मुजफ्फरनगर। क्राईम कैपिटल के नाम से
मशहूर जनपद मुजफ्फरनगर में कल घटी घटना एक
हाई प्रोफाईल घराने से संबंंध होने के
कारण दब जाने की आशंका से घिरी थी, लेकिन
पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आज विधायक
शाहनवाज राणा के ड्राईवर दिलशाद सहित 3
आरापियों को गिरफ्तार कर अपनी मंशा जग
जाहिर करते हुए घटना में प्रयुक्त एक गाडी
को भी अपने कब्जे में ले लिया है।
ज्ञात रहे कि कल देहरादून से दिल्ली लौट
रहे 2 युवक व 2 युवतियों का अपहरण उस समय
कर लिया गया था जब उनकी गाडी की लाईटों
में कुछ गडबडी आ गई थी। युवकों को तो उनकी
इनोवा गाडी में ही बंधक बना दिया गया था
तथा युवतियों को लाल बत्ती लगी गाडियों
में डालकर हाईवे से 6-7 कि.मी. दूर जंगल
में ले जाकर अभद्रता के साथ-साथ बलात्कार
का भी प्रयास किया गया था। बाद में युवतियों
व युवकों को जान से मारने की धमकी देते
हुए छोड दिया गया था।
पीडितों ने दिल्ली जाकर पूरे घटनाक्रम की
जानकारी मुजफ्फरनगर के एसएसपी प्रवीण
कुमार को दी तो उन्होंने त्वरित कार्यवाही
करते हुए अपराध पंजीकृत कराया और सिविल
लाईन थानाध्यक्ष संजय वाजपेयी को दिल्ली
भेजकर पीडितों के बयान भी रिकार्ड कराये।
पुलिस ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि
अपराधी चाहे जो भी हो उनके खिलाफ सख्त
कार्यवाही की जायेगी। विधायक शाहनवाज राणा
ने भी इस घटना से अपना कोई संबंध न बताते
हुए कहा था कि आरोपी चाहे जो भी हो उनके
खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये। साथ ही
उन्होंने यह भी कहा था कि सूजडू में हजारों
व्यक्तियों के नाम के साथ राणा जुडा हुआ
है तो इससे सभी का संबंध मुझसे या मेरे
परिवार से नहीं हो जाता।
पुलिस प्रशासन ने जानकारी मिलते ही तीनों
थानों की पुलिस सहित पीएसी बल को भी दबिश
अभियान में लगा दिया था। आज बिजनौर के बसपा
विधायक शाहनवाज राणा के ड्राईवर दिलशाद
सहित 3 आरोपियों को हिरासत में ले लिया तथा
साथ ही विधायक के समर्थक रागिब व मशरूर को
भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना में
जहां कुछ और नाम भी सामने आ रहे हैं वहीं
विधायक के भाईयों पर भी शक गहराता जा रहा
है। विधायक शाहनवाज राणा व जिला पंचायत
अध्यक्षा तथा विधायक शाहनवाज राणा की पत्नी
इंतखाब राणा के दोनो गनर भी गिरफ्तार कर
लिये गये हैं। दोनों ने ही अपना अपराध
स्वीकार करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी
भी पुलिस को दी है। दोनों ही गनरों को
निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने अपनी
कार्यवाही को आगे बढाते हुए घटना में
प्रयुक्त तीन गाडियों में से एक गाडी
वेगन-आर को भी कब्जे मेंं ले लिया है तथा
अन्य दो गाडियों पजारो व फॉरच्यूनर की
तलाश जारी है।
इस घटना की जहां चहुं ओर निंदा की जा रही
है, वहीं एक संगठन महिला खालसा दल ने अपने
कार्यालय पर एक बैठक आयोजित कर इस घटना की
घोर निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश की
बागडोर एक महिला के हाथों में होने के बाद
भी महिलाओं का इस प्रकार का शोषण निंदनीय
है। दल की प्रधान राजविन्द्र कौर ने कहा
कि घटना से एक दिन पहले ही सूबे की मुखिया
ने महिलाओं पर हो अत्याचार के मामलों का
संज्ञान लेते हुए कहा था कि बलात्कार जैसी
घटनाओं में 6 माह में कार्यवाही पूर्ण होनी
चाहिए। साथ ही उन्होंने दोषियों पर
कार्यवाही पूरे होने तक जमानत भी नहीं दिये
जाने की वकालत भी की थी। अब देखना है कि
क्या इस घटना में किस प्रकार की कार्यवाही
अमल में लाई जायेगी।
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