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नई दिल्ली। अपनी शैक्षणिक
योग्यता पर सवाल उठने के बाद आज पहली बार
मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने
प्रतिक्रिया दी है।अपनी चुप्पी तोड़ते हुए
स्मृति ने कहा कि मेरा आकलन मेरे काम से
किया जाए। यह विपक्ष की मुझे काम से भटकाने
की साजिश है।उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए यह भी कहा कि
पार्टी ने मुझे हमेशा काम सौंपा है और उनको
मेरे काम में पूरा भरोसा भी है।
दरअसल, यह विवाद तब पैदा हुआ जब स्मृति
ईरानी को मानव संसाधन मंत्री बनाए जाने को
लेकर कांग्रेस प्रवक्त अजय माकन ने सवाल
उठाए थे।
माकन ने हैरत जताते हुए कहा था कि जिस
व्यक्ति ने अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे
में स्पष्ट रूप से जिक्र नहीं किया, उसे
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का प्रभारी
कैसे बनाया जा सकता है। स्मृति स्नातक भी
नहीं हैं।
वहीं, इस पर केंद्रीय कानून, आईटी एवं
संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि
अगर कांग्रेस प्रवक्ता (अजय माकन) ने ऐसा
कहा है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
स्मृति जिस तरह से हिन्दी और अंग्रेजी
बोलती हैं और उनमें जिस तरह की नेतृत्व
क्षमता है, देश उससे परिचित हो चुका है।इससे
पहले, बुधवार को भाजपा की वरिष्ठ नेता और
कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने कहा था कि
पहले वे बताएं कि सोनिया गांधी कितना पढ़ी
हैं। |