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मिट्टी के तेल से आग लगाकर घर का दरवाजा
भी कर दिया था बंद
एटा, 01 सितम्बर। (उप्रससे)। जनपद के थाना
निधौलीकलां क्षेत्र के ग्राम नगला धनी में
खरंजे पर पशु बांधने को लेकर हुये विवाद
में से गुस्साये दबंगों ने एक महिला को
उसके ही घर में घुसकर मिट्टी का तेल डालकर
जिन्दा जला दिया और सरेआम घटना को अंजाम
देकर फरार हो गये। उक्त घटना से पूरे
क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
घटनाम के अनुसार बुधवार सायं 5 बजे सतीश
का उसके पडोसी रनवीर से घर के आगे बने
खरंजे पर खूंटा गाडने व पशु बांधने को
लेकर विवाद हो गया और दोनों ओर से बात
मारपीट तक जा पहुंची गांव वालों के समझाने
बुझाने के बाद मामला शांत हो गया और सतीश
व उसकी पत्नी नीरू अपने घर चले गये। उसके
बाद सतीश अपने खेत पर चला गया। उसी समय
दबंग पडोसी रनवीर अपने अन्य परिजनों के
साथ सतीश के घर जा पहुंचे और नीरू 25 वर्ष
पर मिट्टी का तेल छिडक कर उसे जिन्दा जला
दिया और घर का दरवाजा बाहर से बन्द कर दिया।
जब नीरू जलने लगी तो वह घर की छत पर चढकर
गांव वालों व अपने पति से बचाव के लिये
चिल्लाने लगी। जिसे परिजनों ने गम्भीर
हालत में जिला चिकित्सालय एटा में लाकर
भर्ती कराया । जहां से चिकित्सकों ने उसे
आगरा रैफर कर दिया। आगरा से गम्भीर स्थिति
में आज उसे दिल्ली रैफर कर दिया गया।
उपचार हेतु दिल्ली ले जाते समय उसकी मृत्यू
हो गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय मोहन शर्मा ने
आज घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना की
रिपोर्ट दर्ज करा दोषियों के विरूध्द
कार्यवाही किये जाने की बात बताई है। साथ
ही उन्होंने बताया कि बीते दिन सतीश व
रनवीर ने खरंजे पर पशु बांधने को लेकर
विवाद हो गया था जिसमें 25 वर्षीय नीरू को
रनवीर पक्ष द्वारा तेल डालकर जिन्दा जला
देने की बात मृतक के परिजनों ने बताई थी।
तहरीर आने पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद
रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। वहीं दूसरा
पक्ष सतीश का अपनी पत्नी से झग़डा हो जाने
के बाद गुस्से में आत्महत्या करने का आरोप
लगा रहा है। घटना की जांच कराई जा रही है।
अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की जा
सकी। उक्त घटी घटना के पीछे प्रधानी की
रंजिश भी बताई जा रही है।
एटा में बढ रहा मजनुओं का आतंक
मजनुओं की हरकत से तीन छात्रायें घायल
एटा, 01 सितम्बर। (उप्रससे)। जनपद भर में
मजनुओं का आतंक दिन ब दिन बढता ही जा रहा
है। जहां फूल देखा भंवरा भनभनाते हुये
पहुंच ही जाता है। ऐसे ही मजनुओं पर अंकुश
लगाने के लिये सीओ सिटी द्वारा कुछ समय तक
अभियान चलाया गया । लेकिन सफेद पोश के चलते
यह अभियान सुचारू रूप से नहीं चल पाया।
इन्हीं मजनुओं के चलते बीते दिन थाना जैथरा
के गढ़िया अहरान मोड़ पर मोटरसाइकिल सवार
मजनुओं ने तीन छात्राओं को रौंद दिया।
जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गई। घायलों
को पुलिस द्वारा उपचार हेतु जिला
चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उनका
उपचार जारी है।
शहर ही नहीं पूरे जनपद में मजनुओं का आतंक
दिन ब दिन बढता जा रहा है। जिससे छात्राओं
और महिलाओं का खुलेआम निकलना दूर्भर हो गया
है। जहां लडकियां देखीं वहां मजनू प्रवृति
के लोग उनका पीछा करना शुरू कर देते हैं
वहीं जनपद के सार्वजनिक स्थल रोडवेज बस
स्टेण्ड मन्दिरों आदि में भी इन मजनुओं का
भारी जमावाडा देखा जा सकता है। जिला
प्रशासन द्वारा कुछ समय पूर्व इन मजनुओं
पर अंकुश लगाने के लिये एक अभियान सीओ सिटी
कुलदीप सिंह द्वारा चलाया गया। जो सफेद
पोश राजनेताओं के दबाब के चलते अधर में
लटक गया। क्षेत्राधिकारी द्वारा शहर का
चर्चित मौहलला शान्ति नगर जो कुछ समय
पूर्व मजनुओं का ग़ढ कहा जाता था। लेकिन
क्षेत्राधिकारी द्वारा अभियान चलाकर कुछ
मजनुओं को जेल की हवा खिला दी। जिससे कुछ
समय के लिये शांति नगर के बांशिदों एवं
छात्राओं के बीच क्षेत्राधिकारी चर्चा का
विषय बने रहे। लेकिन सफेदपोश एवं उच्च
अधिकारियों के युवा नौजवानों द्वारा की
जाने वाली हरकत सीओ सिटी हजम नहीं कर पाये
और यह अभियान रास्ते में ही रोकना पडा।
इन्हीं मजनुओं के चलते आज बुध्दजीवी
परिवार के लोग अपनी बहू बेटियां आदि को
अकेले बाजारों में निकालना दूर्भर समझ रहे
हैं। बुध्दजीवी परिवार के लोगों का आज जिला
प्रशासन से पूरा भरोसा उठ चुका है।
वर्तमान सरकार में महिलाओं की सुरक्षा की
बात तो कही जाती है लेकिन सुरक्षा हो नहीं
पाती। इसी के चलते थाना जैथरा के गढ़िया
अहरान मोड़ पर दो मजनू बाइक सवारों की हरकत
से तीन छात्रायें पूनम पुत्री श्री मनोहर
सिंह, सोनी पुत्री विजेन्द्र सिंह, लता
पुत्री राजवीर सिंह निवासीगण नगला बदन थाना
जैथरा को अनिल जाटव निवासी नगला बिजू ने
छात्राओं को छेड़खानी करते समय बाइक से हाथ
हटा लिये और छेड़खानी करने लगा। इतने में
बाइक असंतुलित हो गई और छात्राओं को रौंद
दिया। जिससे तीनों छात्रायें गम्भीर रूप
से घायल हो गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों
ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची
पुलिस ने मोटर साइकिल सवार को दबोच लिया
एवं घायलों को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय
में भर्ती कराया जहां घायलों का उपचार जारी
है। समाचार लिखे जाने तक घटना की रिपोर्ट
दर्ज नहीं हो पाई है।
पुलिस सोती रही, अपराधियों ने दिया घटना
को अंजाम
निधौलीकलां में घटित दो घटनाओं की थाना
पुलिस को नहीं हुई जानकारी
थानाध्यक्ष द्वारा नहीं मिला कोई संतोषजनक
जबाव
एटा, 01 सितम्बर। (उप्रससे)। प्रदेश सरकार
जिला प्रशासन को सचेत रहने के समय-समय पर
निर्देश देती रहती है। लेकिन कुम्भकर्णी
नींद सो रहा जिला प्रशासन आज तक सचेत नहीं
हो पाया है। अपने ध्रुमुल कार्य प्रणाली
को जिला प्रशासन द्वारा आज तक सहीं नहीं
किया गया। यहीं वजह है कि अपराधी घटनाओं
को अंजाम दे देते हैं और पुलिस सोती रहती
हैं। ऐसी घटनायें थाना निधौलीकलां में बीते
दिन घटित हो गई। लेकिन थाना पुलिस को सूचना
नहीं मिल सकी। थाना निधौलीकलां में बीते
दिन नगला धनी में नामजद लोगों द्वारा एक
महिला के साथ मारपीट करते हुये जिन्दा जला
दिया। जिससे उसकी उपचार के दौरान मौत हो
गई। वहीं दूसरी घटना में युवक द्वारा
आत्महत्या कर ली। शव को परिवारीजनों द्वारा
अन्तिम संस्कार कर दिया गया। इन दोनों
घटनाओं की जानकारी थाना पुलिस को नहीं हुई।
आखिर क्या कारण है? थानाध्यक्ष निधौलीकलां
विनोद कुमार से वार्ता करने पर उनके द्वारा
किसी भी प्रकार की कोई भी घटना घटित होने
की बात से स्पष्ट इंकार कर दिया साथ ही कहा
कि मेरे थाना क्षेत्र में कोई घटना नहीं
घटीं। आखिर अपने कर्तव्य से विमुख होकर यह
थानाध्यक्ष क्या दर्शाना चाहते हैं। यह
इनकी अपराधों को दबाने की कार्यप्रणाली है
या लापरवाही। आने वाला समय बतायेगा कि
नवागन्तुक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय मोहन
शर्मा की नजर इनकी इस कार्यप्रणाली पर पडती
है या उन्हें अपराध कम करने के सम्बन्ध
में मूक समर्थन प्राप्त होता है?
घटना के अनुसार थाना निधौलीकलां के ग्राम
नगला धनी में बीते दिन प्रधानी की रंजिश
को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जिसको
लेकर जीते हुये प्रधान के समर्थकों द्वारा
हारे हुये प्रधान के समर्थकों के साथ
मारपीट कर नीरू पत्नी सतीश कुमार उम्र
करीब 25 वर्ष को गांव के ही रनवीर पुत्र
गनपति सिंह, बबलू एवं राहुल पुत्रगण रनवीर,
पप्पू पुत्र रामवीर, रामसहाय महावीर, रज्जो
पत्नी रनवीर द्वारा मिट्टी का तेल डालकर
जिन्दा जला दिया। जिससे वह गम्भीर रूप से
घायल हो गई। परिवारीजनों द्वारा घायल को
उपचार हेतु जिला चिकित्सालय में भर्ती
कराया। जहां घायल ने तहसीलदार सदर को अपने
ब्यान दिये। वहीं डाक्टरों द्वारा घायल की
हालत गम्भीर देखते हुये उसे आगरा रैफर कर
दिया गया। रास्ते में जाते समय विवाहिता
ने दम तोड़ दिया। घटना की रिपोर्ट नामजद
लोगों के खिलाफ थाना निधौलीकलां में तहरीर
दी गई है। वहीं दो दिन पूर्व थाना
निधौलीकलां के सभापुर में एक युवक दिनेश
पुत्र रामपाल उर्म करीब 18 वर्ष ने फांसी
लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवारीजनों द्वारा
जिसकी शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। जब
थाना पुलिस को इस घटना की जानकारी नहीं है
तो इसकी क्या गारण्टी है कि यह आत्महत्या
है या हत्या। थाना पुलिस को इन दोनों ही
घटना के तीन से पांच घण्टे के बाद जानकारी
हुई इससे साफ पता चलता है कि थाना पुलिस
का अपने क्षेत्र के प्रति इतनी जिम्मेदारी
के साथ नौकरी को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे
पुलिस कर्मियों का होना या न होना जनता की
नजर में बराबर है।
''फैले प्रेम परस्पर जग में, मोह दूर
ही रहा करे, अप्रिय कठोर शब्द नहिं, कोई
मुख से कहा करें''
दस लक्षण पर्व पर जैन समुदाय के लोगों की
पूजा अर्चना प्रारम्भ
अखिल भारतीय दिगम्बर जैन महिला संगठन ने
दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन
एटा, 01 सितम्बर। (उप्रससे)। दस लक्षण
पर्व पर जैन समुदाय के लोगों द्वारा पूजा
अर्चना आज से प्रारम्भ हो गई है। जिसमें
अखिल भारतीय दिगम्भ्बर जैन महिला संगठन
द्वारा एक ज्ञापन जिलाधिकारी एटा को
प्रस्तुत किया है। जिसमें संगठंन ने मांग
की है कि पर्व के दार खुले कट्टी खाने
मांस मच्छी एवं अण्डे आदि की दुकानों पर
रोक लगाई जाये। जैन समुदाय के लोगों का दस
लक्षण पर्व साल भर में एक बार मनाया जाता
हे इस पर्व पर लोगों द्वारा अपनी
स्वेच्छानुसार पूजा अर्चना कर अपने ईष्टों
से मनौती मांगते हैं। इस पर्व पर साफ सफाई
एवं पवित्रता का विशेष ध्यान दिया जाता है
वहीं शहर के बहुचर्चित वर्णीजैन (नसिया जी
मंदिर) में लोगों की भारी भीड़ प्रतिदिन
देखी जाती है। वहीं श्रध्दानुसार लोगों
द्वारा सांस्कृतिक कार्यम एवं प्रतियोगिता
कार्यम भी होते हैं। वहीं संगठन द्वारा
नगरपालिका से भी मांग की गई कि जैन मंदिरों
के ओर पास सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से करा
दी जाये। वहीं दस लक्षण पूजा का शुभारम्भ
डा. सुबीरा गोयल द्वारा फीता काटकर किया
जायेगा। यह जानकारी महिला संघटन की
अध्यक्षा बबिता जैन प्रेरणा ने दी।
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