- पतंजलि योग गुरु बाबा
रामदेव बुंदेलखंड में जड़ीबूटी की खेती कर किसानों की
आय बढ़ाएंगे
- पांच सौ करोड़ रुपए का पूंजीनिवेश करेंगे बाबा रामदेव
- छह सौ एकड़ जमीन खरीदने का लक्ष्य
- धसान बेतवा पहुज नदी के किनारों पर बनेंगे प्रोजेक्ट
- एरच (बेतवा) देवरी बंधा धसान सिमरघा बांध (पहुज नदी)
के किनारे हर्बल फैक्ट्री गौशाला व हर्बल खेती के होंगे
केेंद्र
- पतंजलि योगपीठ के स्वामी बालकृष्ण हैलीकाप्टर से कर
चुके हैं स्थलीय निरीक्षण
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व योग गुरु के बीच हर्बल
खेती पर बन चुकी है सहमति
- डेढ़ हजार बुंदेले युवाओं को मिलेगा रोजगार
उरई। सूखे भूखे बुंदेलखंड के किसानों को लगातार खेती
में हो रहे घाटे से उबारने व उन्हें रोजगार से सीधे
जोड़ने के लिए पतंजलि योगपीठ के बाबा रामदेव बुंदेलखंड
में हर्बल खेती के साथ-साथ हर्बल प्लांट भी लगाएंगे।
बुंदेलखंड के तीन स्थानों पर दो-दो सौ एकड़ जमीन खरीद
कर उसमें खेती हर्बल प्लांट व गौशाला की स्थापना भी की
जाएगी। बुंदेलों की आर्थिक विकास दर ऊंची करने के लिए
पतंजलि योगपीठ ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। पतंजलि
योगपीठ के स्वामी बालकृष्ण तो निर्माणाधीन एरच बांध के
पास दो सौ एकड़ जमीन का यहां हेलीकाप्टर से आकर स्थलीय
निरीक्षण भी गोपनीय तौर पर कर गए हैं। प्रदेश के
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले में अपनी रुचि
दिखाते हुए पतंजलि के तीनों प्रोजेक्टों को मुफ्त में
पानी देने का वायदा कर दिया है।
पतंजलि योगपीठ सूखे
बुंदेलखंड में हर्बल खेती के जरिए यहां के किसानों की
आर्थिक विकास दर बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।
पतंजलि योगपीठ से जुड़े सूत्रों की मानें तो पतंजलि
योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण पिछले दिनों घनाराम
कंस्ट्रक्शन के एमडी विशन सिंह यादव व राजेश त्रिवेदी
के साथ सात सौ करोड़ रुपए की एरच बांध परियोजना से सटी
जमीन का अपने निजी हेलीकाप्टर से आकर गोपनीय सर्वे भी
कर चुके हैं। योगपीठ अपने निजी के संसाधनों से बेतवा
नदी के किनारे एरच बांध के पास दो सौ एकड़ सिमरधा बांध
पहुज नदी के किनारे दो सौ एकड़ व देवरी बांध धसान नदी
के किनारे दो सौ एकड़ जमीन खरीदने की योजना को अंतिम
रूप दे चुकी है। जमीन खरीदने का जिम्मा पूर्व एमएलसी
श्याम सुंदर सिंह पारीछा के अनुज विशन सिंह को सौंपी
है। योगपीठ से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एरच बांध
परियोजना के पास जड़ीबूटी हर्बल फैक्ट्री स्थापित होगी
जबकि धसान नदी देवरी बांध के पास हर्बल जड़ीबूटी की खेती
दो सौ एकड़ में की जाएगी।
इसके अलावा किसानों की
आय बढ़ाने के लिए किसानों से भी जड़ीबूटी की खेती कराई
जाएगी और उनकी उत्पादित जड़ीबूटी को उचित दामों पर
योगपीठ करेगी। योग गुरु बाबा रामदेव से जुड़े सूत्र
बताते हैं कि पीठ के लोग दो सौ एकड़ में गौवंश वृद्धि व
उनकी नस्ल सुधार के लिए एक बड़ी गौशाला भी बनाएंगे। जिन
गायों को किसान बेकार समझकर छोड़ देते हैं उन्हें इस
गौशाला में रखा जाएगा। नस्ल सुधार के बाद पैदा होने
वाले बछड़ों बछियों को किसानों को तिहाई बटाई पर दिया
जाएगा ताकि किसान दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर बुंदेलखंड में
खेत क्रांति भी लाएंगे और उससे निकलने वाले गोबर व
अन्य सामग्री से जैविक खाद भी बनाई जाएगी ताकि खेतों
की मिट्टी में भी सुधार हो। योग गुरु की योजना यदि
परवान चढ़ी तो बुंदेलखंड के किसान आंवला एलोवेरा ग्वार
मूसली जैसी तमाम औषधियों की कम खेती में अधिक मुनाफा
कमाने के हकदार भी होंगे। फिलहाल सूत्र बताते हैं कि
आचार्य बालकृष्ण की प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
से भी दो दौर की वार्ता हो चुकी है। मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने योग गुरु को भरोसा दिया है कि यदि वह
अपने निजी संसाधनों से जमीन खरीदेंगे तो उन्हें स्टांप
शुल्क में छूट के साथ ही नदियों का पानी भी सरकार की
ओर से मुफ्त में दिया जाएगा।
जमीन मिलने पर योजना
विस्तारित करने का करेंगे अनुरोध
पतंजलि योगपीठ के प्रोजेक्ट को लेकर पूर्व एमएलसी
श्याम सुंदर सिंह पारीछा बेहद उत्साहित हैं। वह कहते
हैं कि जालौन जनपद के सैदनगर या फिर कालपी तहसील में
नदी के किनारे यदि पर्याप्त जमीन योगपीठ को मिली तो वह
योग गुरु बाबा रामदेव से अपनी योजना को और विस्तारित
करने का अनुरोध भी करेंगे ताकि जालौन के किसान भी
हर्बल खेती के जरिए मालामाल हो सके।
नो लास नो प्राफिट
के तहत करेंगे सहयोग
उरई। घनाराम कंस्ट्रक्शन के एमडी विशुन सिंह यादव ने
योग गुरु बाबा रामदेव को यह भी वचन दिया है कि यदि वह
आज्ञा देंगे तो वह अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा
नो लास नो प्राफिट के तहत उनकी फैक्ट्री का निर्माण कर
करोड़ों रुपए बचाकर योगपीठ में सहयोग करेंगे।