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शामली
/ बुढ़ाना / मुजफ्ऱनगर। गांव फुगाना
में दंगे के वांछितों के घरों की कुर्की
करने गई पुलिस फोर्स को ग्रामीणों ने
फायरिंग करके खदेड़ दिया। गांव से भागी
पुलिस ने भी ग्रामीणों पर हवाई फायरिंग
की। पुलिस कुछ घरों की कुर्कीकरके लौट आई
है। इसके पहले पुलिस ने वांछितों के घरों
की कुर्की करने के साथ-साथ तोड़फोड़ भी
की। ग्रामीणों के घरों में चूल्हों तक को
तोड़ दिया गया है।
जानकारी के अनुसार
गत वर्ष सितम्बर में मुजफ्फरगनर, शामली और
मेरठ में हुए साम्प्रदायिक दंगे के दौरान
गांव फुगाना में भी संघर्ष हुआ था। इस
मामले में गांव के 19 लोग नामजद हुए।
आरोपियों की कुर्की करने का आदेश लेकर
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आलोक प्रियदर्शी,
क्षेत्राधिकारी फुगाना एसपी शर्मा,
एसओ विजय सिंह एक कम्पनी पीएसी लेकर गांव
में कुर्की करने गए। ग्रामीणों का आरोप है
कि पुलिस ने आरोपी वीरपाल और गौरव के घरों
की कुर्की करने के बाद तोड़फोड़ की। इसके
बाद पुलिस दल अन्य आरोपियों के घरों की भी
कुर्की करने लगा। इसकी सूचना जैसे ही गांव
हुई ग्रामीण एकत्रित हो गए। महिलाएं भी
सामने आ गईं। महिलाओं बच्चों ने लाठी डण्डे,
फरसे, बलकटी, भाले निकाल लिये। महिलाएं छतों
पर चढकर पुलिस से मुकाबला करने लगीं। उधर
ग्रामीणों ने पुलिस पर हवाई फायरिंग भी
शुरु कर दी। इससे पुलिस दल कुर्की की
कार्रवाई छोड़कर बचाव में आ गया। पुलिस
पार्टी विरोध बढ़ता देख गांव के बाहर आ गई।
ग्रामीणों ने पुलिस पर फायरिंग जारी रखी।
जबाव में पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की।
मामले की सूचना मिलते है आसपास के गांव के
लोग भी एकत्रित हो गए। विरोध बढता देख
पुलिस पार्टी गांव से भाग गई। मामले की
सूचना पाकर मौके पर भाजपा नेता लोकसभा
प्रत्याशी डा. संजीव बालियान भी मौके पर
पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत
की। |