लखनऊ।
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे के
तहत गंगा भले ही अब तक निर्मल न हो पायी हो लेकिन राज्य
सरकार ने वरूणा नदी को अविरल एवं निर्मल करने का बीडा
उठाया हैं। राज्य सरकार करीब 200 करोड की लागत से
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी
में वरूणा नदी का कायाकल्प करने जा रही है।
प्रदेष के सिचाई मंत्री
शिवपाल सिंह यादव आज वाराणसी
पहुंच कर वरूणा नदी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने
कहा कि काशीवासियों के लिये लाइफलाइन बताते हुए कहॉ कि
इसका अविरलता एवं निर्मलता जरूरी है। गंगा अब तक साफ नही
हो सकी, लेकिन प्रदेश सरकार ने नाले में तब्दील हो चुकी
वरूणा को पुनर्जीवन देने का संकल्प लिया है। वरूणा नदी
के चौनलाईजेशन एवं तटीय विकास सहित घाटों का निर्माण तथा
सौन्दर्यीकरण कार्य युद्धस्तर पर कराया जा रहा है।
शिवपाल सिंह यादव ने वरूणा कॉरिडोर निर्माण कार्य के
प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। इस नदी के पुनर्जीवीकरण
करने के लिए वाराणसी शहर के अन्दर लगभग 10.3 किमी0
लम्बाई में नदी के चौनलाईजेशन एवं तटीय विकास की परियोजना
तैयार कराकर युद्वस्तर पर कार्य कराया जा रहा है। इस
कार्य के लिए प्रदेष सरकार 201.65 करोड़ रूपये खर्च करेगी।
उन्होने बताया कि शहर के इस भाग में नदी के अन्दर गिरने
वाले 14 नालो कोट्राप करते हुए दोनो किनारों पर एचडीपीई
लाइन्ड पाईप लाइन डालने का कार्य एवं सीवेंज पंपिंग
स्टेशन तक पहूॅचाये जाने का भी कार्य कराया जा रहा है।
ताकि वरूणा नदी में एक बूॅद भी गंदा पानी कत्तई गिरने न
पाये। नदी के दोनो किनारो पर फुटपाथ, रेलिंग एवं प्रकाश
व्यवस्था के साथ ही घाटो का निर्माण एवं सौन्दर्यीकरण
कराया जा रहा है। निश्चित रूप से आने वाले समय में वरूणा
नदी पिकनीक स्पाट के साथ ही पर्यटको के लिये भी आकर्षण
का केन्द्र होगी।
इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने सांस्कृतिक संकुल में
आयोजित कार्यक्रम के दौरान लोक निर्माण विभाग के
13303.50 लाख रूपये धनराशि के 12 परियोजना का लोकापर्ण
तथा 4895.87 लाख धनराशि के 11 परियोजना का शिलान्यास
सहित कुल 18199.37 लाख रूपये धनराशि की 23 परियोजनाओं का
रिमोट कन्ट्रोल से लोकापर्ण शिलान्यास किया। उन्होने
श्रम विभाग में पंजीकृत 1200 श्रमिको को साइकिल तथा 15
किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किया।