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Bareilly,
O5 November 2011, U.P.Samachr Sewa.
बरेली, 05 नवम्बर। (उप्रससे)।
: इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह यादव आय से
अधिक संपत्ति के मामले में फंस गए हैं।
विधायक वीरेन्द्र सिंह व विजयपाल सिंह की
शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जांच कराई। जांच
में इंस्पेक्टर करोड़ों के मालिक निकले।
जिसके बाद शुक्रवार को सायं कोतवाली में
भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने इंस्पेक्टर के
खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। मैनपुरी जनपद
के रहने वाले इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह
यादव 1983 में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात
हुए थे। वर्तमान में वह 110 सिविल लाइंस
बरेली में रह रहे हैं। कैंट विधायक
वीरेन्द्र सिंह व फरीदपुर के विधायक विजय
पाल सिंह ने 27 जुलाई 2007 को मुख्यमंत्री
से वीरेन्द्र सिंह यादव की शिकायत कर आय
से अधिक संपत्ति कमाने का आरोप लगाया था।
मुख्यमंत्री ने इसकी जांच भ्रष्टाचार
निवारण संगठन से कराई। जांच में पाया गया
कि वीरेन्द्र सिंह यादव ने अपनी पत्नी
अनीता यादव के नाम से गाजियाबाद में एक
करोड़ चौबीस लाख की जमीन खरीदी है। इतना
ही नहीं सर्विस के दौरान वीरेन्द्र सिंह
ने अपनी चल अचल संपत्ति से 65 लाख, 63
हजार 997 रुपए एकत्रित किए जबकि इस दौरान
82 लाख 49 हजार 377 रुपए खर्च किए। जांच
में पाया गया कि वीरेन्द्र सिंह यादव ने
अपनी आय के मुताबिक 25.86 प्रतिशत रकम
अतिरिक्त कमाई हैं। यह रकम कहां से कमाई
गयी इसका कोई ब्यौरा नहीं मिल सका। इसके
अलावा नरियावल में वीरेन्द्र सिंह के भाई
सुरेन्द्र कुमार यादव के नाम से आईस
फैक्ट्री है जिसमें पैसा वीरेन्द्र यादव
का ही लगा है। जांच में आय से अधिक संपत्ति
के मामले में दोषी पाये जाने के बाद
शुक्रवार सायं को भ्रष्टाचार निवारण संगठन
ने कोतवाली में इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह
यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। |