Fatehpur,
03 june 2012, हथगाम (फतेहपुर),
03 जून। हथगाम थाना क्षेत्र के
रायपुर मुंआरी गांव में आशनाई के चक्कर
में आये तीन मजनुओं को पुलिस ने अपनी
हिरासत में न लिया होता तो तीनो मजनू
ग्रामीणों के गुस्से का शिकार हो सकते
थे। क्योकि गांव के लोग चारो तरफ एकत्र
होकर आजिज आ चुके मजनुओं को सबक सिखाने
का मन बना चुके थे।
दरअसल हथगाम थाना क्षेत्र के टिकरी गांव
निवासी मो. रफीक का मुआरी गांव के एक घर
में काफी समय से आना-जाना था। जहां पर
वह संदिग्ध अवस्था में रहता था। इस घर
में तीन जवान लड़कियां थी। युवक के अक्सर
आने-जाने से गांव वाले मो. रफीक को
अक्सर दिन में आता जाता देखा करते थे।
लेकिन शनिवार को वह अपने दो साथियों
इशरार अहमद तथा मो. नफीस पुत्रगण फकीर
मोहम्मद निवासी सनगांव कोतवाली फतेहपुर
को लेकर गांव आया और उसी घर में तीनों
रूके हुए थे। तीनों युवकों की हरकतों से
आजिज गांव वालों ने कुछ एतराज किया तो
युवक और उस घर की लड़कियां गाली-गलौच करने
लगी। इस बीच गांव के लोग उस घर तो नही
गये लेकिन चारों तरफ लाठी-डंडो से लैस
होकर बैठ गये और युवकों के निकलने का
इंतजार करने लगे।
इसी बीच किसी ने इसकी सूचना हथगाम
थानाध्यक्ष रामआसरे को दे दिया। जिस पर
थानाध्यक्ष ने मामले को गंभीरता से लेते
हुए आनन-फानन गांव पहुंचकर तीनो युवको
को हिरासत में ले लिया। थानाध्यक्ष की
सतर्कता के चलते तीनों युवको की जान बच
गयी अन्यथा ग्रामीणो ने तीनों युवको को
सबक सिखाने का मन बना लिया था। पुलिस
हिरासत में आये युवको को ग्रामीण अपनी
कस्टडी में लेने की बात पुलिस से कह रहे
थे किन्तु कार्यवाही के आश्वासन पर
ग्रामीणो ने युवको को थाने ले जाने के
लिए राजी हुए। पुलिस ने तीनो युवको को
धारा 109 के तहत जेल भेज दिया है।