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झासी। नवाबाद थाना क्षेत्र के
करगुवां मन्दिर परिसर में चल रहे पंच कल्याण महोत्सव
में शामिल होने आया एक हाथी अचानक बिदक गया। उसने
महावत को अपने सूंढ़ से नीचे खींच लिया और जमीन पर
पटककर कुचल डाला। महावत उस समय हाथी के सामने खाने का
चारा डाल रहा था। महावत की मौके पर ही मौत हो गई। इससे
महोत्सव स्थल पर अफरा-तफरी का महौल खड़ा हो गया।
नवाबाद थाना क्षेत्र के करगुवां मन्दिर परिसर में पंच
कल्याण महोत्सव चल रहा है। इसमें शामिल होने के लिए
हमीरपुर के मौदहा निवासी 55 वर्षीय मजीद पुत्र कल्लू
हाथी लेकर आया था। परंपरा के मुताबिक हाथी को गज
महोत्सव में रथ को खींचने के लिए लगाया जाता रहा है,
लेकिन इस वर्ष श्रद्धालुओं ने खुद ही रथ को खींचा और
परिक्रमा में शिरकत किया।
महोत्सव समाप्त होने के बाद शिरकत करने आए हाथियों को
एक स्थान पर बांध दिया गया था। रविवार को यहां अचानक
हाथी बिदक गया और उत्पात मचाने लगा। उस समय महावत हाथी
को खाना दे के लिए गया हुआ था। हाथी को नियंत्रित करने
के लिए महावत ने उसे डंडा मारा तो हाथी और भड़क गया और
उसे अपने सूंढ़ से खींचकर हवा में लहराने लगा और पटकने
लगा। कुछ देर उसने महावत को अपने पैरों तले कुचलना शुरू
कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी कुछ समझ पाते इसके पहले ही
महावत की मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची
पुलिस ने महावत के शव को कब्जे में ले लिया और पंचनामा
के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। |