Fatehpur,
फतेहपुर, 05 जुलाई।
असोथर थाना क्षेत्र के ग्राम सातों
जोगा में अपनी सहेलियों के साथ
नौटंकी देखने गयी एक 13 वर्षीय
दलित किशोरी को अगवा कर तीन दिन
तक गैंगरेप करने के बाद उसे गांव
के बाहर टावर के नीचे छोड़कर चले
गये। होश आने पर वह किसी तरह से
अपने घर पहुंची तथा अपने परिजनो
को सारी दास्तान सुनायी। जिस पर
घर वाले उसे थाने ले गये। पुलिस
ने तत्काल मामले को गंभीरता से
लेते हुए एक नामजद व चार अज्ञात
लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने
के बाद किशोरी को डाक्टरी परीक्षण
हेतु जिला अस्पताल भेजा है। पुलिस
ने नामजद अभियुक्तों को गिरतार कर
लिया है।
जानकारी के अनुसार उक्त गांव में
एक जुलाई को नौटंकी हो रही थी।
जिस पर गांव निवासी राकेश कुमार
की पुत्री सरिता (दोनो काल्पनिक
नाम) अपनी कुछ सहेलियों के साथ
नौटंकी देखने गयी थी। बताते है कि
रात लगभग एक बजे वह शौचक्रिया के
लिये गयी। तभी पहले से घात लगाये
बैठा गांव के ही विजय यादव 45
वर्ष अपने अन्य चार साथियों के
साथ उसके पास आया और उसे तमंचे के
बल पर अगवा कर ले गया तथा गांव से
ही सटा दादी का पुरवा गांव के
किनारे बने नलकूप में ले जाकर उसके
साथ जबरन तीन दिन तक दुष्कर्म किया
और तीन तारीख की शाम उसे गांव के
बाहर टावर के नीचे बेहोशी की हालत
में छोड़कर फरार हो गये।
लगभग एक घंटे बाद जब किशोरी को
होश आया तो वह अपने घर पहुंची तथा
मां-बाप को सारी दास्तान बतायी।
जिस पर परिजन उसे आनन-फानन थाने
ले गये। जहां किशोरी ने पुलिस के
सामने अपनी आपबीती बतायी। पुलिस
ने तत्काल मामले को गंभीरता से
लेते हुए तत्काल विजय यादव व उसके
चार अज्ञात साथियों के खिलाफ
मुकदमा दर्ज कर डाक्टरी परीक्षण
के लिए सदर अस्पताल भेजा है। जहां
परीक्षण के दौरान पीड़ित किशोरी ने
बताया कि उसके साथ सिर्फ विजय ने
ही तमंचे के बल पर तीन दिन तक
दुष्कर्म किया है। पुलिस ने विजय
को गिरतार कर लिया है। जबकि उसके
अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
पानी न बरसने से कुछ इस तरह फट रही
धरती
फतेहपुर, 05 जुलाई। इन्द्रदेव की
बेरूखी और सूर्य भगवान के आक्रोश
के कारण वातावरण में दिन-प्रतिदिन
बढ़ने वाली गर्मी से आम जनमानस जहां
बीमारियों की चपेट में आ रहा है।
वहीं किसान धान की फसल के लिए
नर्सरी समय से नही डाल पाने के
कारण बेचैन होकर अपने भविष्य की
चिन्ताओं में मायूस सा दिखाई देता
है।
प्रक‘ति के अनुसार आषाढ माह से
लगातार चार माह तक समय वर्षाकाल
का होता है और उसी के आधार पर
भारतीय किसान भी अपने फसल आदि बोने
के लिए खेतों की जुताई-बुआई का
काम शुरू कर देते हैं। लेकिन इस
बार पूरा आषाढ़ महीना सूखा निकल गया
और नहर विभाग ने भी किसानों को
समय पर पानी नही दे पाया। जिससे
किसानों की धान की नर्सरी डालने
का मौका भी नही मिला और खेत बिना
जोते हुए बंजर पडे़ देखकर किसान
मायूस दिखाई दे रहे है। इसके अलावा
सूर्य भगवान भी अपना आक्रोश कम नही
दिखा रहे हैं। क्योंकि जैसे-जैसे
वर्षाकाल का समय बीतता जा रहा है।
वैसे-वैसे सूर्य आग उगलता जा रहा
है। जिससे आम जनमानस गर्मी के
कारण बेचैन है। वहीं मौसमी
बीमारियां भी धीरे-धीरे पांव
पसारती जा रही हैं। जिससे घर-घर
मरीजों की चारपाईयां पडी है। कहीं
सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों
की लाइने लगी देखने को मिल जाती
है। गर्मी के कारण विभिन्न प्रकार
की बीमारियों के साथ उमस से भी आम
नागरिक अपने रोजमर्रा के काम भी
बमुश्किल कर पा रहे हैं। वहीं
किसान बादलों की ओर निराश नजरों
से देखकर अपने भविष्य की चिन्ता
में डूबा देखा जा सकता है। कुल
मिलाकर सूर्य भगवान के प्रकोप और
इन्द्रदेव की नाराजगी आम जनमानस
परेशान हाल देखा जा सकता है।