नई
दिल्ली। बसपा प्रमुख मायावती ने स्पष्ट किया है कि उनकी
पार्टी किसी भी दल के साथ चुनावी गठबंधन नहीं करेगी।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और पंजाब मे होने वाले चुनाव
विधान सभा चुनावों में पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने इन अटकलों को खारिज किया कि बसपा कांग्रेस के
साथ इन राज्यों में चुनावी समझौता कर सकती है।
बुधवार को जारी एक
बयान में सुश्री मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी
राजनीतिक दल होने के साथ-साथ एक सामाजिक मूवमेंट भी
है। हम विचारधारा के लिए कम करते हैं। बीसपी अपनी
विचारधारा पर चलकर इन राज्यों में कंग्रेस, बीजेपी या
किसी अन्य दल से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट
किया कि उत्तराखण्ड में बीएसपी ने साप्रदायिक ताकतों
को रोकने के लिए कांग्रेस का समर्थन किया। इसका अर्थ
मीडिया को यह नहीं निकालना चाहिए कि बीएसपी यहां
कांग्रेस के साथ कोई चुनावी गठबंधन करेगी।
उन्होंने स्पष्ट
किया कि जब से 14 अप्रैल 1984 से बसपा की स्थापना हुई
है। तभी से हम अकेले चुनाव लड़ते रहे हैं। उन्होंने कहा
कि आमचुनाव या विधान सभा का चुनाव लड़ना एक अलग मामला
है और चुनाव के बाद किसी सरकार को विधारधारा के आधार
पर समर्थन देना एकदम अलग बात है।