हजार
रुपए
की
धनराशि
आर0टी0जी0एस0
के
माध्यम
से
भेजी
गई
है।
इसके
अतिरिक्त
नगरीय
क्षेत्र
के
64714
श्रमिकों
को
भी
एक-एक
हजार
रुपए
की
धनराशि
का
भुगतान
किया
जा
चुका
है।
उन्होंने
यह
भी
बताया
कि
प्रदेश
की
20532
फैक्ट्री
से
सम्पर्क
किया
गया,
जिनमें
17504
द्वारा
अपने
श्रमिकों
को
वेतन
का
वितरण
कर
दिया
गया
है।
प्रदेश
की
पर्सनल
प्रोटैक्टिव
इक्विप्मेण्ट
व
मास्क
निर्माण
की
33
इकाइयों
में
से
31
इकाई
क्रियाशील
हैं,
शेष
02
इकाइयों
को
शीघ्र
ही
क्रियाशील
कर
दिया
जायेगा,
जबकि
सैनेटाइजर
की
66
में
से
59
इकाइयां
कार्य
कर
रही
हैं।
प्रदेश
में
मेडिकल
इक्विप्मेण्ट
एवं
दवा
निर्माण
आदि
से
सम्बन्धित
452
इकाइयों
में
से
410
इकाइयां
कार्यरत
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
प्रदेश
में
आटा
की
पर्याप्त
सप्लाई
बनाये
रखने
के
लिए
620
मिलों
का
संचालन
किया
जा
रहा
है,
इसके
साथ
ही
339
तेल
मिल
एवं
150
दाल
मिल
का
भी
संचालन
हो
रहा
है।
प्रदेश
में
172
कोरोना
पाजिटिव
मरीज
प्रेसवार्ता
के
दौरान
प्रमुख
सचिव
स्वास्थ्य
अमित
मोहन
प्रसाद
ने
बताया
कि
अभी
तक
प्रदेश
में
कोरोना
के
172
मामले
पाॅजिटिव
पाये
गये
हैं,
जिसमें
से
17
मरीज
पूर्णतया
स्वस्थ
होकर
डिस्चार्ज
किये
जा
चुके
हैं।
वर्तमान
में
08
टेस्टिंग
लैब
क्रियाशील
हैं
तथा
आई0सी0एम0आर0
की
स्वीकृति
के
बाद
झांसी
मेडिकल
काॅलेज
में
भी
टेस्टिंग
की
सुविधा
उपलब्ध
हो
जाएगी।
उन्होंने
बताया
कि
अन्य
जनपदों
में
जहां
से
अभी
तक
केस
नहीं
आये
हैं
वहां
पर
भी
लगातार
सर्विलांस
के
निर्देश
दिये
गये
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
निजी
क्षेत्र
के
कुछ
अस्पतालों
को
भी
कोविड
अस्पताल
के
रूप
में
परिवर्तित
किया
जाएगा।
गेहूं
कटाई
के
लिए
हार्वेस्टर
का
उपयोग
करें
प्रमुख
सचिव
कृषि,
श्री
देवेश
चतुर्वेदी
ने
बताया
कि
प्रदेश
में
रबी
फसल
कटाई
में
अधिक
से
अधिक
मैकेनाइज़्ड
हार्वेस्टर
का
उपयोग
किया
जाए।
साथ
ही,
फसल
कटाई
के
दौरान
सोशल
डिस्टेंसिंग
का
भी
ध्यान
रखा
जाए।
उन्होंने
बताया
कि
फसल
कटाई
के
समय
श्रमिक
चेहरे
पर
मास्क
जरूर
लगाएं।
इसके
अतिरिक्त
कटाई
के
उपरान्त
फसल
के
गट्ठर
दूर-दूर
रखें,
ताकि
श्रमिकों
की
भीड़
न
होने
पाए। |