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Pilibhit,
11 November 2011 (U.P.Samachar Sewa)
पीलीभीत, 11 नवंबर।(उप्रससे)।
सौ साल में एक बार आने वाले अद्भुत संयोग
11/11/11 को सर्वधर्म विवाह समारोह में
963 जोड़े विवाह के बंधन में बंध गए।
पीलीभीत जिले के पूरनपुर में सर्वधर्म
मानव सेवा मिशन द्वारा आयोजित सर्वधर्म
विवाह समारोह में सभी धर्म के लोगों की
भारी भीड़ उमड़ी। वर-वधुओं को सौगात देकर
विदा किया गया। लकी ड्रा में लखीमपुर खीरी
के अनूपनगर निघासन की रजविंदर कौर की कार
निकली। इस पर उन्हें सौगात में कार देकर
रवाना किया गया। इसके अलावा 50 भाग्यशाली
विजेताओं को बाइक, फ्रिज, रंगीन टीवी,
सिलाई मशीन, साइकिल दी गई।
सर्वधर्म शादी समारोह को लेकर करीब एक माह
से तेजी से तैयारी चल रही थी। समारोह में
शुक्रवार को सर्व धर्म के लोगों का भारी
भीड़ उमड़ी। समारोह को लेकर अलग-अलग पंडालों
में विभिन्न समुदाय के लोगों की उनकी रीति
रिवाज के अनुसार शादियां कराई गईं।
मुस्लिम समुदाय की शादी अल्लाहू मियां
दरगाह पीलीभीत के सज्जादानशीन के छोटे भाई
मोहम्मद इरफान मियां की देखरेख में
मोहम्मद कमर चिश्ती, मुफ्ती मोहम्मद इरशाद
आदि ने कराई। जबकि हिंदू समुदाय की शादियां
गायत्री परिवार के लखीमपुर निवासी मुरली
धर मौर्य की देखरेख में सविता मौर्य,
बलराम सिंह, जसपाल सिंह आदि ने
मंत्रोच्चारण कर कराईं। जबकि सिख समुदाय
की शादियों के लिए मलेशिया के संत बाबा
सुखदेव सिंह ने लावा का पाठ पढ़ा। इस
दौरान संत बाबा मक्खन सिंह, संत बाबा
सुरजन सिंह आदि संत मौजूद रहे। भारी भीड़
को लेकर पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं में पूरे
दिन जुटा रहा। अंत में जोड़ों को उपहार
में दो चारपाई, दो बिस्तर, बर्तनों का सेट,
पांच-पांच वर-वधू के कपड़े आदि देकर विदा
किया गया। मुख्य आयोजक संत बाबा मक्खन
सिंह ने बताया कि समारोह में 963
युवक-युवतियां परिणय सूत्र में बंधे। इसमें
67 सिख समुदाय के, 65 मुस्लिम और 831 हिंदू
समुदाय के जोड़े बने हैं। अल्लाहू मियां
दरगाह के सज्जादानशीन के छोटे भाई मोहम्मद
इरफान मियां ने कहा कि सुन्नी इस्लाम धर्म
के अनुसार निकाह कराए गए हैं। सभी का अच्छा
सहयोग मिला। निकाह मुस्लिम धर्म के अनुसार
ही कराए गए हैं।
घर में एक शादी और दुनिया भर का इंतजाम।
व्यवस्थाएं बनाने में लोगों को महीनों
जूझना पड़ता है। साथ ही सब कुछ अव्यवस्थित
हो जाता है, लेकिन समारोह में 963 शादियां
और सब कुछ व्यवस्थित रहा। समारोह में
कारसेवकों में समर्पण की भावना में कोई
औपचारिकता नहीं दिख रही थी। समारोह वर-वधू
के अलावा कई लोगों के लिए यादगार बना रहेगा।
समारोह देखने को सर्वधर्म के लोगों का भारी
हुज्जूम उमड़ा। तमाम लोग तो बस यही देखने
आए थे कि इतना बड़ा इंतजाम कैसे किया गया
है। समारोह मेें सब कुछ व्यवस्थति रहा।
समारोह में शादी को पहुंचने वाले वर-वधू
के लिए पंजीकरण को कई अलग-अलग काउंटर लगाए
गए थे। पंजीकरण के बाद अलग-अलग पंडाल में
उनके रीति रिवाजों के अनुसार शादियां कराई
गई। समारोह में बारातियों और जनातियों के
रुप में करीब डेढ़ लाख लोगों की भीड़ रही।
खाना और चाय की व्यवस्था भी की गई थी। इसके
चलते समारोह शांतिपूर्ण माहौल में निपट गया।
समारोह क्षेत्र के लोगों के अलावा समारोह
मेें शादियां करने वाले वर-वधू के लिए
यादगार साबित होगा। मालूम हो कि सर्व धर्म
मानव सेवा मिशन की ओर से वर्ष 2007 में
संत बाबा मक्खन सिंह के नेतृत्व में 2103
जोड़े परिणय सूत्र में बंधे थे। उक्त
समारोह भी लोगों के लिए यादगार बना हुआ
है।संत बाबा मक्खन सिंह के कंधे से कंधा
मिलाकर समारोह में साथ रहने वाले संत बाबा
सुरजन सिंह ने कहा कि समारोह की सफलता पर
आज उन्हें अति प्रसन्नता हो रही है।
समारोह की एक साल से तैयारी चल रही थी।
एसडीएम, एएसपी परिसर में घूमकर लेते रहे
जायजा -प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था समेत
अन्य व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर रखी थी।
एसडीएम हरिहर राम और एएसपी रामबोध परिसर
में घूमकर जायजा लेते रहे।
हरिद्वार की घटना को लेकर यज्ञ स्थल में
फैल रहे धुएं को लेकर अफसरों ने मौके पर
पहुंचकर शामियाना के पर्दे अपने आप हटाने
शुरु कर दिए। व्यवस्था को लेकर डीएम कौशल
राज शर्मा और एसपी अखिलेश कुमार चीनी मिल
में कैंप किए रहे।
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