उरई,
31 जुलाई, 2016
।
(उ.प्र.समाचार सेवा)।
बुलंदशहर में दरिंदों द्वारा माँ-बेटी के साथ हुए
दुःखदपूर्ण घटना पर जनता दल (यू०) के प्रदेश अध्यक्ष
सुरेश निरंजन भैया जी ने गहरा दुःख व्यक्त किया है और कहा
है कि उत्तर प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था का यह जीता
जागता सबूत है कि लोगों को रास्ते पर चलना भी दूभर हो गया
है। लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उक्त घटना
की जितनी निंदा की जाये कम है। जनता दल यूनाइटेड इस
कुकृत्य की घोर निंदा करता है और प्रदेश सरकार को कटघरे
में खड़ा करते हुए मांग करता है कि ऐसी घटनाओं की
पुनरावृत्ति न हो इसके लिए ठोस कार्रवाई करे। उन्होंने
प्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा एक अधिकारी को
भद्दी-भद्दी गाली देने की कठोर निंदा की है कहा है कि
संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी बातें करना अशोभनीय
है और ऐसे व्यक्ति को मंत्री पद से तुरंत बर्खास्त कर
देना चाहिए। उपर्युक्त घटनाएं सरकार की कमजोरी एवं विफलता
को उजागर करती हैं इसलिए सरकार के मुखिया को इस पर विशेष
ध्यान देना चाहिए।
बारिश में कच्चे मकान की दीवार
ढहने से गर्भवती युवती की हालत चिंताजनक
उरई। बारिश में कच्चे मकान के बांशिदों की शामत आ गई है।
शनिवार को एक गर्भवती महिला कच्चे मकान की दीवार का मलबा
ऊपर गिर जाने से गंभीर रूप से घायल हो गई।
चुर्खी कस्बे के निवासी सरमन की 22 वर्षीया पत्नी रागिनी
बारिश की वजह से घर में भर रहे पानी को निकालने के लिए
नाली साफ करने लगी। इसी दौरान घर की कच्ची दीवार नमी की
वजह से भसक गई और रागिनी पर उसका मलवा गिर गया। रागिनी
इसमें गंभीर रूप से घायल हो गई उसे चार महीने का गर्भ है
इसलिए घर के लोग बदहवास हालत में उसे लेकर जिला अस्पताल
दौड़े। जहां उसकों भर्ती कर लिया गया। डॉ. रीता गुप्ता
ने बताया कि उसकी हालत गंभीर है लेकिन वह खतरे से बाहर
है।
समतामूलक समाज की स्थापना के
पक्षधर थे शाहूजी महाराज
धूमधाम के साथ मनाई गई छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती
कोंच-उरई।
कोल्हापुर नरेश छत्रपति शाहूजी महाराज की 142वीं जयंती
पर यहां जुटे कुरमी बिरादरी के लोगों ने समाज में
व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का संकल्प लेने के आह्वान
के साथ समाज की एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने शाहूजी
महाराज के समूचे जीवन वृत्त को समाज के लिये प्रेरणादायी
बताते हुये कहा कि उन्होंने विधवा विवाह, बालिका शिक्षा
जैसे क्षेत्रों में उस वक्त अभूतपूर्व कार्य किये जब लीक
और स्थापित परम्पराओं से हट कर जाने की कोई सोच भी नहीं
सकता था। वक्ताओं ने कहा कि वे एक महान समाज सुधारक के
रूप में हमेशा याद किये जाते रहेंगे। वक्ताओं ने यह भी
कहा कि शाहूजी महाराज आरक्षण के जनक हैं, उन्होंने
राजशाही व्यवस्था के बीच समाज के उपेक्षित और दबे कुचले
लोगों के उत्थान के लिये आरक्षण व्यवस्था शताब्दी भर
पूर्व ही लागू कर दी थी।
बुंदेलखण्ड कूर्मि क्षत्रिय कल्याण समिति के तत्वाधान
में स्थानीय गल्ला मंडी परिसर में संस्था के संस्थापक
अध्यक्ष शिवशंकर पटेल अध्यक्षता और प्रेमनारायण निरंजन
पिंटू एवं नीरज निरंजन गढर के संयुक्त संचालन में छत्रपति
शाहूजी महाराज की 142वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इसी
मंच के माध्यम से कुर्मी समाज के मेधावी छात्र छात्राओं
का सम्मान किया गया, साथ ही समाज के लिये उत्कृष्ट करने
वाले समाजसेवी दरिद्र नारायण सेवा समिति के संयोजक
कढ़ोरेलाल यादव, हाजी सेठ नसरुल्ला, नाथूराम कुशवाहा,
रामभरोसे कुशवाहा का भी संस्था द्वारा सम्मान किया गया।
आयोजक संस्था के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह पटेल व मुख्य
संयोजक राजकुमार फुलैला ने जयंती कार्यक्रम की रूपरेखा
बताई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिटायर्ड ब्रिगेडियर
सुधीर सावंत ने कहा कि शाहूजी महाराज ने दलित शोषित और
पिछड़ों को न्याय दिलाने के लिये ऐसे उल्लेखनीय कार्य
किये जिनको हमेशा याद किया जाता रहेगा। उन्होंने बीसवीं
सदी के पहले दशक बर्ष 1902 में ही वंचितों के लिये पचास
फीसदी आरक्षण व्यवस्था लागू कर नये युग का सूत्रपात किया
था और आरक्षण के जनक कहलाये। इसके अलावा उन्होंने बालिका
शिक्षा पर खासा जोर दिया। विशिष्ट अतिथि बीके चौधरी
आईपीएस ने कहा कि स्वयं एकजुट तो हों लेकिन अन्य समुदायों
को भी साथ लेकर चले बिना हम तरक्की नहीं कर सकते हैं,
लिहाजा हमें इतना जागरूक होने की जरूरत है कि समाज में
व्याप्त कुरीतियों को दूर करते हुये हम राष्ट्र निर्माण
में अपना योगदान दे सकें। शिक्षाविद् शिवप्रसाद निरंजन व
एमडी जन संगठन प्रमुख वीपी सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल
भारतीय कूर्मि क्षत्रिय संगठन सर्वेश कटियार ने कहा कि
शाहूजी महाराज एक महान समाज सुधारक थे जिन्होंने 1 जुलाई
1917 को विधवा विवाह का प्रस्ताव कर कानूनी जामा पहनाया,
गरीब घरों की निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह की परम्परा
बनाई जिसमें सारा खर्च राज्य शासन उठाता था। उन्होंने
अपने राज्य के हर गांव में एक विद्यालय खोलने की नीति
बनाई और स्कूलों को आर्थिक इमदाद भी दी। कार्यक्रम में
प्रो. वीरेन्द्र सिंह, लक्ष्मी नारायण निरंजन, सुशील
निरंजन, रमेश कुमार पटेल, डॉ. प्रदीप पटेल पनयारा,
संतकुमार आचार्य, डॉ. परमात्माशरण पटेल, विकास पटेल धनौरा,
बब्बूराजा नरी आदि सहयोग कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान
शाहूजी महाराज के जीवन वृत्त से जुड़ी प्रश्नोत्तरी का
भी आयोजन किया गया। राजेन्द्र पटेल, देवीशरण, मुन्ना
पटेल चांदनी,शारदाप्रसाद, मुकेश सचान, रमेश कुमार पटेल
जिलाध्यक्ष दतिया, राम किशोर पटेल, महेन्द्र पटेल,
सीताराम, मूलचंद्र निरंजन, रामप्रकाश पड़री, रामबाबू
निरंजन, बुद्घसिंह, राजेन्द्रसिंह चमरसेना, शैलेन्द्र
पटेल, विक्की निरंजन, विक्रम पटेल, दिलीप पड़री, तरुण
निरंजन आदि मौजूद रहे।
आतंकवाद के खात्मे का अंतिम
विकल्प पाकिस्तान पर हमला-सुधीर सावंत
महाराष्ट्र प्रांत से यहां शाहूजी महाराज की जयंती में
शिरकत करने आये पूर्व ब्रिगेडियर सुधीर सावंत जिनके पास
आतंकवाद से जूझ रहे कश्मीर में काम करने का लंबा अनुभव
है, मौजूदा आतंकवाद को देश के लिये घातक मानते हैं और
इसकी जिम्मेदारी अब तक सरकारों के सिर मढने की कोशिश करते
हुये कहते हैं कि आतंकवाद से लडने के लिये इनके पास कोई
ठोस कार्ययोजना है ही नहीं और सभी अपनी कुर्सी बचाने के
चक्कर में देश का नुकसान करने पर आमादा हैं। उन्होंने
आतंकवाद के खात्मे के अंतिम विकल्प के तौर पर अपनी दो
टूक राय देते हुये कहा कि पाकिस्तान पर सीधा हमला बोल कर
उसको चार टुकड़ों में बांट कर ही हम इस समस्या से छुटकारा
पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पच्चीस साल
कश्मीर में काम किया है और देखा है कि किस तरह से हमारे
जांबाज जवान आतंकियों के साथ लड़ते हुये शहीद हुये हैं।
अब तक हम अपने सात हजार जांबाज जवानों की कुर्बानी दे
चुके हैं और यह सिलसिला अभी भी बदस्तूर जारी है। उन्होंने
राजनैतिक लोगों से सीधा सवाल दागते हुये पूछा है कि आखिर
कब तक और हम इस तरह का छद्म युद्ध करते हुये अपने जवानों
को खोते रहेंगे? उन्होंने भारतीय कूटनीति पर भी सवाल खड़े
किये कि इस अति ज्वलंत मुद्दे पर अपनी भौगोलिक
संम्प्रभुता बचाने के लिये अमेरिका जैसे स्वयंभू चौधरियों
की ओर देखते रहेंगे, जबकि इस आतंकवाद का जनक ही अमेरिका
है जिसने पाकिस्तान के भीतर अनेक आतंकवादी गुट खड़े किये
थे और आज वे उसके लिये ही नासूर बन गये हैं।
केवल राजनीति करने राजनीति में
नहीं आई है भाजपा-ओमप्रकाश
भाजपा के दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का हुआ समापन
मिशन 2017 की फतह के लिये जरूरी टिप्स लेकर गये पार्टी
कार्यकर्ता
कोंच-उरई।
अगले छह महीनों में संभावित यूपी के विधानसभा चुनाव को
देखते हुये भाजपा का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग पार्टी
कार्यकर्ताओं को बहुत कुछ देकर गया है। पार्टी के वरिष्ठ
संगठनकर्ताओं ने उन्हें बारीक से बारीक चीज पर भी ध्यान
देने की जरूरत बताते हुये पैडअप होने की ताकीद की। आज
निपटे समापन सत्र में पार्टी के क्षेत्रीय संगठन
महामंत्री कानपुर देहात-बुंदेलखंड क्षेत्र ओमप्रकाश ने
पार्टी कार्यकर्ताओं को यह समझाने का प्रयास किया कि कैसे
भाजपा अन्य राजनैतिक दलों की तुलना में एक अलग तरह का
संगठन है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल राजनीति करने के
लिये राजनीति में नहीं है बल्कि इसके मूल में राष्ट्र का
गौरव सर्वोपरि है और समाज के सभी लोगों को साथ लेकर चलने
की इसकी नीति के बदौलत ही यह आज समूचे विश्व में अपनी
पहचान बनाने में कामयाब हुई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष उदयन पालीवाल की अध्यक्षता एवं नीरज
श्रीवास्तव के संचालन में निपटे समापन सत्र में बतौर
मुख्य वक्ता संगठन महामंत्री ओमप्रकाश ने कहा कि
कांग्रेस की उपादेयता तो देश की स्वतंत्रता के साथ ही
समाप्त हो गई थी, जैसा कि खुद गांधीजी ने कहा था कि अब
कांग्रेस का काम खत्म हो चुका है और अब इसे भी खत्म हो
जाना चाहिये और नये सिरे से पार्टी बना कर राजनीति करनी
चाहिये लेकिन तत्कालीन कांग्रेसी मठाधीशों ने उनकी बात न
मान कर इसे सत्ताप्राप्ति के हथियार के रूप में इस्तेमाल
किया और आजादी के इन सात दशकों में देश की मान मर्यादा,
सांस्कृतिक विरासतों को नेस्तनाबूद करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसा पारिवारिक संगठन है जिसमें
सभी सदस्य एक दूसरे को साथ लेकर चलने का काम करते हैं।
पार्टी का मूल मंत्र है कि देश की अस्मिता और वैभव को
किस प्रकार से बचाया जा सकता है। सांसद भानुप्रताप वर्मा
ने सत्र को संबोधित करते हुये भाजपा को राष्ट्रवादी
पार्टी बताया और समाज के हर वर्ग को इससे जोड़ने की बात
कही।
समापन सत्र के पूर्व सत्र में सोशल मीडिया की उपादेयता
को लेकर भी आरोग्य भारती के संगठन मंत्री प्रभाकर खरे ने
लंबा व्याख्यान दिया और मौजूदा दौर में इसे प्रचार
प्रसार का सबसे कारगर हथियार बताया। प्रशिक्षण वर्ग में
तमाम संगठनकर्ताओं ने अपने अपने विचारों का आदान प्रदान
करते हुये पार्टी संगठन को अनुशासनात्मक ढंग से आगे ले
जाने का आह्वान किया। आभार जिलाध्यक्ष उदयन पालीवाल ने
जताया। इस दौरान उप्र शासन के पूर्व राज्यमंत्री हरिओम
उपाध्याय, पूर्व विधायक संतराम सिंह सेंगर, पूर्व
जिलाध्यक्ष मूलचंद्र निरंजन, ब्रजभूषण सिंह मुन्नू,
जगदीश तिवारी, अनिल बहुगुणा, गौरीशंकर वर्मा, शैलेन्द्र
पांडे, शंभूदयाल चौधरी, सुदर्शनपाणि महंत, वीरेन्द्र
सिंह, अवध शर्मा, संदीप उपाध्याय, नगर अध्यक्ष प्रदीप
गुप्ता, किशोरीलाल राजपूत, देवेन्द्र सिंह यादव, आलोक
मिश्रा, अक्षय त्रिपाठी, रवीन्द्र सिंह हसनपुर, विनोद
सिंह गुर्जर, ब्रजभूषण कुशवाहा, पूजा सेंगर, उर्विजा
दीक्षित, विनोद अग्निहोत्री, अनुरुद्घ मिश्रा, अनूप
उपाध्याय, धर्मेन्द्र राठौर, ब्रजेन्द्र कुशवाहा,
ओमप्रकाश अग्रवाल, रवीन्द्र चौहान, अनिल यादव, अजित
कुमार, सुनीता वर्मा, अनीता वर्मा, माया, उमारानी, अनीता
सोलंकी, नीरज मिश्रा, सुधा पाठक, रवीन्द्र शिवहरे,
रामकुमार शिवहरे, सुनील शर्मा, सुनीलकांत तिवारी, विकास
पटेल धनौरा, डीके सोनी, अनिल अग्रवाल सहित तमाम लोग
मौजूद रहे।