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मुस्लिम आरक्षण की बात करना
मायावती का फरेब: सपा
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Tags: Samajvadi Party, Mushlim
Resrvation, Ahemad Hussan |
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Publised
on : 2011:09:18
Time 23:29
Update on : 2011:09:18
Time 23:29 |
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लखनऊ,
18 सितम्बर। (उप्रससे)। मुख्यमंत्री
मायावती द्वारा मुसलमानों को आरक्षण दिये
जाने की मांग पर समाजवादी पार्टी ने तीखी
प्रतिकिया व्यक्त की है। सपा ने कहा है कि
मायावती की प्रधानमंत्री को मुस्लिम
आरक्षण के लिए पत्र लिखना दिखाना और ढोंग
है। उन्हें अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल
में मुसलमानों की याद नहीं आयी। उनके लिए
उन्होंने कोई काम नहीं किया। आब चुनावों
को देखते हुए मुस्लिम आरक्षण की मागं करना
मात्र छलावा है।
विधान परिषद् में समाजवादी पार्टी के नेता
अहमद हसन ने कहा कि प्रधानमंत्री को लिखा
गया उनका पत्र अल्पसंख्यक समाज के लिए एक
धोखा और फरेब है। उन्हें अपने कार्यकाल
में न तो मुसलमानों की याद आयी और न ही
सच्चर कमेटी की। अब वे चुनाव जीतने के लिए
तरह तरह के हथकंडे अपना रही हैं। उन्होंने
कहा कि अभी हाल ही में प्रदेश में 33 हजार
सिपाहियों की भर्ती हुई है उसमें मात्र
650 मुसलमान हैं जोकि मात्र 2 प्रतिशत है।
जबकि मुलायम सिंह यादव के शासन काल में 14
प्रतिशत मुसलमानों की भर्ती को सुनिश्चित
किया गया था। प्रदेश के 71 जिलों में
मात्र एक डीएम और एक पुलिस अधीक्षक
मुसलमान है यही है मायावती की मुसलमानों
के प्रति इंसाफ? भारत सरकार द्वारा
2011-2012 में मुस्लिम छात्रवृत्ति के रूप
में 35 करोड़ रूपये दिये गए थे जोकि बांटे
ही नहीं गए। प्रदेश के 5 हजार मुअल्लिम
उर्दू डिग्री धारकों हाई कोर्ट के आदेश के
बावजूद आज तक नौकरी नहीं दी गई।
श्री हसन ने कहा है कि सरकार बनने पर 18
जुलाई 2007 को मुख्यमंत्री मायावती द्वारा
बुलाई गई पहली मुस्लिम कांफ्रेंस में किये
गए वादों में से एक भी आजतक पूरा नहीं किया
गया है। |
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समाचार स्रोतः
उ.प्र.समाचार सेवा |
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upsamacharsewa@gmail.com
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