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  यूपीपीजीएमई परीक्षा का परिणाम घोषित, लड़कियों ने मारी बाजी
  रोली, रानी और शलभ बने टॉपर
Tags: UP PGME-2014, Dr Rooli Khan, Dr Salabh, Dr Paritosh Singh, Dr Udai Singh, Dr Rani Rana Bhatt, Dr Somya     
Publised on : 27 March 2014 Time: 23:46

लखनऊ, 27 मार्च। यूपीपीजीएमई-2014 के परीक्षा परिणाम को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा गुरुवार को जारी कर दिया गया। वर्ष 2014 के परीक्षा परिणाम में लड़कियों ने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हुए महत्वपूर्ण स्थानों पर अपना कब्जा जमा लिया।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश स्तरीय उत्तर प्रदेश पोस्ट गे्रजुएट मेडिकल इग्जामिनेशन (यूपीपीजीएमई) का आयोजन पिछले 22 मार्च को हुआ था। मेडिकल व डेंटल सीटों के लिए हुई इस परीक्षा की टाप-10 सूची में लड़कियों ने बाजी मारी है। मेडिकल में शीर्ष-10 में पांच लड़कियों ने स्थान बनाया है तो डेंटल में शीर्ष-10 में आठ स्थानों पर लड़कियों के नाम हैं। इस तरह टॉप करने वालों की 20 की सूची में 13 लड़कियां हैं।

घोशित परिणाम के अनुसार रोली पुरवार (600742) ने 158 अंक अर्जित कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि परितोष सिंह (100502) व रोशनी खान (100347) ने क्रमशः 157 व 156 अंक हासिल कर दूसरे व तीसरे स्थान पर जगह बनायी है। वहीं डेंटल की टाप-10 सूची में रानी राणा ाट्ट (500406) ने 150 अंक प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया है जबकि सौ या कक्कड़ (500085) व सक्षमा मिश्रा (500398) ने क्रमशरू दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया है। तीन शीर्ष कंडिडेट के बाद मेडिकल की टाप-10 सूची में उदय शंकर सिंह, प्रतीश कुमार सिंह, मंजू यादव, शैफाली पोरवाल, रवि सुंदर सिंह, श्याम मदेशिया व ऋतु प्रिया सिंह को भी स्थान मिला है। इसी तरह डेंटल में आस्था नारायण, मनीषा दीक्षित, दीप्ति डागा, बिमलेश सिंह, अनुश्री चैरसिया, स्मिथ यादव व अवनी शर्मा ने जगह बनायी है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ को आरक्षण के तहत परिणाम में जगह बनाने वाले शीर्ष अ यर्थियों में शल ा कुमार, लोकेश कुमार सिंह, सुशील कुमार खरवार, कृष्ण गोपाल मिश्रा, हर्षवर्धन कुमार, अतुल कुमार विश्वकर्मा व अनिल कुमार उपाध्याय शामिल हैं।

एमडी-एमएस में अव्वल रहे अभ्यर्थियों से एक मुलाकात

पढ़ाई को कोई दूसरा विकल्प नहीं- पारितोष सिंह
किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए मात्र समर्पण जरुरी है, इसी तरह चिकित्सकीय क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भी पढ़ाई के प्रति समर्पित होना होता है क्योंकि पढ़ाई को कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। अगर चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढना है तो पढ़ाई के प्रति समर्पित होते हुए आगे बढना होगा। यह कहना है यूपीपीजीएमई-2014 की प्रवेश परीक्षा में एमडी, एमएस में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले पारितोष सिंह का। पारितोष रेडियोडॉयगनोस्टिक में एमडी करके निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं देना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता जयपाल सिंह लखनऊ में पराग विभाग में कार्यरत हैं और उन्हें अपनी डॉक्टर बहन व जीजा से एक कुशल डॉक्टर बनने की प्रेरणा मिली है।

सरकारी सेवा में रहकर करुंगी जनता की सेवा- रोशनी खान
पिता स्टेट बैंक अॉफ इङ्क्षडया में चीफ मनैजर के पद तैनात हैं उन्हें भी आज अपनी बेटी के पीजीएमई-2014 एमडी,एमएस के परीक्षा परिणाम में तीसरे स्थान पर आने की बेहद खुशी है। पिता मुह मद खालिक खान बताते हैं कि रोशनी ने हमेशा सरकारी स्कूलों व कालेजों से अपनी पढ़ाई पूरी की और मेडिकल की पढ़ाई भी झांसी के सरकारी मेडिकल कालेज से पूरी की है। रोशनी बताती हैं कि वह स्त्री रोग विशेषज्ञ बन सरकारी सेवा में आकर जनता की सेवा करना चाहती हैं। यूपीपीजीएमई-2014 की परीक्षा के साथ ही रोशनी ने अॉल इंडिया पीजीएमई में भी अच्छा स्थान प्राप्त किया है।
मेडिकल पढ़ाई के लिए कड़ी मेहनत तो करनी होगी- उदय शंकर सिंह
यूपीपीजीएमई-2014 की एमडी, एमएस की प्रवेश परीक्षा में चैथी रैंक हासिल करने वाले उदय शंकर सिंह बताते हैं कि मेडिकल क्षेत्र में शिक्षा हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना सबसे जरुरी है। आठ घंटे का कठिन परिश्रम पूरे एक साल करने के बाद यूपीपीजीएमई में चैथा स्थान प्राप्त किया है। आगे आने वाले छात्रों से भी यहीं कहना चाहते हैं कि वे कठिन परिश्रम के बल पर ही अच्छी जगह हासिल कर सकते हैं। जहां तक बात है मेडिकल में क्षेत्र निर्र्धारत करने की तो काउंसलिंग के दौरान ही तय करेंगे।
एमडीएस में अव्वल रहे अभ्यर्थियों ने क्या कहा
बनना चाहती हूं डेन्टल की कुशल शिक्षक- रानी राना भट्टड्ढ
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय से बीडीएस की पढ़ाई पूरी करने बीते वर्ष राष्ट्रपति के हाथों 05 गोल्ड मेडल सहित यूजी में 32 मेडल्स पर कब्जा जमाने वाली व संस्थान के प्रतिष्ठिड्ढत मेडलों पर अपना कब्जा जमाने वाली रानी राना भट्टड्ढ का दबदबा यूपीपीजीएमई-2014 की प्रवेश परीक्षा में भी कायम रहा। पीजीएमई परीक्षा में पहला स्थान पाने वाली रानी प्रोस्थोडॉन्टिक्स में पीजी करना चाहती है। रानी बताती हैं वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद किसी अच्े सरकारी डेन्टल कालेज में एक कुशल शिक्षक बनाना चाहेंगी और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि वह शीलांग की रहने वाली हैं और उनके पिता एक व्यवसायी हैं सथ ही वह अपने परिवार की पहली डॉक्टर होंगी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत व अपने परिजनों को दिया।
शिक्षा के प्रति समर्पण से मिल सकता है ऊंचा मुकाम- सौम्या
यूपीपीजीएमई-2014 की प्रवेश परीक्षा की एमडीएस सीट में दूसरे स्थान पर अपना कब्जा जमाने वाली सौैम्या का कहना है कि कड़ी मेहनत व शिक्षा के प्रति समर्पण से ऊंचा मुकाम हासिल किया जा सकता है। वह केजीएमयू से प्रोस्थोडॉन्टिक्स में पीजी पूरा करके सरकारी सेवा में जाना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि वह शिक्षा के क्षेत्र में जाकर आगे आने वाले छात्रों को योग्य दिशा निर्देश व शिक्षा देना चाहती है। सौम्या के दोनों भाई इंजीनियरिंग व बैंक की सरकारी सेवाओं में कार्यरत हैं उनके परिवार में उनके चाचा एक कुशल डॉक्टर हैं।

News source: UP Samachar Sewa

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