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आगरा,18
सितम्बर।(उप्रससे)। शहर के जय अस्पताल मे
कल शाम 5.35 बजे हुए धमाके मे पुलिस और
अन्य जांच ऐजेंसियाँ 24 घंटे बाद भी अभी
तक किसी नतीजे पर नहीं पहुॅची है। अभी न
तो यह स्वीकार किया जा रहा है कि यह आंतकी
वारदात है और न इससे इंकार किया जा रहा
है। निजी अस्पतालों की आपसी प्रतिद्वद्विता
के नजरिए से भी इस धमाके की छानबीन की जा
रही है।
इस बीच आज केन्द्रीय गृह राय मंत्री
जितेन्द्र सिहं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री
स्वामी प्रसाद मौर्य , डीजीपी आर के तिवारी
और स्पेशल डीजीपी बृजलाल ने घटना स्थल का
मुआयना करने के बाद बम विस्फ ोट का सुराग
देनें वाले को 50 हजार रूपये के ईनाम देने
की घोषणा की । विस्फ ोट मे घायल हुए लोगों
को एक-एक लाख रूपये का मुआवजा भी दिया
जायेगा। विस्फ ोट मे घायल हुए लोगों मे से
एक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जबकि
तीन घायल अभी उपचाररत है। मामूली रूप से
घायल अन्य लोग कल ही अपनें घरों को चले गए।
घटना मे दर्जनभर लोग घायल हुए है। जय
अस्पताल मे जो विस्फ ोट कराया गया वह
क्रूड बम था। आज सुबह अस्पताल कादौरा करने
केबाद कैबिनेट मंत्रीश्री मौर्यने प्रेस
से कहाकिविस्फ ोट कीयह घटना गंभीर है ।इसके
पीछे जोलोग है उन्हें हर हाल मे सामने लाया
जायेगा। स्पेशल डीजी बृजलाल ने बताया कि
यह धमाका 9 वोल्ट की 6 बैटरियों को जोडक़र
किया गया । फ ॉरेंसिक एक्सपर्ट , एटीएस और
अन्य ऐजेंसियाँ धमाके मे इस्तेमाल विस्फ ोटक
का पता लगाने मे जुटी है। कैबिनेट मंत्री
स्वामी प्रसाद मौर्य, डीजीपी आर के तिवारी
और स्पेशल डीजी बृजलाल ने जांच मे लगी टीमों
से अब तक हुई प्रगति की जानकारी ली। उन्हें
बताया गया कि विस्फ ोट मे कुल चार लोग ही
घायल हुए है। विस्फ ोट स्थल से बैटरी और
सर्किट कब्जे मे लेकर जांच की जा रही है।
निरीक्षण के बाद डीजीपी आर के तिवारी ने
इस घटना मे आतंकी वारदात से इंकार नहीं
किया । उनका कहना था कि प्रत्येक पहलू से
जांच की जा रही है। घटनास्थल का निरीक्षण
करने के बाद यह काफि ला देहलीगेट
पुष्पांजली हॉस्पीटल पहुॅचा और वहाँ पर
घायलों से हालचाल पूछे। जय अस्पताल के
संचालक उदयवीर सिहं पौनिया की तरफ से इस
मामले मे मध्यरात्रि मे ही अज्ञात लोगोें
के विरूद्व अभियोग पंजीकृत करा दिया गया
है।
पुलिस और सुरक्षाऐजेंसियों को चिंताहै कि
आगराकायह ब्लास्ट कहीं सीरियल विस्फोट
कारिर्हसल तोनहीं है। कलशाम विस्फोट
केबादजैसे ही घटना स्थल से डिवाइस मिली
अधिकारियों केहाथ-पांव फ ूल गए थे। आनन-फ
ाननमे कई संवेदनशील स्थानों कीजांच कराई
गई।दहेली गेट स्थित पुष्पांजली अस्पताल मे
सघन चैंकिगकराई गई।ताजमहलपर सुरक्षाको और
कड़ाकर दिया गया फि र भी अधिकारी ताजमहलकी
सुरक्षाको लेकर काफ ीचिंतित है। दोपहर को
स्वंय उन्होनेंताजमहल कीसुरक्षाव्यवस्था
कीसमीक्षा की ।और सुरक्षा संबधी
कड़ेनिर्देश दिए। इधर नेशनल सिक्योरिटी
गार्डसकादस्ता देर रात्रि यहाँ पहुॅच गयाथा।एनएसजी
की फ ॉरेसिंक टीम ने घटनास्थल का बारिकी
से निरीक्षण किया और विस्फ ोट से जुड़े
साक्ष्य तलाशें। इससे पूर्व सीरियल
ब्लास्ट की आशंका से पुलिस और सुरक्षा
ऐजेंसियाँ रात भर कवायद करती रहीं। डीआईजी
असीम अरूण एवं आईजी पी के तिवारी द्वारा
शहरवासियों को भी आगाह किया गया कि कहीं
कोई आपत्तीजनक बस्तु नजर आती है तो तुरंत
नजदीकी थाने या पुलिस के 100 नं पर इसकी
सूचना दें। किसी भी भ्रामक प्रचार पर अफ
वाहें न फ ैलाए।
घायलों को पीएम राहत कोष से 50-50 हजार की
घोषणा
आगरा,18 सितम्बर।(उप्रससे)। केन्द्रीय गृह
राय मंत्री जितेन्द्र सिहं भी आज सुबह जय
अस्पताल पहुॅचे और घटनास्थल का मुआयना किया
। इसके बाद वे पुष्पांजली हॉस्पीटल मे
घायलों को भी देखने गए। कल शाम को हुए बम
विस्फ ोट के बाद से केन्द्रीय गृह
मंत्रालय निरंतर राय सरकार से संपर्क बनाए
हुए है और विस्फ ोट के बारे मे जानकारी
हासिल कर रहा है। इससे लगता है कि केन्द्र
विस्फ ोट की घटना को लेकर काफ ी गंभीर है।
केन्द्रीय गृह राय मंत्री जितेन्द्र सिहं
एवं फि रोजाबाद के सांसद एवं फि ल्म
अभिेनाता राजबब्बर ने जय अस्पताल के दौरे
के बाद घोषणा की कि विस्फ ोट मे घायल हुए
लोगों को केन्द्र सरकार की ओर से (पीएम
राहत कोष) 50-50 हजार रूपये का मुआवजा दिया
जायेगा। मुआयने के बाद पत्रकारों से
बातचीत करते हुए उन्होनें कहा कि विस्फ ोट
की घटना को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से
लिया है। उन्होनें कहा कि केन्द्र ने राय
सरकार को पहले ही इस बारे मे सजग किया था,
लेकिन राय ने गंभीरता से नहीं लिया फि र
भी केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश पुलिस को
पूरा सहयोग करेगी। उन्होनें कहा कि
दहशतगर्द वेनकाब होने चाहिए इसके लिए राय
सरकार को जो भी संसाथन एवं सुविधाएँ
केन्द्र से चाहिए वह हर संभव दिलाने का
प्रयास करेंगे। उनके साथ फि रोजाबाद के
सासंद राजबब्बर भी मौजूद थे।
सताने लगी रामबरात में सुरक्षा की चिंता
आगरा,18 सितम्बर।(उप्रससे)। शुक्र है कि
विस्फ ोट अधिक क्षमता वाला नहीं था। चंद
लोग घायल हुए , लेकिन चिंता खत्म नहीं हुई
है। उत्तर भारत की प्रमुख और ऐतिहासिक
रामबरात और पांच दिवसीय जनकपुरी आयोजन ने
पूरे पुलिस तंत्र की नींद उड़ा दी है। लाखों
लोगों के बीच किस तरह से होगें सुरक्षा
व्यवस्था के इंतजाम । पुलिस लाइन मे हाई
लेबल की मीटिंग मे इस पर विचार मंथन किया
गया ।
स्पेशल डीजीब्रजलालने यहांँनिरीक्षण
केबादअफसरों केसाथबैठक मेजनकपुरीऔर
रामबरातकीतैयारियों कोलेकरचिंता जताई।उन्होनें
पूछाकिलाखों लोगोंकीमौजूदगी केबीचकिस
तरहसेसुरक्षा व्यवस्थाकाखाका
तैयारकियाजाएगा। पुलिसलाइनमे
मीटिंगकेदौरान भीउनकीचिंता काप्रमुखबिंदु
यहीथा।इससे पूर्वडीजीने मानाकिताज
समेतअन्यऐतिहासिक इमारतोंकी बजहसेसुलहकुल
कीनगरीकी संवेदनशीलताअधिक है ।उन्होने
कहाकिशासन आगराकीसुरक्षा कोलेकरपूरी
तरहसजगऔर कटिबद्व है। स्पेशल डीजी ब्रजलाल
ने कहा कि ऐतिहासिक इमारतों के लिए बनी
समिति हर तीन माह में सुरक्षा की समीक्षा
क रती है। उनका कहना था कि जय हॉस्पीटल
में धमाके के बाद अब जनकपुरी और रामबरात
को लेकर फ ोर्स बढाया जाएगा। अब तक आगरा
को आठ कंपनी पीएसी दी गई है। अब और संसाधन
आगरा पुलिस को दिए जायेंगे । एटीएस (आतंकवाद
निरोधक दस्ता) यहीं पर तैनात रहेगा। |