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Saharanpur, November 01, 2011.
(U.P.Samachar Sewa ) सहारनपुर, 01 नवम्बर।
(उप्रससे)। सीट को लेकर हुए झगड़े में
चलती ट्रेन से फेके गए चार छात्रों में से
एक की कटकर मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल
हो गए। चारों छात्र यमुनानगर से आ रहे थे।
घटना को पुलिस टीटीई के आने पर छात्रों के
स्वयं कूदने पर घटित हुआ मान रही है।
जानकारी के मुताबिक पंजाब के अमृतसर से
बिहार के सहरसा जा रही जनसेवा एक्सप्रेस
दोपहर के समय जब थाना कुतुबशेर क्षेत्र
में अम्बाला ओवरब्रिज के नीचे आऊटर पर
पहुंची और ट्रेन की रफ्तार धीमी हुई तभी
एक कोच में सवार चार युवक अचानक बाहर आ
गिरे और उनमे से करीब 16 वर्षीय एक छात्र
की उसी ट्रेन से कट दर्दनाक मौत हो गयी।
जबकि शेष तीनो छात्रों में से एक गम्भीर
रूप से घायल हुआ और दो अन्यों को आंशिक
चोटें आयी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक
चारों छात्र ट्रेन की रफ्तार धीमे होते ही
कोच से बाहर की ओर कूदे थे। जबकि गम्भीर
रूप से घायल छात्र को जिला अस्पताल लेकर
पहुंचे उसके दोनों घायल साथियों का कहना
था कि कोच में सीट को लेकर उन तीनो के साथ
सवारियों का झगड़ा हुआ था और आऊटर पर झगड़ने
वाले यात्रियों ने ही उन्हें ट्रेन से
बाहर फेंक दिया। जबकि ट्रेन से कटकर मरे
छात्र को वह नहीं जानते। गम्भीर रूप से
घायल छात्र का नाम नगर कोतवाली के न्यू
माधो नगर निवासी 18 वर्षीय वंशज पुत्र
अतुल भटनागर बताते हुए शेष दोनों घायल
छात्रों में से एक ने अपने को वंशज का भाई
विकास बताया जबकि तीसरे घायल का नाम अक्षय
बताया गया। जबकि मृतक छात्र को घायलों ने
पहचानने से इन्कार कर दिया। भर्ती कराये
गये वंशज को हायर सैन्टर रैफर किये जाने
पर उसके दोनों साथी उसे अस्पताल से ले गये।
इसी बीच सूचना पाकर कुतुबशेर थानाध्यक्ष
मुनीश चंद शर्मा घटना स्थल पर पहुंचे और
ट्रैक पर तीन भागों में कटे पड़े छात्र के
शव को कब्जे में लिया। जिसकी तलाशी लिये
जाने पर उसके पास से नवीन नगर स्थित महर्षि
दयानन्द स्कूल की मार्कशीट बरामद हुई।
जिसमे अंकित नाम थाना रामपुर के जंधेड़ी
समस्तपुर निवासी रोहित पुत्र जितेन्द्र का
था। जिससे माना जा रहा था कि मृतक छात्र
रोहित हो सकता है मगर देर शाम जिला
अस्पताल की मोर्चरी में पहुंच मृतक छात्र
की मां निर्दोश ने पुत्र की शिनाख्त करते
हुए उसका नाम मयंक चौहान पुत्र राजेन्द्र
सिंह निवासी निर्भयपुरम बताया जो महर्षि
दयानन्द स्कूल का छात्र था। मृतक की मां व
फूफेरे भाई अनुज ने बताया कि मयंक सुबह
करीब साढ़े आठ बजे घर से बाईक लेकर निकला
था और अक्षय उनके पड़ोस में ही रहता है जो
यमुनानगर पढ़ रहा है।
सम्भावना जतायी गयी कि मयंक बाईक स्टैण्ड
पर खड़ी कर उसी के साथ यमुनानगर चला गया
था। जबकि अस्पताल से जाने वाले घायल छात्र
भी खुद को यमुनानगर के श्रीराम कॉलेज का
छात्र बता रहे थे। जो यहां से रोजाना
अप-डाऊन करते हैं। घटना की सूचना पाकर एसपी
सिटी अजय शंकर राय, सीओ प्रथम घनश्याम
चौरसिया व जीआरपी थाना प्रभारी सुरेन्द्र
सिंह यादव भी जिला अस्पताल पहुंचे और घटना
के सम्बंध में एसओ से जानकारी ली। वहीं
पुलिस का कहना है कि कोच में टीटी आ जाने
पर ट्रेन की रफ्तार धीमी होते ही चारों
छात्रों ने आऊटर पर चलती ट्रेन से उतरने
का प्रयास किया। जिसमे उनके साथ यह हादसा
पेश आया। पुलिस गहराई से जांच-पड़ताल में
लगी है।
वकील के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
करने के आदेश
सहारनपुर, 01 नवम्बर। (उप्रससे)। पट्टे की
जमीन का प्रशासनिक अधिकारी से बैनामा कराने
का झांसा दे सिविल कोर्ट के एक वकील ने एक
ग्रामीण से लाखों झटक लिये। कार्रवाई ना
होने पर पीड़ित ने सीजेएम कोर्ट में
प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट ने थाना सदर
बाजार पुलिस को आरोपी वकील के खिलाफ
धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये।
जानकारी के मुताबिक थाना चिलकाना के ग्राम
सुचेला अम्बा निवासी सरदार गुरमीत सिंह
पुत्र करम सिंह ने सीजेएम कोर्ट में
प्रार्थना पत्र दिया था कि करीब तीन वर्ष
पूर्व जमीनी पट्टा एक तरफा खारिज हो जाने
पर वह मुकदमा कराने के सम्बंध में जब
सिविल कोर्ट के एक वकील से मिला तो आरोप
है कि वकील ने नया कानून आने का हवाला देते
हुए एसडीएम से पचास हजार रूपये में जमीन
का बैनामा कराने का झांसा देते हुए गुरमीत
सिंह से 10 दिसम्बर सन 2008 को बार कक्ष
में उससे 50 हजार रूपये ले लिये और फिर
कुछ दिन बाद उसे दोबारा बुला जानकारी दी
कि उसके नाम बैनामा करा दिया गया है। मगर
40 हजार में जमीन का बीमा होने के पश्चात
ही उसे कब्जा मिल सकेगा। पीड़ित का आरोप है
कि वकील ने यह भी आश्वासन दिया कि बीमे की
रकम एक साल बाद दोगुनी होकर उसे वापस मिल
जायेगी और इस रकम के साथ खर्च के नाम पर
15 हजार अलग से उससे झटक लिये। मगर जब काम
नहीं हुआ और वह वकील से मिला तो कई चक्कर
कटवाने के पश्चात आरोपी ने स्टॉम्प पर तीन
बार में उसका पैसा लौटाने को लिखकर दे दिया।
मगर पैसा नहीं लौटाया और मांगने पर
गाली-गलौच करते हुए उसे जान से मारने की
धमकी भी दी। थाने जाने पर पुलिस ने कोई
कार्यवाही नहीं की थी। कोर्ट ने थाना सदर
बाजार पुलिस को आरोपी वकील के खिलाफ
धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी
किये।
रंजिशन डेयरी संचालक के पुत्र को गोली
मारी
सहारनपुर, 01 नवम्बर। (उप्रससे)। झगड़े की
शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से करने
पर नवादा रोड पर बीती रात रंजिशन चार लोगों
ने एक डेयरी संचालक के पुत्र का अपहरण कर
ले जाने का प्रयास किया और विरोध करने पर
उसे गोली मार फरार हो गये। डेयरी संचालक
ने तीन पिता-पुत्रों समेत चार आरोपियों के
खिलाफ थाना सदर बाजार में जानलेवा हमले का
मामला दर्ज कराया। घायल का जिला अस्पताल
में ईलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक थाना सदर बाजार के
नवादा रोड स्थित वेद विहार निवासी महबूब
पुत्र याकूब क्षेत्र में ही डेयरी चलाता
है। उसका आरोप है कि 24 अक्टूबर को पड़ोस
के यासीन और उसके पुत्रों ने घर में घुसकर
उससे मारपीट की थी। जिसकी शिकायत पुलिस के
आला अधिकारियों से करने पर आरोपी उससे
रंजिश रखने लगे थे और सोमवार की देर रात
आरोपी पिता पुत्र समेत चार लोग उसकी डेयरी
पर पहुंचे और वहां मौजूद उसके 16 वर्षीय
पुत्र शाहरूख को जबरन अपनी गाड़ी में डाल
ले जाने का प्रयास किया तथा विरोध करने पर
शाहरूख को गोली मार दी। फायर व शोरगुल की
आवाज सुन जब वह और आस-पास के कुछ लोग उस
ओर दौड़े तो चारों आरोपी गाड़ी में बैठ फरार
हो गये। सूचना मिलने पर थाना सदर बाजार
पुलिस ने देर रात घायल को जिला अस्पताल
में लाकर भर्ती कराया। जिसके पैर में गोली
लगना बताया गया है। महबूब की ओर से आरोपी
यासीन, उसके दो पुत्रों सादीन, दिल्ला
समेत सलमान पुत्र आलम को भी दर्ज कराये गये
जानलेवा हमले के मामले में नामजद कराया गया।
पुलिस हमलारोपियों की गिरफ्तारी को दबिशें
दे रही है।
प्रोपर्टी डीलर के हत्यारे गैंगस्टर
में निरूध्द
सहारनपुर, 01 नवम्बर। (उप्रससे)। हत्या,
अपहरण व गम्भीर अपराधों में संलिप्त तीन
को थाना सदर बाजार पुलिस ने गैंगस्टर में
निरूध्द किया है। इस गिरोह पर आर्थिक लाभ
कमाने को संगीन वारदातों को अंजाम दे जनता
में भय फैलाने का आरोप है और हाल में तीनो
एक प्रोपर्टी डीलर की फिरौती को अपहरण कर
हत्या कर देने के मामले में जेल में बंद
है।
जानकारी के मुताबिक एसएचओ वीरपाल सिंह की
ओर से थाना नागल के भरतपुर खटौली निवासी
महेश उर्फ बबला पुत्र सोमदत्त, अमित पुत्र
राजपाल त्यागी व मोनू पुत्र अमर सिंह
निवासीगण ग्राम लण्ढौरा थाना बेहट को
गैंगस्टर में निरूध्द किया गया। तीनों पर
आरोप है कि वह अवैध रूप से धन अर्जित करने
को हत्या, हत्या के प्रयास व अपहरण जैसे
संगीन मामलों में संलिप्त है। जिन्होंने 3
जनवरी सन 2006 में नगर कोतवाली क्षेत्र
में दिल बहादुर के भाई काशी बहादुर पर गोली
चलायी थी। जो उसके चेहरे पर लगी थी। तीनों
के खिलाफ नगर कोतवाली में जानलेवा हमले का
मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा 6 अगस्त
2011 को गिरोह ने प्रोपर्टी डीलर देवपाल
भारद्वाज का लाखों की फिरौती वसूलने को
अपहरण कर लिया था और फिर उसकी हत्या कर
थाना देवबंद के नन्हेड़ा स्थित नहर पुल से
शव नहर में फेंक दिया था जो 9 अगस्त को
जनपद मुजफ्फरनगर के कांधला क्षेत्र से
बरामद हुआ था। मामले में तीनो को गिरफ्तार
कर जेल भेज दिया गया था और थाना सदर बाजार
में तीनों के खिलाफ यह मामला भी दर्ज है।
जबकि मृतक की पत्नी अंजू भारद्वाज को तीनो
ने 18 अक्टूबर को उस समय कचहरी परिसर में
जान की धमकी दी थी जब वह मामले की पैरवी
करने तथा तीनों आरोपी पेशी पर यहां पहुंचे
थे। इनके खिलाफ 25 अक्टूबर को थाना सदर
बाजार में इस मामले की रिपोर्ट भी दर्ज
हुई। पुलिस ने जिलाधिकारी की अनुमति के
पश्चात तीनों आरोपियों के गैंगस्टर में
निरूध्द किया है।
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