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Sultanpur,
November 01, 2011. (U.P.Samachar
Sewa ) दुराचार के आरोपी की
गिरफ्तारी के लिए दबिश देने गये
थानाध्यक्ष एवं थाना पुलिस को ग्रामीणों
ने जमकर धुना। सूचना पर पहुॅचे थानाध्यक्ष
बल्दीराय एवं पुलिस बल को थी ग्रामीणों ने
बन्धक बना लिया। थाना क्षेत्र हलियापुर
कस्बा निवासिनी शबनम बानो पुत्री शहजाद ने
थाना बल्दीराय क्षेत्र के पारा बाजार
निवासी तुफैल पुत्र एकलाख निवासी के
विरूद्ध बींत 17 जून को दुराचार का अभियोग
पुजीकृत करवाया था। आरोपी के घर दबिश देने
गये थानाध्यक्ष हलियापुर राम लाल कामले एवं
पुलिस बल को ग्रामीणों ने जमकर धुना। मामले
की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष बल्दीराय
हरेन्द्र सिंह मय पुलिस बल मौके पर पहुॅचे
तो उन लोगों को भी ग्रामीणों ने बन्धक बना
लिया। उन्होंने घटना की सूचना जिला
मुख्यालय को दी। पुलिस अधीक्षक ने आस-पास
के लगभग आधा दर्जन थाने की पुलिस को मौके
पर पहुॅचने के निर्देश दिए। मौके पर
क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर, नगर एवं
कादीपुर, अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस
अधीक्षक ने भी पहुॅच कर स्थिति को
नियन्त्रण में किया। मौके पर कई थानों की
पुलिस तैनात की गयी है।
श्रीलाल शुक्ल के निधन पर हुई शोकसभा
* मूर्ति स्थापना के लिए स्थान आवंटन को
जिला प्रशासन को दिया ज्ञापन
लम्भुआ, सुलतानपुर, 1 नवम्बर (उप्रससे) :
बी0डी0डी0बी0 महिला महाविद्यालय के सभागार
में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित
बहुचर्चित कथाकार श्रीलाल शुक्ल के निधन
पर एक शोक सभा का आयोजन डॉ0 सुरेश चन्द्र
शर्मा प्रवक्ता हिन्दी के संयोजन में किया
गया।
मुख्य अतिथि लोकप्रिय कहानीकार 'चित्रेश
जी' ने कहा छठें दशक के मध्य में प्रकाशित
शुक्ल जी का कालजयी उपन्यास ''राग दरबारी''
नेहरू युग के मोहभंग का अद्भुत दस्तावेज
है। इसी उपन्यास ने शुक्ल जी को लोकप्रियता
के शिखर पर पहुंचा दिया। कृषक इण्टर कालेज
जरारा विवंकी फतेहपुर के प्रधानाचार्य डॉ0
रामप्यारे प्रजापति ने कहा कि
स्वतंत्रयोत्तर हिन्दी कथा साहित्य में
धारदार, चुभती हुई व्यंग्यपूर्ण शैली का
जितना आकर्षण प्रयोग स्व0 शुक्ल जी के
द्वारा हुआ है। वैसा प्रयोग समकालीन
कथाकारों के सृजन में दृष्टिगत नहीं होता।
डॉ0 सुशील कुमार मिश्र ने शुक्ल जी के
निधन को साहित्व जगत की अपूर्णीय क्षति
बताया। शोकसभा में पधारे साहित्यकारों एवं
प्रबुद्धजनों के प्रति प्रबन्ध समिति के
सदस्य दीपक सिंह ने आभार व्यक्त किया। इस
अवसर पर आशीष सिंह, विजय बहादुर मिश्र,
लक्ष्मण गांधी श्रीवास्तव, रवीन्द्र
प्रताप सिंह, ओमप्रकाश सिंह, शिवमंगल
शुक्ल, अनुपम शुक्ल, श्याम सिंह आदि लोग
मौजूद रहे
मुस्लमानों को एकजुट होने का समय आ गया
: अफजाल अंसारी
' कौमी एकता दल ने भरी चुनावी हुंकार
सुलतानपुर, 1 नवम्बर (उप्रससे) : कौमी एकता
का विशाल समाराोह कार्यक्रम खुर्शीद क्लॅब
में सम्पन्न हुआ। जिसमें आये मुख्य अतिथि
अफजाल अंसारी ने लोगों को सम्बोधित करते
हुए कहा कि यह समय मुस्लमानों को एकजुट
होकर अपनी ताकत दिखाने का है और इस्लाम को
आंतकवाद के नाम पर लोगों को गुमराह करने
वालों को करारा जवाब देना है। जिससे वह
इस्लाम को बदनाम न कर सके।
कौमी एकता के संस्थापक व गाजीपुर सांसद
अफजाल अंसारी का स्वागत करने के लिए जनपद
के कोने-कोने से आये नौजवान व अन्य पार्टी
के नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
अमहट से लेकर खुर्शीद क्लब के मैदान तक दो
पहिया व चार पहिया वालों का ही तांता लगा
था। उस पर सवार उनके चाहने वाले जिन्दाबाद
के नारों से शहर गूंज उठा उनके इस स्वागत
के प्रोग्राम से लगभग दो घण्टे तक जाम की
समस्या बनी हुई थी।
इस कार्यक्रम में कई हजार की भीड ऌक्ट्ठा
हो गई थी। मैदान के अलावा बाहर सडक़ों तक
भीड थी, जो जहां खडा था। वहीं से अफजाल
अंसारी का भाषण सुनने में मस्त हो गया।
श्री अंसारी में सम्बोधित करते हुए कहा कि
जिस मुस्लमानों को आतंकवादी कहा जाता है
और इस्लाम को आंतकवाद की जड क़हकर बदनाम
किया जाता है, जबकि इस्लाम धर्म के
पैगम्बर मुहम्मद साहब के ऊपर रोज एक औरत
कूडा फेंकती थी। इस पर किसी ने उनसे कहा
कि आप उस औरत को कुछ नहीं कहते तो उन्होंने
कहा कि कितने दिन वह फेकेंंगी एक न एक दिन
उसको अपनी गलती का एहसास होगा। उनकी इस
बात को सुनकर उस दिन के बाद से वह नबी के
ऊपर कूडा फेंकना बंद कर दिया। जब लडाई झगडा
या बदले की भावना नबी साहब में नहीं थी तो
आंतकवाद कहां से पैदा हुआ। आंतकवाद पैदा
कहीं और से हो रहा है और बदनाम इस्लाम को
किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कई लोगों
ने सदस्यता ग्रहण की जिसमें से बसपा के
पासी समाज के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व
प्रधान इसौली श्रीपाल पासी ने भी कौमी एकता
दल में शामिल हुए। वहीं इस कार्यक्रम को
सफल बनाने के लिए इसौली प्रभारी इमरान ने
आये हुए लोगों को धन्यवाद दिया।
प्रेस फोटोग्राफर पर हुआ हमला
सुलतानपुर, 1 नवम्बर (उप्रससे) एक
दैनिक समाचार पत्र के छायाकार पर दंबगों
ने धावा बोलकर उसकी मोटर साइकिल व कैमरा
छीन लिया। जिससे आक्रोशित पत्रकारों के
समूह ने एकजुट होकर कोतवाली जाकर प्रभारी
को प्राथमिकी दी और कहा कि जल्द से जल्द
सामान की बरामद्गी कर अभियुक्तों के
विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा जाए।
अवैध कार्यों का अड्डा बना कांशीराम
आवास
कालोनीवासियों की नहीं कोई सुनने वाला,
चाहे नेता हो या अधिकारी
दंबगों का कांशीराम कालोनी में चल रहा नंगा
नाच
सुलतानपुर, 1 नवम्बर (उप्रससे) जनपद
सुलतानपुर एक अनोखा शहर यहां पर प्रदेश एवं
केन्द्र सरकार की अनेकों योजनाएं चल रही
है। मगर उन योजनाओं के क्रियान्वयन एवं
देखरेख शासन के विश्वनीय अधिकारी उन
योजनाओं का बन्टाधार करने में अपनी कोई
कसर नहीं छोड रहे है। आज वर्तमान समय में
ये स्थिति बन गई है कि प्रदेश सरकार की
सबसे महत्वाकांक्षी योजना कांशीराम आवास
जो कि आज अपराधियों और अवैध करोबारियों की
शरण स्थली बनकर रह गई है और यहां हर वह
अवांछनीय कार्य हो रहा है जो समाज कतई
स्वीकार नहीं करता। इन कार्यों में अवैध
नशीले पदार्थ का धंधा, जिस्मफरोशी का धंधा,
जुएं का धंधा जैसे कार्य निरंकुशता के साथ
हो रहे है और इन पर कोई लगाम लगाने वाला
नहीं दिखाई पडता। वहीं इस कालोनी में रहने
वाले परिवारों की दशा यह है कि ये अपनी
सुरक्षा को लेकर काफी चिंता में है और इसके
लिए उन्होंने कई बार जिले के अधिकारियों
एवं प्रशासन को अवगत कराया। मगर उनकी यहां
सुनने वाला कोई नहीं है। शासन ने गरीबों
के लिए रहने को एक छत दी, मगर उस छत को
असुरक्षित करने में अधिकारियों का बडा हाथ
है और उनका सोचना है कि नगर के इन कूडाें
का शहर से दूर कर दिया गया है और इनका
उत्पीडन होना स्वाभाविक है।
वहीं इस कालोनी में कुल 1500 आवास है,
जिनकी कुल आबादी लगभग 6000 से अधिक है। इस
कालोनी से लगभग डेढ क़िमी दूर स्थित गभडिया
चौकी से अपनी सुरक्षा के लिए केवल भीख ही
मांगता रह जाता है। मगर ये चौकी के
इंचार्ज एवं तैनात सिपाहियों का ध्येय
केवल धन उगाही है और जब कभी कोई दबाव बनाया
जाता है। तो एक-दो धरपकड क़र वाहवाही लूट
लेते है। कालोनी तो असुरक्षित है मगर इसका
उदाहरण कुछ माह पूर्व गभडिया चौकी क्षेत्र
अन्तर्गत हुई पेट्रोल पम्प मैनेजर की हत्या
कर और लूट का आज तक खुलासा नहीं हो पाया।
इससे साफतौर पर जाहिर है कि जब चौकी से
डेढ क़िमी दूर स्थित कालोनी के लोग कितने
सुरक्षित है।
गौरतलब हो कि यह कालोनी जो कि गरीबों के
रहने के लिए बनाई गई। मगर वर्तमान समय में
इस कालोनी की स्थिति यह है कि यह एक अवैध
कार्यों का गढ बन चुका है। इन कालोनियों
में जिस्मफरोशी, नशीले पदार्थों, जुएं का
अड्डा बन गया है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण
विगत कई माह में इन कालोनियों में हुई
वारदातें इसकी गवाही दे रहा है। मगर इन
असहाय कालोनीवासियों की मद्द करने वाला
कोई नहीं है। इन कालोनी में कई बार
लडक़े-लडक़ियों को रंगरलियाँ मनाते हुए पकडे
ग़ये। मगर पुलिस ने कार्यवाही के नाम पर
केवल धन उगाही कर मामले को रफा-दफा कर दिया
गया। कई बार शिकायत करने पर केवल हर बार
खानापूर्ति कर दी जाती है।
वहीं इस कालोनी की एक खास बात यह है कि यहां
पर आवंटित आवासों में रह रहे लोगों में धन
कमाने चक्कर में आवासों को किराये पर दे
रखा है और कुछ लोगों ने दो-दो आवास पैसे
देकर आंवटित करा रखा है। मगर शिकायतों के
बावजूद आज तक कोई औचक निरीक्षण या
कार्यवाही नहीं कीर् गई। वहीं इनके मालिक
डूडा विभाग के अधिकारी केवल पैसा फेंकों
तमाशा देखो के तर्ज पर काम कर रहे हैं। वहीं
इस कालोनी की एक विडम्बना यह है कि इन
आवासों में रहने वाले लोग न तो ग्रामीण
क्षेत्रों में, न तो शहरी क्षेत्र गिने
जाते हैं। वहीं चुनाव आयोग ने मतदाता
पहचान पत्र के लिए तारीख बढा दी। मगर आज
तक इन असहाय लोग अपने मत का प्रयोग करने
से वंचित रह सकते है। मगर आज तक सम्बन्धित
विभाग के अधिकारी इन लोगों की तरफ देखना
भी उचित नहीं समझते। ये असहाय लोग केवल अब
मुख्यमंत्री की ओर बढे अाशा देख रहे है कि
अब उन्हें केवल वही इन समस्याओं से निदान
दिला सकते है। |