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मुजफ्फरनगर। मौहब्बत नगर के नाम से जाना
जाने वाला जनपद मुजफ्फरनगर को
पता नहीं किसकी नजर लग गयी कि आये दिन जिले
में झगडा फिसाद होता रहता है
जिसको रोकना पुलिस प्रशासन के लिए
बामुश्किल मिल का पत्थर साबित हो रहा
है। जैसे-जैसे गर्मी का पारा आसान छू रहा
है वैसे-वैसे जनपद मुजफ्फरनगर
की मौहब्बत चीनी की मिठ्ठास में कडवाहट
घोलते हुए लोगों के दिमाक को गर्म
कर रही है। जिले में घट रही आये दिन
छुटपुट घटनाओं द्वारा एक बडा रूप
लेना पुलिस प्रशासन को परेशान किये है।
जनपदवासियों के दिलों में बसी एक दूसरे के
प्रति मौहब्बत को गत वर्ष हुए
साम्प्रदायिक दंगों की आग ने इस पर जला
दिया कि लोगों के दिलों में जो
मौहब्बत इंसान के प्रति थी वह अब चेहरों
पर तो दिखाई दे रही है परंतु
लोगों के दिलों मंे कडवाहट ही कडवाहट नजर
आती है। इसी बात का नतीजा है कि
चुनाव के बाद आये दिन हो रही छुटपुट घटनाएं
एक बडा रूप ले लेती है और
जिसका खामियाजा आमजन को ही भुगतना पड रहा
है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश जोकि चीनी की
मिठ्ठास के कारण गत वर्ष तक जाना जाता
था और सभी साम्प्रदाय के लोगों के दिलों
में एक दूसरे के प्रति मौहब्बत
थी और एक-दूसरे के साथ हर समय कंधे से कंधा
मिलकर खडे रहने वाले
हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदाय के लोगों के
दिलों की मौहब्बत आज खत्म होती
दिखाई दे रही है। जनपदवासियों के दिलों
में बसने वाली चीनी की वह मिठ्ठास
साम्प्रदायिक दंगों के बाद पता नहीं कहां
गायब हो गयी जो आज नजर नहीं
आती। हालांकि शासन सहित जिला प्रशासन इस
दिलों की मिठास को दोबारा जगाने
के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। परंतु वह
ज्यादा सफल होता नहीं हो पाया है
जो जनपद में हो रही आये दिन छुटपुट घटनाओं
के एक बडा रूप धारण कर लेती है
और जिला प्रशासन को उसे रोकने के लिए भरसक
प्रयास करने के उपरांत भी बहुत
कम सफलता मिल रही है।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है
कि गत दिवस जनपद के थाना नई
मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव कूकडा में
स्कूल में दो बच्चों के बीच हुई
कहासुनी में साम्प्रदायिक संघर्ष का रूप
ले लिया। गांव कूकडा निवासी
बाल्मीकि समाज के एक किशोर का आज स्कूल
में दूसरे सम्प्रदाय के किशोर के
साथ विवाद हो गया। विवाद के बाद आज शाम के
समय बाल्मीकि समाज के युवक
अल्पसंख्यक समुदाय की बस्ती से निकले, तो
दूसरे समुदाय के युवकों ने उनके
साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बात पर दोनों
समुदाय के लोग आमने-सामने आ गये
तथा उनमें फायरिंग व पथराव शुरू हो गया।
फायरिंग और पथराव की घटना से
पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घटना की जानकारी मिलने पर सीओ
सिटी संजीव वाजपेयी व सीओ नई मंडी
योगेन्द्र सिंह के नेतृत्व में तीनों
थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने
दोनों पक्षों के लोगों को
समझा-बुझाकर मामला शान्त कराया। पुलिस ने
कार्यवाही करते हुये दोनों
पक्षों के कई लोगों को हिरासत में ले लिया
है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे
के खिलाफ पुलिस को लिखित तहरीर दी है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वहीं दूसरी ओर इस दिन जनपद के थाना ककरौली
क्षेत्र के गांव जटवाडा निवासी
19 वर्षीय युवा किसान फैदअली पुत्र मंजूर
अली बुधवार शाम करीब 5 बजे ईख
के खेत की जुताई कर वापस घर आ रहा था। इस
दौरान जानसठ की ओर जा रही कार
संख्या यूपी 12एसी 0565 ने फैदअली को
टक्कर मार दी, जिससे फैदअली की मौके
पर ही मौत हो गई। इसके बाद मौके पर इकटठा
हुई भीड ने कार को आग के हवाले
करते हुए आक्रोशित लोगों ने जानसठ-मोरना
मार्ग पर शव को सडक पर रखकर जाम
लगा दिया। भीड ने कार सवा बेहडा सादात
निवासी प्रमोद व उसके भाई
वीरेन्द्र व कुलदीप के साथ मारपीट करते
हुये बंधक बना लिया। इस दौरान कार
जलकर लोहा बन गई। घटना की सूचना पर एसपी
क्राईम राकेश जौली, सीओ जानसठ
मुकेश मिश्र, भोपा, जानसठ, ककरौली व
मीरापुर पुलिस व पीएसी मौके पर पहुंच
गई थी पुलिस ने भीड के समझाने का प्रयास
किया, परंतु भीड ने बंधक बनाए गए
लोगों को नहीं छोडा। पुलिस के सामने ही
लोग हंगामा करते रहे और पुलिस
माहौल को देखकर मूकदर्शक बनी देखी गयी।
करीब तीन घंटे बाद किसी तरह पुलिस
अधिकारियों ने भीड को समझाकर शान्त किया
और बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त
कराया। पीडित पक्ष की ओर से तहरीर दी गई
है।
इसके अलावा जिले के ही थाना शहर कोतवाली
क्षेत्र के गांव सुजडू निवासी
साठ वर्षीय यामीन सुबह के समय अपने दो
पुत्रों कादिर और अब्दुल्ला के साथ
ट्रैक्टर-ट्राली लेकर खेतों से भूसा लेने
के लिये गया था। समीपवर्ती गांव
नया गांव मंधेडा थाना शाहपुर निवासी ओमवीर
फौजी के पुत्र नितिन व सचिन भी
अपने चचेरे भाईयों के साथ भैंसा बोगी पर
सवार होकर खेतों में चारा लेने
के लिये गये थे। जब यामीन व उसके पुत्र
ट्रैक्टर-ट्राली लेकर वापस लौट
रहे थे, तो सामने से भैंसा-बोगी लेकर आ रहे
नितिन आदि के साथ साईड देने
को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों
पक्षों में मारपीट शुरू हो गई।
मारपीट के दौरान ही नितिन पक्ष की ओर से
गोली चला दी गई, जो यामीन के पेट
में लगी तथा वह लहूलुहान होकर वहीं गिर पडा।
जिसे उपचार हेतु जिला
अस्पताल से मेरठ के लिये रैफर कर दिया गया
था। मेरठ ले जाते समय रास्ते
में ही उसकी मौत हो गइ थी। घटना की जानकारी
मिलते ही सुजडू में ग्रामीण
इकट्ठा हो गये तथा उन्होंने वहलना चौक पर
जाम लगाकर आरोपियों की
गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू
कर दिया। मृतक यामीन के शव को
देखकर ग्रामीणों का गुस्सा भडक गया।
उन्होंने सडक के बीच शव को रखकर
नारेबाजी शुरू की, तो पुलिस ने उन्हें
समझाना चाहा लेकिन उत्तेजित
ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया
पथराव में शहर कोतवाली में
तैनात सिपाही आदेश घायल हो गया। पथराव में
एसपी सिटी, नई मंडी कोतवाल व
सिटी मजिस्ट्रेट के भी हाथ और कंधों पर
पत्थर लगने तक की खबरे है। पुलिस
ने सडक पर लाठियां फटकारकर प्रदर्शनकारियों
को भगाना चाहा, तो उन्होंने
शव के साथ हाईवे पर भी जाम लगाने की कोशिश
की। पुलिस ने बलपूर्वक वहां से
भी उन्हें उन्हें खदेड दिया।
वहीं दूसरी ओर जनपद के थाना कोतवाली
क्षेत्र में एक बार फिर उस समय
साम्प्रदायिक का गोला फटते-फटते रह गया
जबकि पैसों के लेन-देन को लेकर दो
युवकों ने बाजार में मुस्लिम युवक उवेश की
गोली से भूनकर हत्या कर दी।
जिसकी मौत पर भी जिला अस्पताल में हंगामा
करते हुए तोडफोड तक कर दी गयी।
बामुश्किल जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा व
एसएसपी हरिनारायण सिंह ने मौके पर
पहुंचकर गुस्साएं ग्रामीणों को शांत कराया। |