Lucknow,
11 November 2011 (U.P.Samachar Sewa)
लखनऊ, 11 नवंबर।(उप्रससे)।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद्
(सीएसआईआर) के के महानिदेशक डा. समीर
ब्रह्मचारी ने कहा है कि बायोफर्टिलाइजर
के उपयोग से कृषि भूमि में सुधार हो रहा
है। इस कार्यक्रम को आगे भी रखा जाएगा।
डा.ब्रह्मचारी आज यहां राष्ट्रीय वनस्पति
अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) द्वारा तैयार
संरक्षणशाला के उद्घाटन अवसर पर विचार
व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह
संरक्षणशाला शोधार्थियों व विद्यार्थियों
के उपयोगी साबित होगी। उन्होंने आगे कहा
कि डा.सी.एस.नौटियाल ने 12 वीं पंचवर्षीय
योजना के तहत कृषि भूमि के लिये जो योजना
तैयार की है। उससे लघु एवं सीमांत किसानों
के सामाजिक, आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने मे
मदद मिलेगी। इस अवसर पर एनबीआरआई के
निदेशक डा.सी.एस.नौटियाल भी मौजूद थे।
सीएसआईआर महानिदेशक ने आगे कहा कि हम
इस मामले में धनी हैं कि हमारे पास
एनबीआरआई जैसा संस्थान और उद्यान है।
कार्यक्रम में संरक्षणशाला के बारे में
जानकारी देते हुए डा.ए.के.गोयल ने बताया
कि यहां साइकेड की बहुमूल्य प्रजातियां
संरक्षित की गई हैं। जिनका
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार
प्रतिबंधित है। |