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हापुड
(ग़ाजियाबाद), 11सितंबर । (उप्रससे)। U.P.Samachar Sewa
भारत विकास परिषद हापुड सजृनके तत्वावधान
में आयोजित सम्मान समारोह में
कवयित्री,समाज सेविका एवं शिक्षिकाओं को
पटका,श्रीफल,स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति
पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह में संस्था के नगर अध्यक्ष अनिल
वाजपेयी ने कहा कि महिला समाज की धुरी है।
प्राचीन काल से अभी तक महिलाओं ने
मां,बहिन,पुत्री,पत्नी,शिक्षिका,चिकित्सक,वैज्ञानिक
आदि न जाने कितनी भूमिकाओं में समाज को
अपना सकारात्मक योगदान दिया है। उन्होंने
कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में कहा कि-
तू ही है हर सांस मां,तू ही है धडक़न
मारों मत मुझे कोख में,मुझकों दो जीवन
संस्था के सचिव मोहित अग्रवाल ने कहा कि
नारी पूजनीय एवं वन्दनीय है। इतिहास इसका
साक्षी है।
महिला संयोजिका सौम्यासिंहल ने कहा कि
नारियों ने जरूरत पडने पर समाज को नर्द
दिशा प्रदान की है,उन्होेंने कहा कि
मै ही सीता थी कभी,मै ही पन्नाधाय
त्याग समर्पण से मेरे,पूरा जग हर्षाय
शिक्षिका एवं कवयित्री आराधना वाजपेयी ने
कहा कि नारी संगीत की मधुर सरगम है। जिसने
हमेशा संसार को प्रेम की डोर में बांधा
है। लेकिन अवसर आने पर उसने शक्ति रूप
दुर्गा का रूप धारण किया है। उन्होंने पढा-
मिटा दिया यदि कोख में,ओ बाबुल नादान
बेटी बिन संभव नहीं होगा कन्यादान,
शिक्षिका पारूलशर्मा,चित्रा शर्मा,मंजू
त्यागी एवं निशा पाठक ने संयुक्त रूप से
कहा कि प्राचीन काल से ही नारी अभिनन्दनीय
है। जब कोई शुम्भ,निशुम्भएवं महिषासुर
सामने आया है। तो नारी ने मां काली का रूप
रखके उसका विनाश किया है।
समारोह में संस्था ने आराधना वाजपेयी,मंजू
त्यागी,पारूल शर्मा,चित्रा शर्मा एवं निशा
पाठक को पटका,श्रीफल,स्मृति चिन्ह एवं
प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पूजा अग्रवाल,सौरभ
अग्रवाल,सचिन अग्रवाल,संध्या
अग्रवाल,गोविन्द अग्रवाल,अजय बंसल,कपिल
बंसल,हेमन्त मित्तल,वैभवगोयल,राहुल
अग्रवाल,प्रीति अग्रवाल,तनु गोयल,दीपक
गोयल,विनय गोयल,छवि गोयल,अतुल
चौकडायत,दीपकगर्ग,करन जगदेव आदि उपस्थित
थे।
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