|
सुलतानपुर, , 09 सितम्बर। (उप्रससे)।
Uttar Pradesh News fदल्ली में
हुए बम धमाके से यूपी में हाई एलर्ट का
फरमान भले ही जारी कर दिया गया हो, किन्तु
यहां तो खुफियातंत्र पूरी तरह फेल दिख रहा
है। एसओजी सर्विलांस के भरोसे, एलआईयू
अखबारों के भरोसे और आईबी भगवान भरोसे
सूचनाएं एकत्र करती है। जबकि आजमगढ़ और
वाराणसी में आतंकी संगठनों की गतिविधियां
काफी सक्रिय हैं। सुलतानपुर के रास्ते से
आतंकी संगठनों के एजेन्ट न सिर्फ यहां से
गुजरते हैं बल्कि लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग
पर स्थित कुछ ढाबे आतंकी संगठनों के लिए
सुरक्षित स्थान बने हुए हैं।
एलआईयू व पुलिस की शिथिलता के कारण उनके
मुखबिर अब उनसे मुंह मोड़ने लगे हैं।
हालांकि शासन से मुखबिरों के लिए प्रत्येक
वर्ष गोपनीय फण्ड भी दिया जाता है। सूत्रों
की मानें तो एलआईयू और पुलिस इनफारमर्स को
बदमाशों की सूचना देने के बावत अपने पास
से अंदरखाने पेशगी दे रही है।
सीएसएमनगर जिले के कमरौली और सुलतानपुर के
चांदा थाना क्षेत्र के बीच आधा दर्जन ढाबे
ऐसे हैं जो आतंकी संगठनों की शरणस्थली बनी
हुई है। हालांकि एलआईयू और पुलिस का दावा
है कि संवेदनशील स्थानों व ढाबों की
निगरानी के लिए इनफारमर्स तैयार किये गये
हैं। एक मुखबिर ने बताया कि पुलिस कई बार
मुखबिर का नाम बदमाशों को बता चुकी है, ऐसे
में जान की भी खतरा बना रहता है। मुखबिरों
के गोपनीय फंड की धनराशि उन्हें नहीं मिलती,
बल्कि बड़े साहब के तबादले के बाद यह धनराशि
फॉलोवर्स को बांट दी जाती है।
|